
विश्व स्पाइन डे पर संकल्प, नतीजे चौंकाने वाले
आज विश्वभर में मनाया जा रहा विश्व स्पाइन दिवस
“मूव योर स्पाइन” थीम पर आधारित होंगे 2023 के आयोजन(SPINE)
रीढ़ की हड्डी से ही शरीर रहेगा स्वस्थ: डॉ. सुरेंद्र आबूसरिया
जयपुर। (SPINE) आज विश्व स्पाइन दिवस है। लोगों को अच्छी स्वास्थ्य से संबंधित आदतों को लेकर जागरुक करने के उद्देश्य से हर वर्ष 16 अक्टूबर को विश्व रीढ़ दिवस यानि World spine day मनाया जाता है। कहते हैं मनुष्य के जीवन की कल्पना भी जब रीढ़ की हड्डी के बिना नहीं की जा सकती तो फिर क्यों न लोग ऐसे तरीकें अपनाएं ताकि उनकी रीढ़ से उनका अस्तित्व बना रहे।
यह भी पढ़ें:घट स्थापना का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त, जानिए दुर्गापूजा के नियम?
भारत में और राजस्थान में भी विश्व स्पाइन दिवस पर डॉक्टर्स और मेडिकल समूहों की ओर से मिलकर कई आयोजन किए जा रहे हैं। इसमें न सिर्फ लोगों को रीढ़ की हड्डी के बारे में जागरुक करना बल्कि कैसे अपनी दिनचर्या में योग, व्यायाम और स्वच्छ खान पान से अपनी रीढ़ की हड्डी (SPINE) को लोग मजबूत बना सकते हैं ये भी बताया जा रहा है।
यह भी पढ़ें:चिकित्सा विभाग की बड़ी तैयारी, डेपुटेशन का खेल होगा खत्म, डॉक्टर्स नर्सेज जाएंगे गांवों में
राजस्थान में भी कई आयोजन
राजस्थान की राजधानी गुलाबी नगरी में भी विश्व स्पाइन दिवस को पर रीढ़ की हड्डी के दर्द, रोग एवं विकलांगता से संबंधित विशेषज्ञ एवं संगठन लोगों का ध्यान रीढ़ की हड्डी के रोगों की रोकथाम एवं उनके प्रभावी प्रबंधन की ओर आकर्षित कर रहे हैं।
“मूव योर स्पाइन” है 2023 की थीम
इस वर्ष स्पाइन (SPINE) दिवस की थीम है “मूव योर स्पाइन” यानी आप अपने रीढ़ की हड्डी को चलायमान रखें। यह अभियान लोगों को सक्रिय रहकर अपनी रीढ़ की हड्डी की देखभाल करने का आह्वान करता है। सीनियर स्पाइन फिज़िशियन डॉ सुरेन्द्र आबूसरिया ने बताया कि साक्ष्यों से पता चला है कि लोगों की गतिहीनता एवं शारीरिक गतिविधियों की कमी रीढ़ की हड्डी के दर्द और विकलांगता के कारण बनते हैं।
यह भी पढ़ें: एक साथ 7 कैंसर अस्पतालों…
कहां कहां चलेगा “मूव योर स्पाइन” (SPINE) अभियान
“मूव योर स्पाइन” (SPINE)अभियान सभी देशों में सभी उम्र के लोगों को सक्रिय होने और अपनी रीढ़ की हड्डी के स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए प्रोत्साहित करता है। “मूव योर स्पाइन” अभियान घर, कार्यस्थल, स्कूलों और हमारे समुदायों में होने वाले रीढ़ की हड्डी में दर्द और विकलांगता की विविध प्रकृति पर ध्यान केंद्रित करेगा।
यह भी पढ़ें: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज करेंगे सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का शुभारंभ
रीढ़ की हड्डी का रोगों से बचाव जरूरी: आबूसरिया
डॉ आबूसरिया ने यह भी बताया कि यह “ मूव योर स्पाइन” अभियान उन तरीकों पर प्रकाश डालेगा जिनसे सभी पृष्ठभूमि के लोग गतिशील रहकर, शारीरिक निष्क्रियता से बचकर, अपनी रीढ़ पर अधिक भार न डालकर और वजन घटाने और धूम्रपान बंद करने जैसी स्वस्थ आदतें अपनाकर अपनी रीढ़ की हड्डी के रोगों एवं विकलांगता से बचाव कर सकते हैं।