
17 मार्च को दिल्ली में मनाया जाएगा गो प्रतिष्ठा दिवस
संविधान और कानून में गाय को राज्य सूची से हटाकर केन्द्रीय सूची में करें शामिल
17 मार्च को दिल्ली में मनाया जाएगा गो प्रतिष्ठा दिवस
चारों शंकराचार्य रहेंगे दिल्ली में इस आयोजन में उपस्थित देशभर से
करीब डेढ़ लाख से अधिक गौ भक्त और सनातनी भी रहेंगे मौजूद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रहेगी मांग- गौ माता को राष्ट्रीय माता का दर्जा दिलाने की मांग: देवेंद्र पांडे
विजय श्रीवास्तव,
जयपुर, (dusrikhabar.com)। वेद, उपनिषद्, पुराणों व धर्मशास्त्रों में गौ की महिमा गई है। ये ही कारण है कि गाय को पशु नहीं माता माना गया है। ये सनातनधर्मी हिंदुओं की पवित्र भावना और आस्था है। इसी भावना को लेकर संविधान व कानून में गाय को राज्य सूची से हटाकर केन्द्रीय सूची में शामिल कर राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाने व गो हत्या मुक्त भारत बनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। यह कहना था जयपुर आए गो प्रतिष्ठा आंदोलन के राष्ट्रीय सचिव देवेंद्र पांडे और सुरेन्द्र सिंह अचलपुरा गो सांसद का। उन्होंने बताया, कि गो प्रतिष्ठा आंदोलन राजस्थान में भी चलाया गया है। इस मौके पर मालचंद शर्मा, कृष्ण गिरी महाराज, ओम प्रकाश शर्मा, देवकिनंदन शर्मा, हेमंत शर्मा, आशीष मीना और विजय कौशिक उपस्थित रहे।

गौ प्रतिष्ठा यात्रा को लेकर प्रेसवार्ता करते गो प्रतिष्ठा आंदोलन के राष्ट्रीय सचिव देवेंद्र पांडे देवेंद्र पांडे(बीच में)।
पत्रकारों के सवालों के जवाब
पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए देवेंद्र पांडे ने कहा कि खबरों के माध्यम से ही हमें मालूम पड़ा कि मोदी की सरकार को गो हत्या करने वाली कई कंपनियों ने काफी चंदा दिया। अब दिल्ली में गो प्रतिष्ठा दिवस पर श्रेणियां तय हो जाएंगी। साथ ही गाय की आरती उतारने वाले, गायों के लिए जिनकी आंखों में आंसू तक आ जाते हैं ऐसे प्रधानमंत्री से हमारी यही मांग रहेगी कि गाय माता को राष्ट्रीय माता का दर्जा दिया जाए।
केंद्र और ज्यादातर राज्यों में सनातनी सरकार होने के बाद भी क्यों देश में गो हत्या का सिलसिला जारी है, सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम प्रयासरत हैं और अब दिल्ली में ये ही देखना है कि कौन सच्चा भक्त है और कौन कसाई? गौशाला चलाने वाले हजारों संगठन हमारे साथ हमारे इस अभियान में जुड़े हैं। ये सभी हमारे इस आयोजन में दिल्ली में हमारे साथ 17 मार्च को खड़े मौजूद रहेंगे।

गो हत्या समर्थक व कपूतों की होगी पहचान:
देवेंद्र पांडे और सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि 17 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री व सभी विपक्षी पार्टियों की प्रतीक्षा करते हुए गो हत्या के कारणों को जानने और सरकार की ओर से गो माता को राष्ट्र माता घोषित करने के लिए जगदूरु शङ्कराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती 1008 के सानिध्य में एक दिवस गो प्रतिष्ठा-प्रतीक्षा दिवस मनाया जाएगा। साथ ही गो हत्या समर्थक कपूतों और गो रक्षक सपूतों को चिन्हित किया जाएगा। राष्ट्रीय हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कौशिक ने कहा, कि सनातन सरकार और राष्ट्र गो भक्तों की सरकार है। ऐसे में गो माता को राष्ट्र माता बनाकर सरकार को नए हिन्दू राष्ट्र की शुरूआत करनी चाहिए।

ज्यादा से ज्यादा गो भक्त हो शामिल:
उन्होंने बताया, कि सभी राज्यों से लाखों लोगों के आने की उम्मीद है। वहीं शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्द महाराज ने देशवासियों से अपील की है कि प्रतिष्ठा निर्णायक दिवस पर अधिक से अधिक संख्या में एकत्रित हो। गो प्रतिष्ठा आंदोलन संयोजक गोपाल मणि महाराज यात्रा की सफलता के लिए शंकराचार्य के साथ रहेंगे। वहीं हर राज्य की राजधानी में गो प्रतिष्ठा सम्मेलन किया जा रहा है, जिसकी शुरुआत अयोध्या से हुई। यात्रा पूर्व, पश्चिम, दक्षिण, उत्तर होते हुए 17 मार्च दिल्ली में रामलीला मैदान जाएगी।

गो प्रतिष्ठा दिवस के ये हैं लक्ष्य
गो प्रतिष्ठा निर्णायक दिवस से भारत में गो प्रतिष्ठा आन्दोलन के लिए हर राष्ट्र के गोभक्त हिन्दुओं को जागृत कर एक सूत्र में पिरोना है। गो माता की दुर्गति को रोककर पशु सूची के अपमान से हटाकर राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाना है।

