
अब समय खुद से ऊपर उठकर देश-पार्टी के बारे में सोचने का है: गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कैप्टन को आत्मिक सलाह
कप्तान साहब हैं पार्टी के सम्मानित नेता, वो अपनी आंतरिक आवाज सुनेंगे : गहलोत
विजय श्रीवास्तव
जयपुर। गहलोत और कैप्टन अमरिंदर सिंह का पुराना दोस्ताना है। पंजाब के मुख्यमंत्री पद से कप्तान साहब के इस्तीफे के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने टृवीट करके कहा कि कैप्टन साहब ने खुद कहा कि पार्टी ने उन्हें साढ़े नौ साल तक मुख्यमंत्री के रूप में रखा है तो अब उन्हें अपनी अंतरआत्मा की आवाज सुननी चाहिए। गहलोत ने ये भी कहा कि कैप्टन ने अपनी पूरी क्षमता से काम करके पंजाब के लोगों की सेवा की है।
सीएम पद से इस्तीफे के बाद से ही दरअसल कैप्टन की नाराजगी नजर आने लगी है। राजनीतिक गलियारे में तो उनके पार्टी छोड़ने तक की खबरें दौड़ रही हैं। ऐसे में राजस्थान के सीएम गहलोत ने कैप्टन से आग्रह किया है कि वो ऐसा कोई कदम न उठाएं जिससे पार्टी को अंदरूनी तौर पर नुकसान हो।
अपना इस्तीफा सौंपने के बाद अमरिंदर ने कहा था ”जहां तक मेरी भविष्य की राजनीति का सवाल है तो हमेशा एक विकल्प होता है और समय आने पर मैं उस विकल्प का इस्तेमाल करूंगा।” इस पर सीएम अशोक गहलोत बोले कि कप्तान साहब पार्टी के एक सम्मानित नेता हैं साथ ही उन्होंने कप्तान को सलाह दी कि वे अपनी पार्टी के हितों को सबसे आगे रखते हुए आंतरिक आवाज सुनें।
गहलोत ने कप्तान साहब को सलाह देते हुए ये भी कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से मानता हूं कि आलाकमान मुख्यमंत्री की दौड़ में कई नेताओं की नाराजगी को आमंत्रित करने के जोखिम में मुख्यमंत्री को चुनते हैं। हालांकि जब वही सीएम बदल जाता है तो वह नाराज हो जाता है और निर्णय को गलत मानता है। उन्होंने कहा कि आलाकमान को कभी.कभी विधायकों और लोगों की प्रतिक्रिया के साथ पार्टी के हित में निर्णय लेने पड़ते हैं। गहलोत ने कहा कि अब समय खुद से ऊपर उठने और देश और कांग्रेस पार्टी के बारे में सोचने का है।