
“अमायरा को न्याय” के लिए उठी अभिभावकों की आवाज़, कैंडल मार्च आज
“अमायरा को न्याय” के लिए उठी अभिभावकों की आवाज़
12 वर्षीय अमायरा की आत्महत्या से झकझोर उठा जयपुर, अभिभावकों में गुस्सा और दुख
संयुक्त अभिभावक संघ ने उठाई SIT जांच की माँग, स्कूल की मान्यता रद्द करने की भी अपील
शाम 4:30 बजे नीरजा मोदी स्कूल गेट नंबर 3 से निकलेगा शांतिपूर्ण कैंडल मार्च, न्याय की ज्योति जलाने की अपील
विजय श्रीवास्तव,
जयपुर,dusrikhabar.com। प्रदेश के प्रतिष्ठित नीरजा मोदी स्कूल, मानसरोवर में 6th कक्षा की छात्रा 12 वर्षीय अमायरा की दर्दनाक आत्महत्या ने पूरे राजस्थान को झकझोर दिया है। इस घटना ने न केवल शिक्षा प्रणाली की संवेदनशीलता पर सवाल उठाए हैं, बल्कि हर अभिभावक के दिल में असुरक्षा और चिंता की भावना पैदा कर दी है।
इसी संदर्भ में संयुक्त अभिभावक संघ जयपुर ने आज (बुधवार) शाम 4:30 बजे एक शांतिपूर्ण कैंडल मार्च निकालने की घोषणा की है, ताकि अमायरा को श्रद्धांजलि दी जा सके और न्याय की मांग को स्वर दिया जा सके।
read also:कैसा रहेगा आपका आज, क्या कहता है भाग्यांक? 5 नवम्बर, बुधवार, 2025…
“अमायरा प्रकरण” पर न्याय की माँग तेज़ – अभिभावकों ने कहा, जिम्मेदारों को जवाब देना होगा
नीरजा मोदी स्कूल मानसरोवर की छात्रा अमायरा की आत्महत्या ने पूरे समाज को भीतर तक झकझोर दिया है। मासूम की यह खामोशी अब एक सवाल बन गई है – क्या जिम्मेदारों से जवाबदेही तय होगी?
इसी को लेकर संयुक्त अभिभावक संघ ने न्याय और पारदर्शिता की मांग करते हुए शांतिपूर्ण कैंडल मार्च का आयोजन किया है। यह कैंडल मार्च न तो विरोध प्रदर्शन है और न ही उग्र आंदोलन, बल्कि एक संवेदनात्मक जनअपील है कि भविष्य में कोई भी बच्चा ऐसी त्रासदी का शिकार न बने।
read also:WTM लंदन 2025 में दिया कुमारी ने किया पर्यटन मंडप का उद्घाटन
कहाँ और कब होगा कैंडल मार्च
यह कैंडल मार्च आज शाम 4:30 बजे से नीरजा मोदी स्कूल मानसरोवर, शिप्रा पथ स्थित गेट नंबर 3 से शुरू होगा। इस आयोजन में बड़ी संख्या में अभिभावक, विद्यार्थी, सामाजिक संगठन, समाजसेवी और नागरिक भाग लेंगे। सभी से अपील की गई है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अमायरा के लिए न्याय की ज्योति जलाएं।
read also:“वंदे मातरम्@150”: राजस्थान में देशभक्ति का महा उत्सव 7 नवम्बर से…
संयुक्त अभिभावक संघ की प्रमुख माँगें
संघ ने अपनी मांगों में स्पष्ट कहा है कि अमायरा प्रकरण की जांच पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से होनी चाहिए।
- अमायरा मामले में विशेष जांच दल (SIT) गठित की जाए।
- शिक्षा विभाग की जांच समिति में अभिभावक प्रतिनिधि को शामिल किया जाए।
- स्कूल प्रशासन की मान्यता रद्द की जाए, जिसने जिम्मेदारी से मुँह मोड़कर साक्ष्य मिटाने का प्रयास किया।
- NCPCR गाइडलाइन के अनुसार स्कूल सुरक्षा मानकों का सख्त पालन सुनिश्चित किया जाए।
- पूरा घटनाक्रम पारदर्शी रखा जाए, ताकि अन्य अभिभावक बच्चों की सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें।
read also:डेयरी उद्योग की नई उड़ान, 1000 करोड़ के कोरपस फंड को मंजूरी…
अभिषेक जैन बिट्टू बोले — “यह एक परिवार नहीं, पूरे समाज की त्रासदी है”
संयुक्त अभिभावक संघ के राजस्थान प्रदेश प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा, “यह घटना केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी है। जब एक बच्ची स्कूल जैसी सुरक्षित जगह पर भी असुरक्षित हो जाए, तो यह हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी बनती है कि सच्चाई सामने आए और दोषियों को सज़ा मिले।”
उन्होंने आगे कहा, “अमायरा के साथ जो हुआ, वह किसी और बच्चे के साथ न हो — यही इस कैंडल मार्च का उद्देश्य है। हम चाहते हैं कि शिक्षा संस्थान बच्चों के लिए सुरक्षित और संवेदनशील स्थान बनें।”
अभिभावकों की एकजुटता का प्रतीक बनेगा यह कैंडल मार्च
यह मार्च केवल अमायरा के परिवार के लिए सहानुभूति नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतना का संदेश है। अभिभावक चाहते हैं कि विद्यालयों में जवाबदेही तय हो, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ भयमुक्त वातावरण में शिक्षा प्राप्त कर सकें।
————
Amyra Case, Neerja Modi School, Joint Parents Association Jaipur, Candle March Jaipur, Justice for Amyra, Suicide in School, Jaipur Education Controversy, Abhishek Jain Bittu, #AmayraJustice, #NeerjaModiSchool, #CandleMarchJaipur, #ParentsAssociation, #RajasthanNews, #JusticeForAmayra, #JaipurUpdates, #EducationSafety, #SchoolAccountability,
