
पर्यटन सचिव राजेश यादव की सख्त हिदायत, अधिकारियों से मांगा कार्य का विस्तृत लेखा-जोखा…!
पर्यटन अधिकारियों की समीक्षा बैठक में सचिव राजेश यादव का अफसरों को क्लीअर मैसेज…!
राजेश यादव बोले — “कुछ समस्याएं बिना बजट के भी हल हो सकती हैं, सिर्फ इच्छाशक्ति चाहिए”
प्रत्येक अधिकारी को कार्य आधारित प्रपत्र वितरित, प्रदर्शन की होगी कड़ी समीक्षा
काम में ढिलाई पर सख्त रुख, विभागीय समीक्षा के लिए प्रपत्र जारी कर मांगी व्यक्तिगत जिम्मेदारियां
विजय श्रीवास्तव,
जयपुर,(dusrikhabar.com)। राजस्थान के प्रमुख शासन सचिव, पर्यटन, कला एवं संस्कृति तथा आरटीडीसी अध्यक्ष राजेश यादव ने हाल ही में जयपुर स्थित पर्यटन भवन में आयोजित विभागीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को साफ और कड़े शब्दों में निर्देश दिए कि वे अपने कार्यों का पूरा विवरण समय सीमा सहित प्रस्तुत करें।
सूत्रों की मानें तो पर्यटन सचिव राजेश यादव ने स्पष्ट किया कि अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को समझकर स्पष्ट करें कि किसके पास क्या काम है और किसने अपने काम किन कारणों से अपना 100% इनपुट नहीं दिया। अब विभाग केवल समीक्षा के नाम पर नहीं, बल्कि ठोस प्रपत्र के आधार पर तय करेगा कि विभाग में क्या प्रगति हो रही है और कहां रुकावट है।”
कार्यप्रदर्शन के लिए दिया गया कार्य आधारित प्रपत्र
आपको बता दें कि बैठक के दौरान आयुक्त पर्यटन एवं प्रबंध निदेशक आरटीडीसी रुक्मणि रियार की उपस्थिति में विभागीय अधिकारियों को उनके कार्य क्षेत्र के अनुसार एक प्रपत्र वितरित किया गया। इसमें स्पष्ट बिंदुओं के आधार पर कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए। सचिव राजेश यादव ने कहा कि यदि कोई और बिंदु जोड़ने की आवश्यकता हो तो अधिकारी स्वविवेक से उसमें जोड़ सकते हैं और अगली बैठक में कार्य योजना सहित प्रस्तुत करें।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि, “कुछ विषय ऐसे होते हैं जिन्हें बिना किसी बड़े बजट के भी जनहित में हल किया जा सकता है, बशर्ते हमारे पास एक सही सोच और त्वरित पहल हो।”
संस्कृति और नवाचार पर दिया विशेष ज़ोर
पर्यटन सचिव ने यह भी कहा कि स्थानीय स्तर पर कला, संस्कृति और पर्यटन के समन्वय से नवाचार किए जा सकते हैं, जिससे क्षेत्रीय पर्यटन को नई दिशा मिल सकती है।
बैठक में कार्यकारी निदेशक राजस्थान पर्यटन विकास निगम राजेश सिंह, संयुक्त शासन सचिव मोहम्मद अबुबक्र, अतिरिक्त निदेशक आनंद त्रिपाठी, पवन जैन, जवाहर कला केंद्र की एडीजी अलका मीणा, संयुक्त निदेशक पुनीता सिंह, दलीप सिंह और उपेंद्र सिंह शेखावत सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।