गोविंददेवजी मंदिर में कृष्ण जन्मोत्सव का उल्लास, आज प्रकट होंगे कान्हा…

गोविंददेवजी मंदिर में कृष्ण जन्मोत्सव का उल्लास, आज प्रकट होंगे कान्हा…

गोविदंदेवजी मंदिर में तीन दिन तक चलेगा कृष्ण जन्मोत्सव-नंदोत्सव

आज प्रकट होंगे देवकी के कान्हा, बाल गोपाल श्रीकृष्ण

जयपुर सहित राजस्थान भर के श्रीकृष्ण मंदिरों में रहेगा त्योहार जैसा माहौल

रंगबिरंगी रोशनियों से सजाए गए हैं प्रदेशभर के श्रीकृष्ण मंदिर

गोविंददेवजी मंदिर में दिनभर में 7 झांकियों में होंगे कान्हा के दर्शन

राजस्थान के मंदिरों सहित झुंझुनूं की दरगाह में भी मनाया जा रहा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व

 

जयपुर, dusrikhabar.com: प्रदेशवासियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की ढेरों शुभकामनाएं और बधाई। आज 26 अगस्त है आज के दिन द्वापर युग में श्रीकृष्ण भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष में अष्टमी के दिन रात को प्रकट हुए थे। इस हिसाब से आज श्रीकृष्ण का 5251 वां जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। ऐसा कहा जाता है कि जब श्री कृष्ण धरती पर प्रकट हुए थे तब रोहिणी नक्षत्र और वृषभ राशि का चंद्र था। ठीक उसी तरह आज रात भी रोहिणी नक्षत्र और वृषभ राशि का चंद्र रहेगा। इसलिए पंडितों और शास्त्रों को अनुसार कई हजार वर्षों में बना शुभ मुहूर्त का योग बन रहा है। 

जयपुर के आराध्य गोविंद देवजी मंदिर में अल सुबह मंगला आरती से तीन दिवसीय श्रीकृष्ण जन्म महोत्सव की शुरुआत हो गई है। गोविंददेवजी मंदिर में हजारों किलों फूलों से मंदिर प्रांगण को सजाया गया है वहीं रंग बिरंगी रोशनियों से मंदिर परिसर नहाया हुआ है। सुबह से गोविंददेवजी मंदिर में श्रद्धालुओं की आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। जयपुर सहित प्रदेशभर के श्रीकृष्ण मंदिरों में विभिन्न झांकियां सजाई जा रही हैं। 

Read also: आज जन्मेंगे कान्हा, देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम

प्रदेश के किस मंदिर में कैसे मनेगी जन्माष्टमी 

आज जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण पहनेंगे 2.50 लाख की घड़ी, कान्हाजी प्रकट होने के बाद से ही सोने के खिलौनों से खेलते हुए नजर आएंगे। वहीं उनके जन्म के समय 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। आपको बता दें कि भगवान का विशेष श्रृंगार करने के बाद भक्तों के लिए दर्शन खोले जाएंगे। दिनभर भक्तों के लिए 7 झांकियों का आयोजन रखा गया है।

Read also: कैसा रहेगा आपका दिन, क्या कहता है आज आपका भाग्य…?
आज जन्माष्टमी के चलते गोंविददेवजी मंदिर में पास और गैर पास धारी श्रद्धालुओं के लिए रहेंगी अलग अलग व्यवस्थाएं। शाम सात बजे बाद पास से मंदिर परिसर में प्रवेश पर रोक लगा दी जाएगी। 

रात 12  बजे जन्म के समय 31 तोपों की सलामी के साथ ही आतिशबाजी की जाएगी। इसके बाद रात 12 बजे गोविंद अभिषेक दर्शन के लिए पट खुलेंगे। इस आयोजन में वेद पाठों के साथ दूध,दही, शहद, गाय के घी और गंगाजल श्रीकृष्ण का अभिषेक होगा। अभिषेक के बाद ठाकुरजी को विशेष भोग लगाया जाएगा। जिसमं पंजीरी लड्डू, खिरसा और रबड़ी कुल्हड़ का भोग खास तौर पर तैयार किया जाएगा। 

इस्कॉन मंदिर,मानसरोवर, जयपुर ( गिरधारी दाऊजी मंदिर)

जयपुर स्थित मानसरोवर के धौलाई में गिरधारी दाऊजी इस्कॉन मंदिर में सुबह 4.30 बजे मंगला झांकी के दर्शनों से आज दिन की शुरुआत हुई। मंदिर में दिनभर विभिन्न आयोजन चलेंगे। जिसमें भजन कीर्तन शामिल होंगे।  इसके बाद भगवान की लीलाओं पर आधारित अन्य कार्यक्रमों में अलग-अलग प्रकार के नृत्य के आयोजन होंगे। इस्कॉन मंदिर में वृंदावन से आई स्पेशल टीम की ओर से पूरे दिन भजन कीर्तन और श्रीकृष्ण की लीलाओं पर भक्ति संगीत होगा।

Read also:एक सेठ सब देता है, जो चाहिए, कौन है वो…! 

अक्षयपात्र मंदिर, जगतपुरा 

आज कृष्ण जन्मोत्सव के दिन जगतपुरा में हरे कृष्ण मार्ग स्थित श्री कृष्ण-बलराम मंदिर (अक्षयपात्र) में आज जन्माष्टमी और 27 अगस्त को नंदोत्सव पर्व आयोजन होगा। अक्षयपात्र  मंदिर में सुबह 4.30 बजे मंगला आरती के दर्शन का सिलसिला शुरु होकर रात 12 बजे तक जारी रहेगा। रात को महा अभिषेक और महा संकीर्तन होगा। इसके बाद रात 12 बजे महाआरती की जाएगी। जानकारों के अनुसार मंदिर में भगवान का बेंगलुरु के कलाकार श्रृंगार करेंगे। वहीं, भगवान को मथुरा के कारीगरों की ओर से तैयार की गई सिल्क की पोशाक धारण कराई जाएगी। 

अक्षरधाम मंदिर, वैशाली नगर

यहां आज के दिन मंदिर में मोरपंख की विशेष श्रृंगार झांकी सजाई गई है। ठाकुर जी का पूरे दिन पंचामृत अभिषेक किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान श्रीकृष्ण के विभिन्न लीलाओं पर आधारित 3D झांकियों के दर्शन सुबह से ही भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं। दिनभर भक्त श्रीकृष्ण के दर्शनार्थ यहां आ सकेंगे। 

श्रीनाथजी मंदिर, नाथद्वारा राजसमंद

आज के दिन का नाथद्वारा में विशेष महत्व होता है। यहां श्रीकृष्ण के बाल रूप का विशेष पूजन अर्चन होता है। आज जन्माष्टमी पर नाथद्वारा में श्रीनाथजी मंदिर में 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। मंदिर में सोमवार को जन्मोत्सव और मंगलवार को नंदोत्सव होगा। जन्माष्टमी पर रात 12 बजे मंदिर में घंटानाद होगा आपको बता दें कि मोतीमहल से दो-तीन बार जन्म होने की सूचना देने के लिए बिगुल बजाया जाएगा। मंदिर के रसाला चौक में तैयार बैठे श्रीनाथ गार्ड के 15 जवान बिगुल सुनकर तोपों से 21 बार सलामी देंगे। इस दौरान मंदिर में थाली-मादल, मृदंग झांझ, नगाड़ा, शंख बजाया जाएगा। 

खाटू श्यामजी मंदिर, सीकर

आपको बता दें कि देश विदेश में भगवान श्रीकृष्ण के अवतार सीकर के रींगस के गांव खाटू में स्थित खाटू श्यामजी मंदिर में जन्माष्टमी पर विशेष आयोजन नहीं होता। जन्माष्टमी के दिन रात 10 बजे मंदिर के पट बंद हो जाएंगे। उसके बाद रात को 12 बजे जन्मोत्सव के साथ ही खाटू श्यामजी के पट खुलेंगे। बाबा खाटू का पंचामृत से अभिषेक होगा और लोगों में प्रसादी वितरण होगी। 

Read also:
दुनियाभर में सोलो ट्रेवलिंग का क्रेज, राजस्थान बेस्ट डेस्टिनेशन

मदन मोहन मंदिर, करौली

राजस्थान के करौली जिले में मदन मोहनजी के मंदिर में भी जन्माष्टमी पर विशेष आयोजन होंगे। आज सुबह 4 बजे मंगला आरती आयोजनों की शुरुआत हो चुकी है। अब दिनभर मंदिर में विभिन्न आयोजन हो रहे हैं।  मंदिर में परंपरागत ढाडा-ढाडिन नृत्य और बधाई गायन होंगे। रात 12 बजे आरती के साथ जन्म दर्शन खुलेंगे। 

चित्तौड़गढ़ के सावंलिया सेठ में सजा है भव्य दरबार 

चित्तौड़गढ़ में कृष्णधाम सांवलिया जी का दरबार दो किलोमीटर दूर तक सोने की तरह चमक रहा है। इस मंदिर की मान्यता देश-विदेश तक में है। लोग भगवान सांवलिया को अपना व्यापार में पार्टनर बनाते हैं। आज जन्माष्टमी के दिन मंदिर में दिनभर कई आयोजन होंगे। आज रात  12 बजे जन्माष्टमी पर सांवलिया सेठ को पंजीरी का भोग लगाया जाएगा। आज ही 900 किलो पंजीरी का प्रसाद बनाया जाएगा। भगवान को रात 12 बजे माखन-मिश्री एवं सूखे मेवे से बने केक और पंजीरी का भी भोग लगाया जाएगा। उसके बाद भक्तों में इसका वितरण होगा। 

सैकड़ों लाइटों से जगमग हुआ सांवलिया सेठ मंदिर, दो किलोमीटर दूर से चमक रहा

मंदिर परिसर को सैकड़ों लाइनर और ट्यूबलर वाली फसाड लाइट्स से सजाया गया है। इसके चलते मंदिर की आभा वृंदावन के प्रेम मंदिर जैसी नजर आ रही है। ऐसा पहली बार है जब मंदिर परिसर में 10 एलईडी से लाइव दर्शन भी करवाए जा रहे हैं। यह व्यवस्था भी स्थायी होगी। मंदिर समिति के सीईओ राकेश कुमार का कहना है कि लाइट्स आरजीबी डब्ल्यू तकनीक से लगाई गई हैं। ये पत्थर के रंग की है, जिससे लाइटें नहीं दिखतीं।

Read also: सितम्बर में होंगे आधार से LPG सिलेंडर तक ये 6 बड़े बदलाव…

 

दरगाह में मनाया जा रहा तीन दिवसीय जन्माष्टमी पर्व

इधर साम्प्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल बनाते हुए राजस्थान के झुंझनू की एक दरगाह ऐसी है जहां कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है। ये कोई आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि हमारा देश सर्व धर्म सम्भाव है इसलिए हमारे यहां इस तरह की परंपराएं सदियों से चली आ रही हैं। अक्सर आपने मंदिरों में कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव होते देखा होगा लेकिन किसी दरगाह में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव पहली बार आप देखेंगे। झुंझुनूं से करीब 40 और चिड़ावा से करीब 10 किमी दूर नरहड़ गांव है। यहीं नरहड़ पीर बाबा की दरगाह है जहां भगवान श्रीकृष्ण के जन्म को लेकर तीन दिवसीय उत्सव मनाया जा रहा है।

CATEGORIES
TAGS
Share This

COMMENTS

Wordpress (0)
Disqus (0 )

अपने सुझाव हम तक पहुंचाएं और पाएं आकर्षक उपहार

खबरों के साथ सीधे जुड़िए आपकी न्यूज वेबसाइट से हमारे मेल पर भेजिए आपकी सूचनाएं और सुझाव: dusrikhabarnews@gmail.com