
राष्ट्रीय सम्मेलन में गीतांजली हॉस्पिटल की डॉ. सविता का महत्वपूर्ण व्याख्यान
ट्रॉमा केयर पर राष्ट्रीय मंच पर गीतांजली हॉस्पिटल की महत्वपूर्ण उपस्थिति
बहु-विषयक दृष्टिकोण पर डॉ. सविता के दो विशेषज्ञ व्याख्यान
बेंगलुरु सम्मेलन में विशेषज्ञों ने ट्रॉमा मैनेजमेंट के आधुनिक तरीकों पर चर्चा
उदयपुर,dusrikhabar.com। बेंगलुरु में आयोजित ट्रॉमा एनेस्थीसिया एंड क्रिटिकल केयर के राष्ट्रीय सम्मेलन में गीतांजली हॉस्पिटल उदयपुर की प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष डॉ. सविता चौधरी ने दो महत्वपूर्ण व्याख्यान देकर संस्थान की राष्ट्रीय स्तर पर पहचान को और मजबूत किया। अत्याधुनिक ट्रॉमा मैनेजमेंट, बहु-विषयक आपातकालीन सेवाओं और आधुनिक उपचार प्रक्रियाओं पर दिए गए उनके व्याख्यानों की विशेषज्ञों ने व्यापक सराहना की।
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गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष – इमरजेंसी मेडिसिन, डॉ. सविता चौधरी ने बेंगलुरु स्थित रामैया मेडिकल कॉलेज में आयोजित ट्रॉमा एनेस्थीसिया एंड क्रिटिकल केयर के वार्षिक सम्मेलन में दो महत्वपूर्ण व्याख्यान प्रस्तुत किए।
सम्मेलन का मुख्य विषय था “Collaborative Multidisciplinary Approach to Trauma Care and Beyond” जिसमें देशभर के विशेषज्ञों ने आधुनिक ट्रॉमा केयर, आपातकालीन उपचार और जटिल मामलों के प्रबंधन पर अपने अनुभव साझा किए।
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इस प्रतिष्ठित मंच पर डॉ. सविता चौधरी ने दो प्रमुख विषयों पर व्याख्यान दिए
छाती की चोटें एवं आपातकालीन हस्तक्षेप (Chest Injury & Emergency Intervention)
इस सेशन में उन्होंने बताया कि सीने की गंभीर चोटों में समय पर हस्तक्षेप कैसे मरीज की जान बचाने में निर्णायक भूमिका निभाता है।
उन्होंने इमरजेंसी मेडिसिन के तहत उपयोग होने वाले प्रोटोकॉल और वास्तविक केस-स्टडीज़ के उदाहरणों के साथ अपनी बात रखी।
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गर्भवती महिलाओं में ट्रॉमा प्रबंधन (Obstetrics Trauma)
इस विषय पर उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं में ट्रॉमा एक अत्यधिक संवेदनशील चिकित्सा स्थिति है, जिसमें माँ और भ्रूण दोनों के लिए तत्काल और सही उपचार रणनीतियाँ आवश्यक होती हैं। उनके प्रस्तुतीकरण में बहु-विषयक दृष्टिकोण, त्वरित निर्णय और प्रोटोकॉल आधारित उपचार की आवश्यकता को विस्तार से बताया गया।
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सम्मेलन में उपस्थित विशेषज्ञों ने डॉ. चौधरी के अनुभव और ज्ञान को सराहते हुए कहा कि उनके व्याख्यान ट्रॉमा मैनेजमेंट के आधुनिक ढाँचे को समझने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
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