
सरस डेयरी की मायरा योजना, महिला सशक्तिकरण की अभिनव पहल, RCDF का महिला आयोग संग MOU
23 नये सरस डेयरी उत्पादों की लान्चिंग
सरस डेयरी की मायरा योजना का भी शुभारम्भ
राष्ट्रीय महिला आयोग के साथ RCDF ने किया MOU
प्रदेश की दुग्ध उत्पादक महिलाओं के प्रशिक्षण, विकास, आर्थिक स्वावलम्बन और सामाजिक उत्थान का खुला रास्ता
विजय श्रीवास्तव,
जयपुर,(dusrikhabar.com)। राजस्थान की अग्रणी सहकारी डेयरी जयपुर जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ (सरस जयपुर डेयरी) ने सामाजिक सरोकारों ऊर्जा संरक्षण, जैविक कचरे से घरेलू गैस उत्पादन और नये दुग्ध उत्पादों की लॉन्चिंग कर ऐतिहासिक पहल की। जयपुर के बिड़ला सभागार में शनिवार 5अप्रेल को आयोजित भव्य समारोह में तीन योजनाओं का शुभारंभ हुआ। द्वीप प्रज्जवलन से आयोजन का श्रीगणेश हुआ।

राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष, विजया रहाटकर, कैबिनेट मंत्री, जोराराम कुमावत, राज्य मंत्री, जवाहर सिंह बेढम, शासन सचिव पशुपालन एवं गोपालन, IAS अधिकारी डॉ. समित शर्मा, RCDF प्रशासक एवं प्रबन्ध संचालक, IAS अधिकारी श्रुति भारद्वाज, आर.सी.डी.एफ, जयपुर दुग्ध संघ के अध्यक्ष ओम प्रकाश पूनिया और जयपुर दुग्ध संघ के प्रबंध संचालक RAS अधिकारी मनीष कुमार फौजदार ने मंच साझा किया।
इस मौके पर ग्रामीण क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण के लिये सरस मायरा योजना का शुभारम्भ किया गया। जिसके तहत डेयरी से जुड़े प्रत्येक दुग्ध उत्पादक को अधिकतम दो बेटियों की शादी में सरस डेयरी की ओर से 21 हजार रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी। मायरा योजना की शुरुआत के अवसर पर ही डेयरी से जुड़ी दो लाभार्थी महिला दुग्ध उत्पादकों को 21-21 हजार रुपये के चैक भी भेंट किये।

फ्लैक्सी बायोगैस योजना का शुभारम्भ भी दो महिला दुग्ध उत्पादक लाभार्थियों को चैक वितरण के साथ किया गया। इस योजना के अन्तर्गत दुग्ध उत्पादकों को जैविक कचरे से घरेलू गैस उत्पादन के लिये 5 हजार रुपये का अनुदान दिया जायेगा। योजना के अन्तर्गत हर माह औसतन 1.5 गैस सिलेण्डर जितनी गैस का उत्पादन होगा।

ग्रीन एनर्जी उत्पादन के लिये रूफटॉप सोलर प्लान्ट योजना का भी शुभारम्भ किया गया। रूफटॉप सोलर प्लान्ट योजना के अन्तर्गत 25-25 मेगावाट क्षमता के रूफटॉप लगाये जायेंगे जिससे समिति का बिजली का बिल शून्य होगा और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा मिलेगा।

250लीटर से 15लाख लीटर उत्पादन पर सरस: मनीष फौजदार
इसके साथ-साथ स्वाद, स्वास्थ्य और युवा वर्ग की पसन्द को ध्यान में रखते हुऐ एक साथ 23 नये दुग्ध उत्पादों की लॉन्चिंग भी की गई।
इस अवसर पर जयपुर डेयरी के प्रबन्ध संचालक मनीष फौजदार ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए जयपुर डेयरी के पिछले 50 वर्षों की उपलब्धियों को विस्तार से बताया।
उन्होंने कहा कि जयपुर डेयरी उपभोक्ताओं की मांग को ध्यान में रखते हुए ही स्वादिष्ट, स्वास्थ्यवर्धक और उच्च गुणवत्तायुक्त दुग्ध उत्पादों की लॉन्चिंग करती है। इसी कड़ी में आज 23 नये दुग्ध उत्पादों को उपभोक्ताओं के लिये लॉन्च किया गया है।



उपभोक्ताओं की पसंद के अनुरूप इन 23 दुग्ध उत्पादों की हुई भव्य लॉन्चिंग
जयपुर डेयरी द्वारा लॉन्च किये गये नये उत्पाद उपभोक्ताओं के स्वाद और स्वास्थ्य दोनों को ध्यान में रखते हुऐ तैयार किये गये हैं, विशेष रूप से युवाओं की पसंद को ज्यादा महत्व दिया गया है। लॉन्च किये गये उत्पादों में ऑरेन्ज केण्डी, मैंगो डोली, मावा कुल्फी, केसर पिस्ता, चोकोबार आदि फलेवर में आईस्क्रीम और कुल्फी शामिल हैं। इसके अलावा इलाईची, पाइनेपल, कोकोनट, ब्लैकबेरी और केसर फ्लेवर में श्रीखण्ड की लॉन्चिंग की गई है। इसी प्रकार चॉकलेट, स्ट्रोबेरी, कॉफी और बादाम सहित नो वेरियंट में फलेवर्ड मिल्क लान्च किया गया है। युवाओं को आकर्षित करने के लिये आधुनिक तकनीक से निर्मित शुद्ध व प्रीमियम गुणवत्तायुक्त कोल्ड कॉफी भी लॉन्च की गई है।

राष्ट्रीय महिला आयोग और आरसीडीएफ के बीच हुआ ऐतिहासिक एमओयू
कार्यक्रम के दौरान राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फैडरेशन और राष्ट्रीय महिला आयोग के बीच राजस्थान राज्य की दुग्ध उत्पादक महिलाओं की चंहुमुखी उन्नति के लिये एमओयू किया गया और समझौता प्रपत्र का आदान-प्रदान हुआ। आयोग की ओर से अध्यक्ष विजया किशोर रहाटकर और आरसीडीएफ की ओर से प्रबन्ध संचालक श्रुति भारद्वाज ने एमओयू पर हस्ताक्षर किये। एमओयू के अन्तर्गत राष्ट्रीय महिला आयोग और आरसीडीएफ राज्य में दुग्ध उत्पादक महिलाओं के प्रशिक्षण, विकास, आर्थिक स्वावलम्बन और सामाजिक उत्थान के लिये मिलकर कार्य करेंगे।

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रहाटकर ने की राजस्थान में डेयरी विकास कार्यक्रम की सराहना
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया किशोर रहाटकर ने जयपुर डेयरी को सरस मायरा योजना की अनूठी पहल पर बधाई देते हुए राजस्थान में डेयरी विकास के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की खुले दिल से सराहना की। उन्होंने कहा कि राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में दुग्ध उत्पादक महिलाओं का अभूतपूर्व योगदान है।
आरसीडीएफ और जयपुर डेयरी द्वारा किये गये नवाचारों पर खुशी जाहिर करते हुऐ उन्होंने कहा कि पूरे देश को इन महिला कल्याणकारी योजनाओं का अनुसरण करना चाहिये। उन्होंने कहा कि महिला उत्थान के क्षेत्र में आरसीडीएफ के प्रयासों को देखते हुऐ वे भी राष्ट्रीय महिला आयोग राजस्थान राज्य की दुग्ध उत्पादक महिलाओं को सम्बल देने के लिये सहर्ष तैयार हैं।

राज्य के सभी जिला दुग्ध संघों में लागू करेंगे सरस मायरा योजना- जोराराम कुमावत
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पशुपालन, गोपालन एवं देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि दुग्ध उत्पादकों के सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान के लिये सरस मायरा योजना मील का पत्थर साबित होगी। जयपुर डेयरी की इस पहल का स्वागत करते हुऐ उन्होंने घोषणा की कि जयपुर डेयरी की तर्ज पर सम्पूर्ण राजस्थान राज्य में सरस मायरा योजना लागू की जावेगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान में डेयरी सैक्टर बहुत मजबूत है और भविष्य में उसे और अधिक सुदृढ़ किया जावेगा। उन्होंने कहा कि सरस में दुग्ध उत्पादों की शुद्धता और स्वच्छता के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य किया है।

भारतीय संस्कृति के अनुरुप है सरस मायरा योजना – जवाहर सिंह बेढ़म
गृह और पशुपालन, गोपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने जयपुर डेयरी की मायरा योजना की तारीफ करते हुऐ कहा कि यह योजना विशुद्ध रूप से भारतीय संस्कृति के अनुरूप है। भारतीय संस्कृति में बहन-बेटी की शादी में भात भरने की वर्षों पुरानी परम्परा है। इससे अच्छा उदाहरण हो नहीं सकता कि जयपुर डेयरी से जुड़े दुग्ध उत्पादक की बहन-बेटी की शादी में जयपुर डेयरी की ओर से मायरा भिजवाया जाये। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार दुग्ध उत्पादकों के सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान के लिये प्रतिबद्ध है परन्तु मिलावटखोरों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने के लिये कृत संकल्पित है।

महिला सशक्तिकरण से ही विकास संभव – श्रुति भारद्वाज
अपने की नोट एड्रेस में दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में आई महिला दुग्ध उत्पादकों को बधाई देते हुऐ राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फैडरेशन की प्रबन्ध संचालक श्रुति भारद्वाज ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण से ही समाज का विकास संभव है। उन्होंने कहा कि राज्यभर में शुद्धता और उच्च गुणवत्तायुक्त दुग्ध उत्पादों के लिये पांच स्तरीय रणनीति बनाई गई है जिसमें प्रोडक्शन, प्रोक्योरमेंट, क्वालिटी, ग्रीन इकोनोमी और सोशल रिसपोंसेबिलिटी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि सरस ब्राण्ड के दुग्ध उत्पादों की अपनी एक विश्वसनीयता है और राजस्थान की सभी सहकारी डेयरियां इस विश्वसनियता को बनाये रखने के लिये प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की दुग्ध उत्पादक महिलाओं का आर्थिक, सामाजिक एवं व्यक्तिगत विकास को ध्यान में रखते हुऐ ही राष्ट्रीय महिला आयोग से ऐतिहासिक एमओयू किया गया है। जयपुर डेयरी ने सहकारिता, नवाचार और महिला उत्थान जैसी सामाजिक जिम्मेदारी को निभाने का आदर्श प्रस्तुत किया है।

परम्परागत परिवेश में सजधज कर आई महिला दुग्ध उत्पादक
जयपुर डेयरी की बहुप्रतीक्षित सरस मायरा योजना के शुभारम्भ में भागीदारी के लिये दूर-दराज ग्रामीण क्षेत्रों से दुग्ध उत्पादक महिलाऐं परम्परागत परिवेश में सजधज कर बिड़ला ऑडिटोरियम में आई थीं। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया किशोर रहाटकर उस समय अत्यन्त प्रसन्न हुई जब एक बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाओं ने परम्परागत राजस्थानी लोकगीत गाकर उनका स्वागत किया और ढोल नगाड़ों के साथ नाचते गाते उन्हें मंच तक छ़ोड़कर आई।

शासन सचिव डॉ. समित शर्मा ने ठेट राजस्थानी अंदाज में की हौसला अफजाई
पशुपालन एवं गोपालन विभाग के शासन सचिव समित शर्मा ने अपने उद्बोधन की शुरुआत ठेट राजस्थानी अंदाज में गाना गाकर की। ग्रामीण महिलाओं की पहले की स्थिति और वर्तमान स्थिति पर भी व्यंग्य करते हुऐ उन्होंने चुटकीले अंदाज में सभी को गुदगुदाया। उन्होंने कहा कि एक समय था जब महिलाऐं और विशेष रून से ग्रामीण महिलाऐं आर्थिक रूप से पुरुषों पर निर्भर थीं। आज सहकारी डेयरी जैसे आंदोलन के कारण वक्त बदल रहा है और आगे आने वाले समय में हो सकता है कि पुरुष वर्ग को आर्थिक रूप से महिलाओं पर निर्भर रहना पड़ सकता है।

दुग्ध उत्पादक महिलाओं पर आधारित सरस गीत पर परम्परागत नृत्य ने मन मोहा
कार्यक्रम के दौरान परम्परागत ग्रामीण परिवेश में दुग्ध उत्पादक महिलाओं के सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान पर आधारित सरस गीत पर एक भाव पूर्ण सामुहिक नृत्य ने उपस्थित सभी दर्शकों का मन मोह लिया। सरस गीत में राजस्थान की सहकारी डेयरियों द्वारा महिलाओं के उत्थान के लिये किये जा रहे कार्यों की झलक है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया किशोर राहटकर और आरसीडीएफ की प्रबन्ध संचालक श्रुति भारद्वाज ने इस प्रस्तुति के लिये नृत्यांगनाओं का विशेष आभार व्यक्त किया।

जयपुर डेयरी का सहकारिता में विशेष योगदान – ओम प्रकाश पूनिया
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में जयपुर डेयरी के अध्यक्ष ओम प्रकाश पूनिया ने कहा कि जयपुर डेयरी का सहकारिता को बढ़ावा देने में प्रारम्भ से ही विशेष योगदान रहा है। जयपुर डेयरी के 50 स्वर्णिम वर्षों की यात्रा को रेखांकित करते हुऐ उन्होंने कहा कि जयपुर डेयरी देश की एकमात्र ऐसी सहकारी डेयरी है जहां 80 प्रतिशत से अधिक दुग्ध समितियां महिलाओं द्वारा संचालित की जाती हैं। उन्होंने कहा कि नवाचारों के मामले में भी जयपुर डेयरी ने देशभर की अग्रणी डेयरी को भी पीछे छ़ोड़ रखा है। उन्होंने कहा कि आज का उपभोक्ता गुणवत्ता और समाज के प्रति जिम्मेदारी दोनों की अपेक्षा करता है और जयपुर डेयरी दोनों पर खरी उतर रही है।
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