
कल्चरल डायरीज का तीसरा एडिशन रश्मिरथी-जागरण शैली के भक्ति संगीत की प्रस्तुति…
रश्मिरथी और जागरण शैली के भक्ति संगीत की प्रस्तुतियां मंत्रमुग्ध करेंगी देशी व विदेशी सैलानियों को
जयपुर में सांस्कृतिक धरोहर का संगम: कल्चरल डायरीज के तीसरे एडिशन के तहत अल्बर्ट हॉल पर 10-11 जनवरी को होंगी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
कर्ण की गाथा और भक्ति परंपरा का अनूठा अनुभव
जयपुर,(dusrikhabar.com)। पिंक सिटी के अल्बर्ट हॉल पर 10 और 11 जनवरी को कल्चरल डायरीज के तहत नाट्य और जागरण शैली की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां आयोजित की जाएंगी। इस सांस्कृतिक श्रृंखला का उद्देश्य राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है।
कवि रामधारी सिंह दिनकर की कालजयी रचना रश्मिरथी का मंचन
कल्चरल डायरीज के तीसरे एडिशन के तहत शुक्रवार, 10 जनवरी को, प्रसिद्ध हिंदी कवि रामधारी सिंह दिनकर की कालजयी रचना रश्मिरथी का मंचन किया जाएगा। यह नाटक नाट्य निर्देशक अभिषेक मुद्गल के निर्देशन में मंचित होगा। महाभारत के कर्ण के जीवन संघर्ष, महानता और उसकी सोच को जीवंत करती यह रचना साहित्य प्रेमियों के साथ-साथ घरेलू और विदेशी पर्यटकों को महाभारतकाल की गहराइयों से जुड़ने का अवसर प्रदान करेगी।
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जागरण शैली में भक्ति संगीत
शनिवार, 11 जनवरी को जैसलमेर के प्रसिद्ध लोकगायक महेशाराम और उनके दल द्वारा जागरण शैली में भक्ति संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी। मेघवाल समुदाय के पारंपरिक लोक गायक महेशराम, कबीर, मीरा, रोहल फकीर, गोरखनाथ संतो की वाणियों को अपनी अनूठी शैली में प्रस्तुत करेंगे।
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कल्चरल डायरीज: एक पहल सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने की
राजस्थान पर्यटन विभाग द्वारा प्रदेश की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी की पहल पर कल्चरल डायरीज नामक सांस्कृतिक श्रृंखला शुरू की गई थी। हर पखवाड़े आयोजित होने वाली इस श्रृंखला का उद्देश्य राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजना और लोक कलाकारों को प्रोत्साहन प्रदान करना है।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष दिसम्बर में राष्ट्रीय शोक के कारण श्रृंखला की कुछ प्रस्तुतियां स्थगित कर दी गई थीं।