बच्चों में बढ़ रहा कमर दर्द: 10–20% बच्चे प्रभावित, जानिए कारण और उपाय

बच्चों में बढ़ रहा कमर दर्द: 10–20% बच्चे प्रभावित, जानिए कारण और उपाय

गलत पॉश्चर और भारी स्कूल बैग मुख्य वजहें

विशेषज्ञों ने बताए बच्चों में रीढ़ संबंधी समस्याओं के संकेत

योग, व्यायाम और पोषण से कमर दर्द से मिल सकती है राहत

जयपुर,dusrikhabar.com। हाल के अध्ययनों में सामने आया है कि बच्चों में कमर दर्द तेजी से एक आम स्वास्थ्य समस्या बनती जा रही है। 5–10 वर्ष आयु वर्ग में इसका प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है और कई सामान्य कारण इसके पीछे जिम्मेदार हैं। विशेषज्ञ माता-पिता को जागरूक होने और समय पर चिकित्सकीय सलाह लेने की सलाह दे रहे हैं।

देशभर में बच्चों के बीच कमर दर्द एक उभरती स्वास्थ्य चिंता बन गया है। विभिन्न अध्ययनों के अनुसार 10–20% बच्चे किसी न किसी समय कमर दर्द का अनुभव करते हैं, जबकि 5–10 वर्ष के आयु समूह में यह समस्या अधिक देखी जाती है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि लड़कियों में यह दर्द लड़कों की अपेक्षा अधिक पाया जाता है। विशेषज्ञ इसे बच्चों की लाइफस्टाइल, गलत पॉश्चर और बढ़ते अकादमिक बोझ से जुड़ी समस्या बता रहे हैं।

बच्चों में कमर दर्द के प्रमुख कारण

सीनियर कंस्लटेंट फिजिकल मेडिसिन एंड रिहेब्लिटेशन, सुरेंद्र आबुसरिया ने बताया कि बच्चों में कमर दर्द होने के कई सामान्य कारण हैं, जिनमें गलत बैठने की आदतें, स्कूल बैग का अधिक वजन, शारीरिक गतिविधियों की कमी और पोषण संबंधी कमियां प्रमुख हैं।

माता-पिता को चाहिए कि यदि बच्चा लगातार दर्द की शिकायत करे तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें, क्योंकि रीढ़ संबंधी समस्याएँ शुरुआती अवस्था में चिन्हित करने पर आसानी से नियंत्रित की जा सकती हैं।

बच्चों में रीढ़ की समस्या के प्रमुख लक्षण

  • पैरों या पीठ में बार-बार दर्द की शिकायत

  • लगातार झुककर बैठना या गलत पॉश्चर

  • जल्दी थकान महसूस होना

  • चलने में परेशानी या असंतुलित चाल

  • खेलकूद में रुचि कम होना

कमर दर्द के प्रमुख जोखिम कारक

1. भारी स्कूल बैग

विशेषज्ञों के अनुसार, बच्चों के कंधों और रीढ़ पर सबसे अधिक दबाव भारी स्कूल बैग डालते हैं। इससे कमर दर्द और रीढ़ की विकृतियाँ बढ़ने का जोखिम रहता है।

2. गलत पॉश्चर

झुककर बैठना, लंबे समय तक स्क्रीन के सामने बैठना और गलत पोजिशन में पढ़ाई करना रीढ़ की हड्डी पर दबाव बढ़ाते हैं।

3. व्यायाम की कमी

नियमित खेलकूद एवं व्यायाम बच्चों की मांसपेशियों और रीढ़ को मजबूत बनाते हैं। इसकी कमी से दर्द और अकड़न बढ़ सकती है।

4. आहार में कैल्शियम और विटामिन D की कमी

कमजोर हड्डियाँ अक्सर बच्चों में कमर दर्द का बड़ा कारण बनती हैं।

5. चिकित्सकीय जाँच की आवश्यकता

यदि समस्या लगातार बनी रहे तो विशेषज्ञ जांच जरूरी है, ताकि किसी गंभीर स्पाइन डिसऑर्डर का प्रारंभिक स्तर पर पता लगाया जा सके।

कमर दर्द से बचाव के असरदार उपाय

  • नियमित योग और व्यायाम

  • स्क्रीन टाइम कम करना

  • सही पॉश्चर अपनाना

  • स्कूल बैग का वजन कम रखना

  • कैल्शियम और विटामिन डी युक्त संतुलित आहार

  • समय-समय पर चिकित्सकीय जांच

विशेषज्ञ मानते हैं कि सही आदतें अपनाकर बच्चों में कमर दर्द की समस्या को काफी हद तक रोका जा सकता है।

————— 

Back pain in children, school bag weight, wrong posture, spine problems, yoga and exercise, calcium, vitamin D, spine health, #Child Health, #Back Pain Kids, #Spine Problems, #Pediatric Health, #Yoga for Kids, #School Bag Weight, #Parentiच्चोng Tips, #Health Awareness

CATEGORIES
TAGS
Share This

COMMENTS

Wordpress (0)
Disqus ( )

अपने सुझाव हम तक पहुंचाएं और पाएं आकर्षक उपहार

खबरों के साथ सीधे जुड़िए आपकी न्यूज वेबसाइट से हमारे मेल पर भेजिए आपकी सूचनाएं और सुझाव: dusrikhabarnews@gmail.com