
शिक्षा का वरदान कोई नहीं छीन सकता-जीकेप में बोले सचिन पायलट
जयपुर में जीकेप भवन का शिलान्यास एवं भामाशाह सम्मान समारोह
एक ही दिन में समाज के भामाशाहों ने दिया 2 करोड़ 30लाख रुपए का चंदा
केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल सिंह गुर्जर, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, पूर्व मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह, गुजरात के पूर्व मंत्री
विजय श्रीवास्तव, वरिष्ठ पत्रकार।
जयपुर,(dusrikhabar.com)। राजस्थान कर्मचारी अधिकारी कल्याण परिषद के तत्वाधान में गुरुवार को भव्य जीकेप भवन का शिलान्यास किया गया। गुर्जर कर्मचारी अधिकारी कल्याण परिषद (जीकेप) के भवन का भूमि पूजन एवं भामाशाह सम्मान समारोह मेट्रो एन्क्लेव मानसरोवर बी-2 बाईपास जयपुर में सम्पन्न हुआ। भूमि पूजन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं गुर्जर समाज के युवा नेता सचिन पायलट रहे, वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय सहकारिता मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने की।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि सचिन पायलट ने कहा कि समाज के बच्चों को शिक्षित करने के लिए ऐसे भवन की आवश्यकता थी, जहां गांव शहर के बच्चे पढ़ सके। अभी हमारे बच्चे परीक्षा भी पास करते हैं, लेकिन प्रतिस्पर्धा में पिछड़ जाते हैं, साक्षात्कार के समय सवालों के जवाब नहीं दे पाते। उनकी झिझक खत्म करनी होगी। पायलट ने कहा कि राजनीति में हर दल की भूमिका होती है जो कड़वा खून का घूंट पीकर लोगों को जोड़ने का काम करता है। लोग उसे लंबे समय तक याद रखते हैं, बातों को समझना और गरीब लोगों के लिए काम करने वालों की चर्चा होती है,
आलोचना हो तो सार्थक हो, लेकिन हमारा उद्देश्य क्या है जिन लोगों का जीवन सुधार रहे हैं उनमें भी महत्वाकांक्षा होनी चाहिए। हम भूल जाएं कि हमारी जड़े कहां कहां है। मैं समाज के परिपेक्ष में पूरी जीकेप टीम को धन्यवाद देता हूं। पायलट ने कहा कि जो शिक्षा का वरदान प्राप्त कर लेता है उसे कोई नहीं छीन सकता। जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं बच्चों को शिक्षा दिलाना सब की जिम्मेदारी है।
वर्तमान राजनीति पर किया कटाक्ष
पायलट ने कहा- मैं 2004 में पहली बार संसद गया, तब संवाद होता था लोग धैर्य से बैठकर बात सुनते थे, अटल बिहारी वाजपेयी जो बोलते थे लोग उन्हें सुनते थे, लेकिन दुर्भाग्य है कि अब संसद का तरीका बदल गया है, अब वैसा तरीका देखने को नहीं मिल रहा। जीकेप भवन को लेकर पायलट ने कहा कि चंदे का पूरा विवरण है पारदर्शिता है। पूरा विवरण वेबसाइट पर देखा जा सकता है, हमारा प्रयास होना चाहिए कि बच्चे पढ़-लिख कर लायक बन जाएं और देश की नीति में उनकी भागीदारी हो।
केंद्रीय मंत्री केपी सिंह गुर्जर ने सांसद कोटे से दिए 21लाख रुपए
समारोह की अध्यक्षता करते हुए भारत सरकार के सहकारिता मंत्री कृष्णपाल सिंह गुर्जर ने कहा कि राजस्थान कर्मचारी अधिकारी कल्याण परिषद एक नेक काम कर रही है। आने वाली पीढ़ी ऐसे भवन में शिक्षा ग्रहण करेगी। हर जगह ऐसे भवन होने चाहिए, मंत्री ने शिक्षा भवन के लिए सासंद कोष से 21लाख रुपए की घोषणा की। कम पड़ने पर और राशि देने का भरोसा दिलाया। केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल ने कहा कि यहां सबका एक ही उदेश्य है समाज का भला हो, जीकेप द्वारा सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने की पहल की सराहना की।
देश की कुर्सी पर किसान का बेटा बैठेगा, तब देश का विकास
पूर्व विधायक इंद्राज गुर्जर ने कहा कि किसी भी समाज की उन्नति तभी संभव है जब उस समाज में शिक्षा का उजाला हो। देश में राजनीतिक जागृति राजेश पायलट लाए थे, उनका मानना था कि जब तक किसान का बेटा नीति बनाने वाली कुर्सी पर नहीं बैठेगा, तब तक देश का विकास नहीं होगा। सचिन पायलट युवाओं को टिकिट देकर आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं।
समाज के पैसे का होगा सदुपयोग
जीकेप के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्रसिंह तंवर ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि यह एक सामाजिक संस्था हैं, पूरी तरह से गैर राजनीतिक तरीके से समाज के लिए काम कर रही हैं। पॉलिसी मेकर के लिए ऐसा भवन नहीं था, एक गेप नजर आ रहा था, उसे भरने के लिए ये जरुरी था। तंवर ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि ये ऐतिहासिक भवन होगा, जिसमें लाइब्रेरी, कॉन्फ्रेंस हॉल, आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को कोचिंग देने की सुविधा होंगी। युवाओं को सेना व स्किल की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। भामाशाहों के एक एक पैसे का पूरी पादर्शिता के साथ सदुपयोग होगा।
हमें आगे आने वाली पीढ़ी की चिंता करनी होगी: गोवर्धन झड़पिया
विशिष्ट अथिति गुजरात के पूर्व गृह मंत्री गोवर्धन झड़पिया ने सामाजिक एकता पर जोर देते हुए कहा कि हमारे गांव के बच्चे पिछड़ रहे हैं तो हमारे अच्छे पद पर होने का कोई मतलब नहीं। हमें आने वाली पीढ़ी की चिंता करनी होगी। गुर्जर बहुत बड़ी प्रजाति है, हम मुगलों से संघर्ष करते हुए पिछड़ गए थे, अब हमारी बारी है। गरीब बच्चे पढ़-लिख कर हर क्षेत्र में आगे आएं उनको इस काबिल बनाए। झड़पिया ने पांच लाख रुपए और एक कमरा बनाने की घोषणा की।
गुर्जर आंदोलन में मारे गए लोगों के लिए दो मिनट का मौन
गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजय बैंसला ने आरक्षण आंदोलन में मारे गए 73 लोगों के लिए दो मिनट का मौन रखकर याद किया। बैंसला ने कहा कि आरक्षण को स्थाई रखने के लिए नौवीं अनुसूची में डलवाने का प्रयास सबको मिलकर करना चाहिए। केंद्र के मंत्री कृष्णपाल सिंह गुर्जर को देवनारायण जैसी योजना देश के अन्य राज्यों में भी चालू करवाने का आग्रह किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. रूपसिंह गुर्जर व महासचिव हंसराज गुर्जर व करौली जीकेप अध्यक्ष अतर सिंह छावड़ी ने किया। वहीं मीडिया प्रभारी इंजीनियर रामेश्वर गुर्जर ने आगन्तुकों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में पूरे राजस्थान से कर्मचारी, भामाशाह व समाज के लोगों ने भाग लिया।
समाज से जुड़े भामाशाहों ने दिल खोल कर दिया शिक्षा दान
जीकेप के शिलान्यास और सम्मान समारोह में एक दिन में कुल 2 करोड़ 30 लाख का सहयोग प्राप्त हुआ। विशिष्ठ अतिथि के रूप में गोरधन भाई झड़पिया पूर्व गृह राज्य मंत्री गुजरात, अनंतराम तंवर, सतीश पटेल रहे। सचिन पायलट के शिक्षा दान के प्रति प्रेरित करने पर कार्यक्रम में पूर्व विधायक जीआर खटाना ने एक करोड़ , जयपुर की महापौर सौम्या गुर्जर ने 21लाख, समाज सेवी सीताराम पोसवाल ने 31लाख, अजीत सिंह महुवा 10 गांवों से 10 कमरे,पूर्व ऊर्जा मंत्री 11 लाख, राजस्थान के पूर्व ऊर्जा मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने जीकेप भवन के लिए 11लाख रुपए देने की घोषणा की। उद्योगपति नान जी भाई ने 4 लाख 61हजार, जीकेप के सहायक मीडिया प्रभारी दयाराम गुर्जर ने 4लाख 61हजार रुपए मातादीन फागणा ने 5लाख,अनंत राम तंवर ने एक लाख की राशि प्रदान की। वहीं सैकड़ों समाज के लोगों ने 51-51 हजार रुपए की सहयोग राशि दान की। गुर्जर समाज के भामाशाह और जीकेप के सदस्य एवं सवाई मानसिंह अस्पताल में प्रशासनिक अधिकारी पद पर आसीन राधाकिशन गुर्जर ने भी 51 हजार रुपए की सहयोग राशि भेंट की।
समारोह में मंच पर गुर्जर नेताओं का जमावड़ा
सम्मान समारोह में पूर्व मंत्री हेम सिंह भड़ाना, खानपुर विधायक, जीआर खटाना, धीरज गुर्जर ने सामाजिक एकता पर जोर हुए सर समय मदद का भरोसा दिलाया। मंच पर खानपुर विधायक सुरेश गुर्जर, शिव प्रकाश गुर्जर,पूर्व जिला प्रमुख अजीत सिंह महुआ, जीकेप के संरक्षक प्रो, पी एस वर्मा,आर के गुर्जर, गौरव बजाड़, संस्थापक रामफूल गुर्जर, कर्मचारी बोर्ड की सदस्य प्रो. डॉ. सज्जन पोसवाल, आरपीएससी के पूर्व सदस्य ब्रम्ह सिंह गुर्जर, राजकुमारी गुर्जर सहित कई लोग मौजूद रहे।