
“गांधी वाटिका” अमूल्य विरासत
गांधी की अमूल्य विरासत “गांधी वाटिका” का उद्घाटन
Gandhi Vatika में राहुल गांधी, सीएम अशोक गहलोत सहित तमाम कांग्रेसी नेता रहे मौजूद
जयपुर। Gandhi Vatikaजयपुर के सेंट्रल पार्क में बनी ‘गांधी वाटिका’ का लोकार्पण राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा सांसद राहुल गांधी एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोकार्पण किया। गहलोत ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में देश में गांधी दर्शन अत्यंत महत्वपूर्ण है। राज्य सरकार ने महात्मा गांधी के विचारों व मूल्यों से नई पीढ़ी को रूबरू करवाने के लिए यह अभिनव पहल की है।
गहलोत गांधी वाटिका के लोकार्पण के बाद देशभर से आए 200 से अधिक प्रख्यात गांधीवादियों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान खड़गे, राहुल गांधी एवं मुख्यमंत्री ने गांधी वाटिका का अवलोकन किया तथा वहां आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल हुए।
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जन-जन तक पहुंचेंगे गांधीजी के विचार
खड़गे ने कहा कि गांधी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की यह पहल सराहनीय है। Gandhi Vatika अन्य राज्यो को भी इसका अनुसरण करना चाहिए। आज के दौर में जब वैश्विक स्तर पर लोकतंत्र पर प्रहार हो रहे हैं, ऐसे संस्थान एक आशा की किरण के रूप में देश को एक नई दिशा देने का कार्य करते हैं। आज हम सब को मिलकर गांधीजी के आदर्शो को जीवित रखना है।
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डर का सामना करने की सीख
राहुल गांधी ने कहा कि गांधी को एक व्यक्ति के रूप में ना देखकर जीवन जीने के तरीके के रूप में देखना चाहिए। जीवन में भय का स्थान नहीं होना चाहिए। आज की युवा पीढ़ी को Gandhi Vatika गांधी के जीवन से डर का सामना करने की सीख लेनी चाहिए।
85 करोड़ रुपए की लागत से बनी गांधी वाटिका
सेंट्रल पार्क में 85 करोड़ रुपए की लागत से बनी गांधी वाटिका की विषय वस्तु गांधीवादी विचारकों की समिति के मार्गदर्शन में तैयार की गई है। वाटिका के भूतल पर अंग्रेजों के भारत आगमन से लेकर गांधी के दक्षिण अफ्रीका प्रवास तक के कालखंड को 5 हिस्सों में अंकित किया गया है।
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राजस्थान ने पकड़ी गांधी की राह
वहीं Gandhi Vatika के प्रथम तल पर गांधी के भारत में अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलनों एवं उनके दर्शन को प्रदर्शित किया गया है। द्वितीय तल पर विशेष पुस्तकालय, सेमिनार हॉल एवं कॉन्फ्रेंस कक्ष निर्मित किए गए हैं। कॉन्फ्रेंस कक्ष को क्रमशः ‘राजस्थान ने पकड़ी गांधी की राह’, ‘गांधी : अपने आइने में मैं’ एवं ‘गांधी के सपनों का संसार’ तीन खंडों में बांटा गया है।
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भवन निर्माण में सादगी और पर्यावरण के अनुकूल
भवन निर्माण में सादगी एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु विशेष रूप से मिट्टी की दीवारें तैयार की गई हैं। वाटिका में केलू की छत लगाई गई है। साथ ही, वाटिका में 14 हजार पेड़-पौधे लगाए गए हैं। वाटिका में कैफेटेरिया, खुला नाट्य मंच, विमर्श कक्ष जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद के.सी. वेणुगोपाल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, गांधी पीस फाउंडेशन के अध्यक्ष कुमार प्रशांत, पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, मुख्य सचिव उषा शर्मा सहित मंत्रिपरिषद् के सदस्य, विधायकगण एवं उच्चाधिकारी उपस्थित थे।