कुंभ में दुनिया देखेगी वृहद भारत का अनुभव और सांस्कृतिक शक्ति

कुंभ में दुनिया देखेगी वृहद भारत का अनुभव और सांस्कृतिक शक्ति

कुंभ में दुनिया देखेगी भारत की सांस्कृतिक शक्ति

केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री बोले, सभी को एक स्थान पर होगा वृहद भारत का अनुभव

जयपुर। कुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक-सांस्कृतिक उत्सव है। जिसका आयोजन हर 12 साल में देश के चार पवित्र स्थानों – संगम नगरी प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन या नासिक में होना पूर्व निर्धारित है। इस बार प्रयागराज में कुंभ की शुरुआत मकर संक्रांति से होगी और इसका समापन महाशिवरात्रि के दिन होगा। पवित्र मेले में भाग लेने देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं। कुंभ के चार प्रकार होते हैं- जिनमें कुंभ, महाकुंभ, अर्धकुंभ, और पूर्णकुंभ है। कुंभ का आयोजन संगम नगरी यानी प्रयागराज में आरंभ हो गया है। 15 जनवरी से लेकर 4 मार्च, 2019 तक देश की तीन पावन नदियों- गंगा, यमुना और अब लुप्‍त हो चुकी सरस्वती के संगम पर लोग अपने पापों का प्रायश्चित करने और मोक्ष पाने की लालसा में पहुंच रहे हैं।

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भारत की सांस्कृतिक शक्ति को एक साथ दुनिया देखेगी

केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि अबकी बार कुंभ में भारत की ताकत और भारत की सांस्कृतिक शक्ति को एक साथ दुनिया देख सकेगी। मीडिया से चर्चा के दौरान प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे कुंभ के विषय में शेखावत ने कहा कि कुंभ का हजारों वर्ष का इतिहास है। वैदिक सभ्यता से लेकर महाभारत काल, गुप्त शासन काल, चालुक्य वंश के समय और उसके बाद पूरे मध्यकालीन इतिहास में कुंभ का उल्लेख मिलता है। उन्होंने कहा कि 2013 में पिछला पूर्ण कुंभ जब हुआ था, तब लगभग 20 करोड़ यात्री स्नान और दर्शन के लिए आए थे। 2019 में अर्द्ध कुंभ के समय यह संख्या बढ़कर 25 करोड़ हुई थी। अनुमान है कि 45 करोड़ लोग अबकी बार कुंभ में साक्षी बनेंगे और सम्मिलित होंगे।

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लगभग 20 लाख विदेशी सैलानियों की उम्मीद

शेखावत ने कहा कि अबकी बार कुंभ और अधिक दिव्य-भव्य हो, इसको लेकर प्रशासन, उत्तर प्रदेश सरकार और भारत सरकार, सभी मिलकर बहुत व्यापक स्तर पर काम कर रहे हैं। कुंभ में आने वाले कल्पवासी, जो पूरे समय में रहकर वहां पर कल्प साधना करते हैं, उनकी संख्या इस बार 10 लाख के बजाय 20 लाख के आसपास रहने वाली है। देश-दुनिया से जो पर्यटक कुंभ के समय आएंगे, लगभग 20 लाख विदेशी सैलानियों की हम उम्मीद करते हैं, उनको एक स्थान पर एक वृहद भारत का अनुभव हो, इस दृष्टिकोण से हमने तैयारी की है।

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उत्तर प्रदेश सरकार ने 14 एकड़ भूमि दी

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि संस्कृति मंत्रालय ने अनेक स्थानों पर कुंभ में भारत की संस्कृति को चिरित्र करने के लिए अलग-अलग मंच बनाए हैं। कुंभ में संस्कृति मंत्रालय को उत्तर प्रदेश सरकार ने 14 एकड़ भूमि दी है, उस पर भारत के सभी प्रांतों क्रॉफ्ट, कल्चरल और कुजिन यानी हस्तशिल्प, संस्कृति व भोजन, इन तीनों को हम प्रदर्शित कर सकें, इस तरह की एक रचना की जा रही है।

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45 करोड़ लोग कुंभ में आएंगे

शेखावत ने कहा कि देश के सभी ख्यातनाम कलाकार कुंभ में अपना प्रदर्शन करेंगे। देशभर के हस्तशिल्पी अपने हुनर का प्रत्यक्ष प्रदर्शन करने वाले हैं। अबकी बार कुंभ दुनिया के लिए एक ऐसा अवसर होगा, जहां भारत की ताकत और भारत की सांस्कृतिक शक्ति को एक साथ में देख सकेंगे। 45 करोड़ लोग कुंभ में आएंगे, भारत और चीन को छोड़कर दुनिया के किसी भी देश की इतनी आबादी नहीं है। इतने लोग एक साथ, एक जगह पर एकत्रित होंगे और दुनिया का सबसे बड़ा मानवों का एकत्रीकरण एक जगह पर होगा।

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