
मणिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर में 12वां दीक्षांत समारोह भव्य रूप से संपन्न
मणिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर में 12वाँ दीक्षांत समारोह
दिवसीय उत्सव में 3,508 विद्यार्थियों को मिली उपाधियां
पहले दिन मुख्य अतिथि रहीं CSIR महानिदेशक डॉ. एन. कलैसेल्वी
दूसरे दिन अध्यक्षता करेंगी टाटा एआईए के एमडी एवं सीईओ वेंकटाचलम अय्यर
विजय श्रीवास्तव,
जयपुर, dusrikhabar.com। मणिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर (एमयूजे) में आयोजित 12वें दीक्षांत समारोह में इस वर्ष कुल 3,508 विद्यार्थियों को उपाधियाँ प्रदान की गईं। दो दिवसीय इस भव्य समारोह में शैक्षणिक उत्कृष्टता, अनुसंधान उपलब्धियों और भविष्य की संभावनाओं के बारे में बताया। पहले दिन मुख्य अतिथि डॉ. एन. कलैसेल्वी ने विश्वविद्यालय के तेजी से उभरते शैक्षणिक व अनुसंधान मॉडल की सराहना की और छात्रों को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया।
read also:IITF–2025 में राजस्थान पर्यटन दिखाएगा विरासत और निवेश का नया विज़न

मणिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर (एमयूजे) ने अपने परिसर में 12वाँ दीक्षांत समारोह बड़े उत्साह के साथ आयोजित किया, जिसमें कुल 3,508 विद्यार्थियों की शैक्षणिक उपलब्धियों को सम्मानित किया गया। समारोह की शुरुआत अकादमिक प्रोसेशन और मणिपाल कुलगीत से हुई। इस दौरान स्नातक विद्यार्थियों, अभिभावकों, संकाय सदस्यों तथा उद्योग जगत के विशिष्ट अतिथियों ने उपस्थिति दर्ज कराई।
इस वर्ष चार प्रमुख संकाय—FoHS, FoL, FoMCA और FoSTA—से 3,007 स्नातक, 377 स्नातकोत्तर और 124 डॉक्टोरल उपाधियाँ प्रदान की गईं। इसके अतिरिक्त कुल 48 स्वर्ण पदक भी दिए गए, जिनमें 35 स्नातक, 12 स्नातकोत्तर और एक पीएचडी स्तर पर रहा।
read also:बच्चों में बढ़ रहा कमर दर्द: 10–20% बच्चे प्रभावित, जानिए कारण और उपाय

पहले दिन की मुख्य अतिथि डॉ. एन. कलैसेल्वी

सीएसआईआर महानिदेशक एवं डीएसआईआर सचिव डॉ. एन. कलैसेल्वी
समारोह के प्रथम दिवस की मुख्य अतिथि सीएसआईआर की महानिदेशक एवं डीएसआईआर की सचिव डॉ. एन. कलैसेल्वी थीं। उन्होंने एमयूजे के विश्वस्तरीय बुनियादी ढाँचे की सराहना करते हुए कहा कि मात्र 14 वर्षों में NIRF में 58वाँ स्थान प्राप्त करना विश्वविद्यालय की प्रगति को दर्शाता है।
उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि यदि एमयूजे की यह प्रगति निरंतर जारी रही तो आने वाले दो से तीन दशकों में यहाँ से दो से तीन नोबेल पुरस्कार विजेता निकलना कोई असंभव बात नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि इस समारोह में उनकी उपस्थिति विश्वविद्यालय के उत्कृष्ट शैक्षणिक योगदान, विद्यार्थियों की उपलब्धियों और नवाचार की क्षमता के सम्मान में है।
read also:राजामौली की फिल्म का एपिक टीजर रिलीज, बैल पर सवार महेश बाबू की धमाकेदार एंट्री
छात्रों को दिया भविष्य निर्माण का संदेश
अपने संबोधन में उन्होंने विद्यार्थियों से ज्ञान, नवाचार और सामाजिक उत्तरदायित्व के माध्यम से भारत के भविष्य को मजबूत बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी अपने शिक्षकों और विश्वविद्यालय का सम्मान करते हुए भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने में योगदान दें।


प्रेसिडेंट डॉ. नीति निपुण शर्मा
एमयूजे नेतृत्व का संबोधन
प्रो-प्रेसिडेंट डॉ. करुणाकर ए. कोटेगर ने स्वागत भाषण में स्नातकों को शुभकामनाएँ दीं। प्रेसिडेंट डॉ. नीति निपुण शर्मा ने विश्वविद्यालय की 14-वर्षीय उपलब्धियों का उल्लेख किया और अभिभावकों द्वारा जताए गए विश्वास के प्रति आभार व्यक्त किया।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि एमयूजे को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए भविष्य उन्मुख पाठ्यक्रम, अंतरविषयक शिक्षा मॉडल, और अनुसंधान को बढ़ावा देने पर निरंतर काम किया जा रहा है।

समारोह की प्रमुख गतिविधियाँ
परीक्षा नियंत्रक डॉ. दासारी नागराजु ने स्नातकों को शपथ दिलाई, जबकि कुलसचिव डॉ. अमित सोनी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ और परिसर में विद्यार्थियों व अभिभावकों ने उत्साहपूर्ण माहौल में इस उपलब्धि का जश्न मनाया।
दूसरे दिन का कार्यक्रम
16 नवंबर को समारोह जारी रहेगा, जहाँ टाटा एआईए के एमडी एवं सीईओ श्री वेंकटाचलम अय्यर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे और स्नातकों को संबोधित करेंगे।
————-
Manipal University Jaipur, Convocation 2025, CSIR Director General Dr. N. Kalaiselvi, Venkatachalam Iyer Tata AIA, MUJ Convocation, Academic Achievements, #MUJ, #Jaipur News, #Education News, #Convocation 2025, #CSIR, #Tata AIA, #Rajasthan Education, #Manipal University, #Higher Education, #Students Achievement
