
चिकित्सा विभाग में सीएम भजनलाल रविवार को लगाएंगे योजनाओं की हैट्रिक…!
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा रविवार को करेंगे तीन अभियानों का शुभारम्भ
चिकित्सा विभाग के राष्ट्रीय पल्स पोलिया अभियान, स्टॉप डायरिया अभियान, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का शुभारंभ
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा रविवार को पोलियो दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास पर बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक पिलाकर प्रदेश में राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान का शुभारम्भ करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री स्टॉप डायरिया अभियान-2024 एवं आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत आभा आईडी बनाओ अभियान का भी शुभारम्भ करेंगे।
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1.07 करोड़ बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य
राजस्थान के 50 जिलों में राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान के तहत 5 वर्ष तक की आयु के करीब 1.07 करोड़ बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए 61 हजार 500 से अधिक बूथ बनाए गए हैं, जिन पर 77 हजार 500 से अधिक टीमें पल्स पोलियो की खुराक पिलाएंगी। रविवार को बूथ पर पल्स पोलियो की खुराक पिलाने के साथ ही अगले दो दिन घर-घर जाकर भी दवा पिलाई जाएगी।
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डायरिया अभियान की भी सीएम आवास से शुरुआत
इसी प्रकार दस्त संबंधी बीमारियों से बच्चों में होने वाली मौतों पर प्रभावी रोकथाम के लिए प्रदेश में 1 जुलाई से 31 अगस्त तक स्टॉप डायरिया अभियान संचालित किया जाएगा। मुख्यमंत्री इसका शुभारम्भ रविवार को मुख्यमंत्री निवास से करेंगे। इस अभियान के तहत स्वास्थ्य कार्मिक घर-घर जाकर पांच साल तक की आयु के बच्चों को दस्त से बचाव हेतु स्वास्थ्य परामर्श, ओआरएस पैकेट एवं जिंक की गोलियां उपलब्ध करवाएंगे। साथ ही, आमजन को डायरिया से बचाव के लिए जागरूक किया जाएगा।
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आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत आभा ID का निर्माण
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत डिजिटल प्लेटफॉर्म आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट यानि आभा आईडी का निर्माण किया जा रहा है। यह आमजन का हेल्थ अकाउंट है, जिसे 14 अंकों की आईडी द्वारा पहचाना जाता है। आभा आईडी की सहायता से आमजन सरल एवं सुगम रूप से किसी भी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से अपने पुराने रिकॉर्ड सुरक्षित एवं डिजिटल रूप में साझा कर सकेंगे तथा स्वास्थ्य सेवाओं का प्रभावी रूप से लाभ उठा सकेंगे।
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इससे स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को भी बेहतर उपचार में मदद मिलेगी और रोग प्रबंधन समुचित रूप से हो सकेगा। चिकित्सा विभाग की ओर से दो माह तक यह अभियान चलाया जाएगा। अभियान के दौरान गांव-ढाणी तक पहुंचकर आमजन की आभा आईडी बनाया जाना सुनिश्चित किया जाएगा।
