
वेतन विसंगतियों सहित कई मांगें, 17 मार्च से कर्मचारियों की हड़ताल का ऐलान…
खेमराज कमेटी एवं बजट घोषणा में उपेक्षा से कर्मचारी वर्ग में असंतोष
अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत ने किया हड़ताल का ऐलान
वेतन विसंगतियों सहित अपनी तमाम मांगों को लेकर कर्मचारी 17 मार्च से होगी चरणबद्ध हड़ताल
महासंघ अध्यक्ष राजेंद्र राणा ने प्रेसवार्ता कर मीडिया को कर्मचारियों की मांगों से करवाया रूबरू
विजय श्रीवास्तव,
जयपुर,(dusrikhabar.com)। अखिला राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत के पदाधिकारियों ने 17 मार्च से चरणबद्ध तरीके से प्रदेश के कर्मचारियों की हड़ताल का ऐलान किया। जयपुर में सांगानेर स्थित एक निजी होटल में प्रेसवार्ता कर महासंघ के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राणा ने मीडिया के सामने अपनी मांगों को रखा और सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि हम सरकार तक अपनी मांगों को कई बार रख चुके हैं लेकिन सरकार के स्तर पर ऊंट के मुंह में जीरा जितनी राहत देने कवायद की गई जिससे आज प्रदेश के सभी कार्मिक परेशान हैं।
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राजेंद्र सिंह राणा ने कहा कि जब हमारी ठीक से सुनवाई नहीं होती तब जाकर हम आंदोलन की राह पर बढ़ते हैं। राजस्थान में कर्मचारियों की वेतन विसंगती बहुत बड़ा विषय है इसके अलावा संविदा कर्मचारियों के नियमितिकरण की हमारी सरकार से मांगे है।
खेमराज कमेटी ने भी कुछ नहीं सोचा कर्मचारियों के लिए
राणा ने कहा कि खेमराज कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद राजस्थान के कर्मचारियों को बहुत बड़ा धक्का लगा। चाहे शिक्षक हों चाहे इंजिनियर हों चाहे अन्य कर्मचारी हों खेमराज कमेटी की रिपोर्ट में वेतन विसंगतियों को दूर करने का कहीं कोई जिक्र नहीं है। हमें बजट में सरकार से उम्मीद थी कि कमेटी ने हमारी मांगों पर कोई कार्य नहीं किया तो सरकार बजट में कर्मचारियों के लिए कोई तो घोषणा करेगी लेकिन सरकार ने बजट में कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान की बात होनी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
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बजट से कर्मचारियों को हुई बड़ी निराशा
2025 के बजट से हमें बड़ी उम्मीदें थी लेकिन इससे सिर्फ निराशा ही हाथ लगी है। 8, 16, 24, 32 वर्ष की सेवा उपरांत वेतन उन्नयन भी हमारा एक मुद्दा है। शिक्षकों की स्थानांतरण नीति का मुद्दा, शिक्षक चिकित्सा विभाग के तमाम कैडर हैं उनके कैडर के पुनर्गठन का विषय और हमारी महिला पर्यवेक्षकों और महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और अन्य की अपेक्षित मात्रा में न्यूनतम वेतन की घोषणा सरकार करती तो ठीक था लेकिन सरकार के बजट ने कर्मचारियों को केवल निराश ही किया है। महासंघ के अध्यक्ष राजेंद्र राणा ने कहा कि कर्मचारियों की बढ़ती परेशानियों के चलते कर्मचारियों की सर्वसम्मति से हमने यह तय किया है कि राजस्थान का कर्मचारी अपनी मांगों को मनवाने के लिए परंपरागत तरीके से 17 मार्च से चरणबद्ध तरीके से प्रदेशव्यापी हड़लात का ऐलान करता है।
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17 मार्च से कर्मचारियों की चरणबद्ध हड़ताल
जागृति सभाएं और प्रदर्शनों से हम अपने आंदोलन की शुरुआत करेंगे जो क्रमबद्ध तरीके से आगे बढ़ता रहेगा। राणा ने कहा कि आज इस मौके पर हमारी महासंघ ने नई कार्यकारिणी का गठन किया इन सभी पदाधिकारियों को हम स्वागत करते हैं।
ये हैं प्रमुख मांगें
- खेमराज कमेटी द्वारा राज्य कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर करने संबंधी सिफारिश नहीं करने से नाराजगी
- बजट 2025 में भी चिकित्सा, शिक्षा, अधीनस्थ इंजीनियर्स, पंचायतीराज इत्यादि विभागों के लाखों कर्मचारियों की वेतन विसंगति
- कर्मचारियों के कैडर का पुर्नगठन और शिक्षकों के स्थानान्तरण नीति
- सेवानिवृति पर सभी को 50 प्रतिशत पेंशन की सुनिश्चितता
- 8/16/24/32 वर्ष की सेवा उपरांत वेतन उन्नयन
- संविदा कर्मियों को पर्याप्त मानदेय एवं उनके बहुप्रतिक्षित नियमितीकरण
नई कार्यकारिणी
प्रदेशाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह राना ने महासंघ की प्रदेश कार्यसमिति के पुर्नगठन की भी घोषणा की। संरक्षक सियाराम शर्मा, सलाहकार शशिभूषण शर्मा, मुख्य महामंत्री नवीन कुमार शर्मा, महामंत्री विपिन शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं मुख्य प्रवक्ता जितेन्द्र सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरलाल डूकिया, डी.पी. चौधरी, वीरेन्द्र शर्मा, भूदेव धाकड़, उपाध्यक्ष राजपाल फोगाट, सुनील कोठारी, शगुफ्ता खान, बीना शर्मा, वित्त मंत्री कैलाश शर्मा, संयुक्त महामंत्री विकास शर्मा, मोहनसिंह राजावत, दयानंद सोनी, प्रवक्ता वकी अहमद, डा. राकेश नेहरा, ऋषि धाकड़, प्रदेश संगठन मंत्री किशन सिंह चौहान, पवन कुमार शर्मा, किशनलाल मीना, राजकुमार जीनगर, संयुक्त मंत्री गणपत सिंह, भूपेन्द्र स्वामी, वी.पी. सिंह नरूका, महिला मंत्री वंदना कंवर, अनीता वर्मा, कुलविन्दर कौर, खेलकूद एवं युवा मामलात मंत्री राजेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र जाट, सांस्कृतिक मंत्री अनीता मेहरा, अंजू शर्मा, सूचना तकनीकी मंत्री विजय शर्मा, कार्यालय मंत्री संजय गोवर्धन सिंह, संविदा प्रकोष्ठ मंत्री संभोग महिला प्रकोषधी मला लावा, सीता माई राजेश कटारे, दौलतराम, नीरज औदिच्य, संभागीय उपाध्यक्ष बीकानेर श्रवण कुमार वर्मा, उदयपुर- विक्रम सिंह सायावत, जोधपुर- रामजीवन चौधरी, भरतपुर-रामदयाल मीना, अजमेर- भगवत डांगी, कोटा मोहनलाल धाकड़ होंगे। साथ ही 31 सदस्यीय प्रदेश कार्यसमिति होगी।