
JKK में राजस्थान पर्यटन दिवस उत्सव का प्रदर्शनी से आगाज, फूड-क्राफ्ट बाजार भी सजा…
जयपुर में राजस्थान पर्यटन दिवस उत्सव का आगाज
25 से 30 मार्च तक विभिन्न आयोजनों की श्रृंखला
जवाहर कला केंद्र में पर्यटन विभाग की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
25 मार्च, मंगलवार सुबह JKK में पर्यटन सचिव रवि जैन ने ‘सृजन’ कला प्रदर्शनी का किया उद्घाटन
मंगलवार शाम जेकेके स्थित शिल्पग्राम में क्राफ्ट एवं फूड बाजार का हुआ उद्घाटन
पर्यटन विभाग की संयुक्त निदेशक डॉ. पुनीता सिंह, दलीप सिंह राठौड़ और राजीविका प्रोजेक्ट मैनेजर श्याम सुंदर शर्मा ने की क्राफ्ट एवं फूड बाजार की शुरुआत
विजय श्रीवास्तव,
जयपुर,(dusrikhabar.com)। राजस्थान पर्यटन दिवस उत्सव के उपलक्ष्य में मंगलवार 25 मार्च को जयपुर स्थित जवाहर कला केंद्र में पर्यटन विभाग एवं इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स, राजस्थान चैप्टर के संयुक्त तत्वाधान में अलंकार गैलेरी में ‘सृजन कला प्रदर्शनी’ का आयोजन हुआ। राजस्थान पर्यटन विभाग के सचिव वरिष्ठ IAS रवि जैन ने इस कला प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। गुजरात स्थित रणछोड़दास मंदिर के मुख्य ट्रस्टी राजाराम, इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स, राजस्थान चैप्टर की अध्यक्ष जयश्री पेड़ीवाल और प्रदेश के ख्यातनाम कलाकारों ने वैदिक मंत्रोच्चार और द्वीप प्रज्ज्वलन के साथ प्रदर्शनी की शुरुआत की।
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राजस्थान दिवस उत्सव में “सृजन” कला प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए पर्यटन सचिव रवि जैन एवं जयश्री पेरीवाल।
कला और संस्कृति का प्रतीक है ‘सृजन’
इस मौके पर राजस्थान पर्यटन सचिव रवि जैन ने कहा कि किसी भी प्रदेश की कला और संस्कृति को अगर नजदीकी से समझना है तो वहां की कलाकृतियों को समझने का प्रयास करें, क्योंकि संस्कृति कलाकृतियों में जीवंत होती है। ‘सृजन’ कला प्रदर्शनी राजस्थान की समृद्ध कला, आध्यात्मिकता और परंपराओं की अलग ही झलक प्रस्तुत कर रही है। इस दौरान इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स, राजस्थान चैप्टर की अध्यक्ष जयश्री पेडीवाल ने कहा कि यह पहल राजस्थान की कला-संस्कृति को वैश्विक मंच तक ले जाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जिससे राजस्थान के पर्यटन और यहां की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। (Rajasthan Tourism Day celebrations begin with an exhibition at JKK, food-craft market also set up…)
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संस्कृति के साथ साथ प्रदर्शनी में आध्यात्मिक और वैदिक चित्रण का भी अनूठा संकलन
जवाहर कला केंद्र में शुरु हुई इस प्रदर्शनी में कला और संस्कृति के विभिन्न रंगों के साथ साथ वैदिक संस्कृति और आध्यात्मिकता का चित्रण बखूबी किया गया है। इनमे भगवान शिव और मां काली का रोद्र रूप एवं संदीप की प्रदर्शनी में श्रीनाथजी के चित्र विशेष आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।

राजस्थान दिवस उत्सव के दौरान सृजन प्रदर्शनी में प्रदर्शित चित्र।
जेकेके स्थित शिल्पग्राम में शुरु हुआ राजस्थान के रंगों में रंगा क्राफ्ट एण्ड फूड बाजार
राजस्थान दिवस के मौके पर आयोजनों की श्रृंखला में पर्यटन विभाग और राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (राजीविका) के संयुक्त तत्वावधान में शिल्पग्राम में क्राफ्ट एण्ड फूड बाजार का उद्घाटन हुआ। इस आयोजन का शुभारंभ पर्यटन विभाग की संयुक्त निदेशक डॉ. पुनीता सिंह, संयुक्त निदेशक दलीप सिंह राठौड़ और राजीविका के प्रोजेक्ट मैनेजर श्याम सुंदर शर्मा ने द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया।
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राजस्थान दिवस क्राफ्ट एवं फूड बाजार का शुभारंभ करते हुए संयुक्त निदेशक पर्यटन पुनीता सिंह एवं दलीप सिंह राठौड़।
आपको बता दें कि यह बाजार न केवल राजस्थान की समृद्ध हस्तशिल्प और व्यंजनों की झलक प्रस्तुत करता है, बल्कि देशभर के विभिन्न राज्यों की संस्कृति और परंपराओं को भी एक मंच पर लाने का कार्य कर रहा है।
राजस्थान के रंग थीम पर आधारित इस क्राफ्ट एण्ड फूड बाजार में राजस्थान के विभिन्न अंचलों से आईं महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा पारंपरिक हस्तशिल्प, स्थानीय खानपान, और ग्राम्य उत्पादों की स्टॉल सजाई गई हैं। यहां आने वाले दर्शक न केवल राजस्थानी कलाकारी और स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद उठा सकते हैं, बल्कि शिल्पकारों से सीधे बातचीत कर उनके उत्पादों की बारीकियों को भी समझ कर उन्हें खरीद भी सकते हैं।
देशभर के शिल्पकारों की सहभागिता और राजस्थानी परंपराओं के रंग
राजस्थान के अलावा उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और पंजाब जैसे राज्यों से भी स्वयं सहायता समूह इस आयोजन में भाग ले रहे हैं। इन समूहों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र की विशेष कलाओं और उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा है, जिससे यह बाजार बहु-सांस्कृतिक रंगों से भर गया है। यह आयोजन 30 मार्च तक चलेगा, और इस दौरान जवाहर कला केंद्र का शिल्पग्राम पूरी तरह से राजस्थानी परंपरा और लोकसंस्कृति के रंग में रंगा रहेगा। बाजार के साथ-साथ लोकनृत्य, पारंपरिक वाद्ययंत्रों की प्रस्तुति, और लाइव कुकिंग सेशन जैसी गतिविधियां भी आगंतुकों का मन मोहने के लिए आयोजित की जा रही हैं। जवाहर कला केंद्र की ओर से आयोजित सांस्कृतिक संध्या में लोक कलाकारों से दर्शकों को अपने मोहपाश में बांधे रखा।
ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की पहल
राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (राजीविका) के माध्यम से यह पहल महिला स्वयं सहायता समूहों को सशक्त करने के लिए की जा रही है। इन समूहों को अपने उत्पादों को व्यापक बाजार उपलब्ध कराने के साथ-साथ नए खरीदगार से जुड़ने का अवसर मिल रहा है। पर्यटन विभाग इस आयोजन के माध्यम से राज्य की लोकसंस्कृति को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ स्थानीय शिल्पकारों और कारीगरों को आर्थिक संबल देने का कार्य कर रहा है। यह बाजार पर्यटन को भी बढ़ावा देगा, क्योंकि इसमें भाग लेने वाले विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि राजस्थान के पर्यटन स्थलों से भी रूबरू होंगे।
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हस्तशिल मेले में घर की जरूरत के कलात्मक एवं आकर्षक सामान
• हस्तशिल्प: ब्लू पॉटरी, बंधेज, लाख की चूड़ियां, कठपुतलियां, मेटल क्राफ्ट, कशीदाकारी वस्त्र, मिट्टी व लकड़ी के हस्तनिर्मित उत्पाद।
• खान-पान: राजस्थान खान-पान के साथ ही विभिन्न राज्यों के स्थानीय मसालों से तैयार पारंपरिक व्यंजन।
• ग्राम्य उत्पाद: जैविक शहद, हस्तनिर्मित साबुन, आयुर्वेदिक उत्पाद, ऊनी वस्त्र और स्थानीय कृषि उत्पाद।