
माटी कला कामगारों की आय होगी दोगुनी:
माटी कला कामगारों की आय दुगुनी करने का लक्ष्य
माटी कला बोर्ड अध्यक्ष प्रहलाद राय टाक ने दी जानकारी
2000 विद्युत चालित चाक एवं 2000 मिट्टी गूंथने की मशीनें निःशुल्क उपलब्ध करायी जायेंगी।
रोजमर्रा के कार्य में आनी वाली समस्याओं का समाधान किया जायेगा।
जयपुर, (dusrikhabar.com)। बजट घोषणा वर्ष 2025-26 की क्रियान्विति के संबंध में श्रीयादे माटी कला बोर्ड अध्यक्ष प्रहलाद राय टाक बुधवार, 18 जून को मीडिया से रूबरू हुए। राजस्थान सरकार की बजट घोषणा वर्ष 2025-26 के तहत माटी कला कामगारों को 2000 विद्युत चालित चाक एवं 2000 मिट्टी गूंथने की मशीनों का निःशुल्क वितरण किया जाना है।
प्रदेश की 200 विधानसभा क्षेत्रों व 41 जिलों से चयनित माटी कला कामगारों को निःशुल्क मशीनें वितरित की जायेंगी। बोर्ड द्वारा पोर्टल तैयार कर ऑनलाइन आवदेन प्रकिया प्रराम्भ कर बजट घोषणा की कियान्विती का आगाज किया जा चुका है। बोर्ड की गवर्निंग बोर्ड की बैठक दिनांक 28.05.2025 को सम्पन्न हो चुकी है।
बजट घोषणा के प्रभावी कियान्यवन हेतु दिनाक 21.06.2025 को राजसमंद जिले में जागरूकता शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जागरूगता शिविर में जिले की 4 विधानसभा क्षेत्रों से प्राप्त ऑनलाइन आवेदनों में से लाभार्थियों का विधानसभा क्षेत्रानुसार प्राथमिकता व पात्रता/ लॉटरी के आधार चयन किया जायेगा।
चयनित पात्र लाभार्थियों को 10 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाकर उनको माटी कला की विभिन्न विधाओं, कलाकृतियों का प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रशिक्षण उपरान्त पात्र लाभार्थियों को विद्युत चालित चाक व मिट्टी गूंथने मशीन का सेट निःशुल्क उपलब्ध करवाया जायेगा।
इसी कम में अन्य जिलों में भी जागरूकता शिविर आयोजित कर लाभार्थियों का चयन कर प्रशिक्षण उपरान्त मशीनों का निःशुल्क वितरण किया जाकर बजट घोषणा की क्रियान्विति समय से पूर्ण की जायेगी।
साथ ही बोर्ड द्वारा निम्न महत्वपूर्ण कार्य भी किये जा रहे हैं।
1. माटी के बर्तन पकाने के हेतु धुआं रहित अथवा कम धुआं के बारे में भी माटी कला कामगारों को बताया जायेगा जैसे फाईबर क्लोथ का उपयोग, तन्दूर भट्टीयों का उपयोग आदि।
2. माटी के बर्तन, खिलौनों आदि के उचित विपणन के लिए जागरूक किया जायेग। मेलों, प्रदर्शनियों आदि में प्रदर्शन एवं विपणन हेतु उनको प्रेरित किया जायेगा।
3. प्रदेश के माटी कलाकारों को प्रोत्साहित किये जाने हेतु माटी के लाल’ पुरुस्कार दिये जाने हेतु आवेदन आंमत्रित किये जा रहे हैं।
4. प्रदेश के माटी कलाकारों को प्रशिक्षण देने हेतु प्रशिक्षक ट्रेनिंग व प्रमाणीकरण का कार्य भी प्रारम्भ किया जा रहा हैं।
5. माटी कला कामगारों को प्रदेश भर में आयोजित किये जाने वाले प्रशिक्षण शिविर के संचालन हेतु माटी कला की अनुभवी व पंजीकृत संस्थाओं से आवेदन आंमत्रित किये जा रहे हैं, चयनित संस्थाओं को बोर्ड में सम्बद्ध भी किया जाना है।
6. रेलवे प्लेटफार्मों, बस अड्डो एवं RTDC होटल्स में मिट्टी के कप व कुल्हड उपयोग हेतु प्रक्रिया जारी है तथा इस हेतु बोर्ड लोगों को जागरूक भी करेगा।
7. स्कूलों में माटी कला की एक्टिविटी की कार्यशालाएं भी आयोजित की जायेंगी।
गौरतलब है कि राजस्थान सरकार द्वारा पिछले और वर्तमान वित्तीय वर्ष में माटी कला के विकास के लिए बजट घोषणाओं के साथ ही माटीकला कामगारों की आय दुगुनी करने, उन्हें गरीबी रेखा से ऊपर उठाने, उनके बच्चों को उत्तम शिक्षा दिलवाने तथा उनको रोजमर्रा के कार्यों में आ रही समस्याओं के समाधान हेतु एक विस्तृत योजनाः ‘मुख्यमंत्री माटी कला कामगार रोजगार सशक्तिकरण योजना”
के प्रस्ताव का अनुमोदन गवर्निंग बोर्ड की बैठक में लिया गया तथा इसका प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को अनुमोदन के लिए भिजवाया जा चुका है।
यह योजना राज्य के पारंपरिक कुम्हारों और माटी कला से जुड़े दस्तकारों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित होगी।