
गहलोत-पायलट के सामने भाजपा ने उतारे प्रत्याशी
58 प्रत्याशियों की भाजपा की तीसरी लिस्ट जारी
भाजपा की तीसरी लिस्ट में वसुंधरा समर्थकों को मिली तवज्जो
विजय श्रीवास्तव, वरिष्ठ पत्रकार।
जयपुर। विधानसभा चुनावों में अभी तक दोनों बड़े राजनीतिक दल कांग्रेस और भाजपा अभी तक 200 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं कर पाए हैं। भाजपा ने गुरुवार दिनांक 2-11-2023 को अपने 58 प्रत्याशियों की एक और लिस्ट जारी कर दी है।
इस लिस्ट के बाद भाजपा अब तक कुल 182 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी भाजपा को अभी भी 18 सीटों पर मंथन कर उम्मीदवारों के नामों की सूची जारी करनी है। आपको ये भी बता दें कि भाजपा की तीसरी सूची में वसुंधरा राजे के समर्थकों का पूरा ध्यान रखा गया है और उन्हें टिकट से नवाजा गया है।
यह भी पढ़ें:भारद्वाज ने जनता से मांगे 20 दिन…!
भाजपा की 58 प्रत्याशियों की लिस्ट में भाजपा का ये पूरा प्रयास रहा है कि हर जाति वर्ग को साधा जाए साथ ही जिताऊ उम्मीदवार पर ही दाव लगाया जाए। इसलिए भाजपा ने कांग्रेस और अन्य दलों को छोड़ भाजपा में शामिल हुए कई उम्मीदवारों को पहली बार में ही विधानसभा का टिकट दे दिया है।
यह भी पढ़ें:कांग्रेस ने जारी की 56 प्रत्याशियों की तीसरी सूची
किसे, कहां से और क्यों मिला टिकट? जानिए सब कुछ
कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुईं ज्योति खंडेलवाल को हवामहल से टिकट नहीं मिल पाया हे। यहां से भाजपा ने बाल मुकुंद आचार्य को टिकट दिया है। हालांकि किशनपोल विधानसभा सीट को लेकर भाजपा में मंथन जारी है कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा ज्योति खंडेलवाल को किशनपोल विधानसभा सीट से टिकट दे सकती है।
अलवर के रामगढ़ से जय आहूजा पर भाजपा ने जताया भरोसा आपको बता दें कि ज्ञानदेव आहूजा के भतीजे हैं जय आहूजा। चूंकि अलवर पाकिस्तानी विस्थापित हिंदू और अधिकतर कन्वर्टेड मुस्लिम परिवारों का गढ़ है और जय आहूजा इन परिवारों के अधिकारों के लिए लंबे समय से काम कर रहे हैं।
वहीं अलवर के बहरोड़ से पूर्व मंत्री जसवंत सिंह यादव को भाजपा ने चुनावी मैदान में उतारा है। हालांकि जसवंत के बेटे मोहित भी भाजपा की इस सीट के लिए दावेदारी जता रहे थे।
यह भी पढ़ें:राजस्थान कांग्रेस की दूसरी सूची में चौंकाने वाला नाम…!
गहलोत के सामने मदन सिंह और पायलट के सामने अजीत मेहता
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने सरदारपुरा सीट से भाजपा ने मदन सिंह राठौड़ को मैदान में उतारा है। भाजपा के लिए ये दाव कहां तक सही साबित होगा ये तो वक्त ही बताएगा लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस सीट से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को चुनावी मैदान में उतरने की चुनौती दी थी। वहीं सचिन पायलट के सामने भी भाजपा ने अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान करते हुए अजीत सिंह मेहता को मौका दिया है। हालांकि सचिन पायलट का टोंक विधानसभा सीट पर बड़ा बहुमत है और ऐसा कहा जाता है कि उन्हें अब इस सीट से लंबे समय तक कोई हरा नहीं पाएगा। ऐसे में भाजपा का ये फैसला सही साबित होगा या नहीं ये टोंक विधानसभा चुनाव के परिणाम ही बताएंगे।
यह भी पढ़ें:कांग्रेस-RLP के 10 नेता भाजपा में शामिल
जगत सिंह और पायलट समर्थक सुभाष मील को भी टिकट
भरतपुर के नदबई से नटवर सिंह के बेटे जगत सिंह को भाजपा ने मौका दिया है। कहा जाता है कि नटवर सिंह के बेटे जगत सिंह की अपने क्षेत्र में अच्छी पकड़ है जिसके चलते भाजपा ने उन पर ये दाव खेला है। भाजपा ने सीकर के खंडेला से सचिन पायलट समर्थक सुभाष मील को टिकट दिया है। मील हाल ही में कांग्रेस को छोड़ भाजपा में शामिल हुए हैं। कांग्रेस में टिकट नहीं मिलने से नाराज सुभाष मील ने भाजपा का दामन थामा था।
पूर्व विधानसभाध्यक्ष कैलाश मेघवाल का पत्ता साफ
भाजपा ने सांसद और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर आरोप लगाने वाले विधायक कैलाश मेघवाल जो कि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं का टिकट काट दिया है। कैलाश मेघवाल की जगह भाजपा ने शाहपुरा से लालाराम बैरवा को प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा है।