
पांच राज्यों में नए राज्यपाल की नियुक्ति, राष्ट्रपति भवन से जारी हुए आदेश
तीन राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति, दो राज्यों के राज्पालों का तबादला
राष्ट्रपति भवन से मंगलवार शाम जारी हुए आदेश
डॉ. हरि बाबू कंभमपति की जगह पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह को बनाया गया मिजोरम का राज्यपाल,
अनुसुइया उइके को हटाने के बाद मणिपुर का प्रभार लक्ष्मण आचार्य को
विजय श्रीवास्तव।
जयपुर,(dusrikhabar.com)। पांच राज्यों के राज्यपालों की नियुक्ति के आदेश मंगलवार शाम राष्ट्रपति भवन से जारी हुए। इन नए आदेशों के अनुसार भारत के पांच राज्यों में से तीन राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति की गई जबकि दो राज्यों के राज्यपालों का तबादला किया गया है।
आपको बता दें कि पूर्व गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को मणिपुर का राज्यपाल और पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह को मिजोरम का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है। वहीं डॉ. हरि बाबू कंभमपति को ओडिशा का राज्यपाल बनाया गया है।
इधर केरल और बिहार में भी राज्यपालों की अदला-बदली की गई है। नए आदेशों के अनुसार केरल के मौजूदा राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को बिहार जबकि बिहार के वर्तमान राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को केरल में राज्यपाल के पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
अजय कुमार भल्ला को मणिपुर क्यों ?
अजय कुमार भल्ला पूर्व गृह सचिव रह चुके हैं। सूत्रों की मानें तो उनके पास लंबा प्रशासनिक अनुभव भी रहा है। पिछले साल मणिपुर में जातीय हिंसा इतनी उग्र हो गई थी कि काफी लोग हताहत हुए थे और वो हिंसा आज भी जारी है। ऐसे में उनके अनुभव का फायदा लेते हुए केंद्र ने उन्हें मणिपुर में जातीय हिंसा को जड़ से खत्म करने के लिए भल्ला को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। गौरतलब है कि सर्विस कार्यकाल के दौरान केंद्र सरकार ने 4 बार भल्ला को सेवा विस्तार भी दिया था।
आपको बता दें कि मणिपुर हिंसा अब तक 237 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 1500 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, वहीं 60 हजार लोग अपना घर छोड़कर सहायता शिविरों की पनाह में हैं। मणिपुर राज्य में सेंट्रल आर्म्ड फोर्सेज की 288 कंपनियों में करीब 40 हजार जवान सुरक्षा और शांति व्यवस्था बनाने के प्रयास में तैनात हैं।
जानिए अजय कुमार भल्ला के बारे में
- मणिपुर गवर्नर
- पूर्व गृह सचिव
- केंद्र सरकार ने गृह सचिव पद पर चार बार सेवा विस्तार दिया
- मेघालय काडर के 1984 बैच के रिटायर्ड IAS ऑफिसर
- दिल्ली विश्वविद्यालय से बॉटनी में MSc
- क्वींसलैंड विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया से MBA
जनरल वीके सिंह को भेजा मिजोरम
सेना से सेवानिवृत्त आर्मी चीफ रहे जनरल वीके सिंह को नए आदेशों के अनुसार मिजोरम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। सेना परिवार से ताल्लुक रखने वाले वीके सिंह ऐसे पहले सेना प्रमुख हैं जिन्होंने कमांडो ट्रेनिंग भी ले रखी है। वे आजाद हिंदुस्तान के 26वें सेना प्रमुख रहे हैं। वीके सिंह के पिता आर्मी में और उनके दादा जूनियर कमीशंड आफिसर रह चुके हैं। वीके सिंह भारत-पाकिस्तान युद्ध 16 दिसंबर 1971 में शामिल हुए थे। ऑपरेशन पवन के लिए उनकी विशिष्ट सेवा के चलते उन्हें परम विशिष्ट सेवा मेडल (PVSM), अति विशिष्ट सेवा मेडल (AVSM) और युद्ध सेवा मेडल से मिल चुका है। जनरल वीके सिंह मोदी कैबिनेट में एक बार विदेश राज्यमंत्री तो दूसरी बार नागरिक उड्डयन मंत्री के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा चुके हैं।
जनरल (रिटायर्ड) वीके सिंह
- मिजोरम गवर्नर
- पूर्व थल सेनाध्यक्ष
- पूर्व केंद्रीय मंत्री
- 1970 में राजपूत रजिमेंट की दूसरी बटालियन में कमीशन हुए
- करीब 42 साल सेना में रहे
- परम विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित
- 1971 बांग्लादेश मुक्ति युद्ध में भाग लिया
- 1987 में शांति सेना के हिस्से के रूप में श्रीलंका में LTTE के खिलाफ लड़े
- 1991 में बनी हिंदी फिल्म प्रहार में छोटी सी भूमिका निभाई
आरिफ मोहम्मद खान को केरल से बिहार क्यों भेजा ?
आरिफ मोहम्मद खान काफी समय से अखबारों की सुर्खियों में छाए रहे हैं। केरल के राज्यपाल पद पर रहते हुए केरल सीएम ने उन पर सीएम के बिलों को मंजूरी नहीं देने का आरोप लगाया था साथ ही विश्वविद्यालय के पदों पर RSS के लोगों की भर्ती के आरोपी भी सीएम ने लगाए थे। ऐसे में उन्हें विवादों से अलग करने के लिए केरल से आरिफ मोहम्मद खान को तबादला कर उन्हें बिहार के राज्यपाल की नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। हालांकि उन्होंने बयान जारी कर दावा किया था कि एक भी ऐसा मामला (RSS के लोगों को विवि में भर्ती करने का आरोप) सामने आया तो मैं पद से इस्तीफा दे दूंगा। इतना ही नहीं सीएम ऑफिस पर उन्होंने केरल में स्मगलरों को संरक्षण देने का आरोप लगाया था।
आरिफ मोहम्मद खान के बारे में:
- बिहार गवर्नर
- पूर्व केंद्रीय मंत्री
- 2019 से अब-तक केरल के राज्यपाल रहे
- शाहबानो केस में राजीव गांधी सरकार के रुख से नाराज होकर मंत्री पद से इस्तीफा दिया था
- मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड खत्म करने के हिमायती
- 2010 की बेस्टसेलर बुक टेक्स्ट एंड कॉन्टेक्स्टः कुरान एंड कंटेम्पररी चैलेंजेस के लेखक
डॉ हरिबाबू कंभमपति को ओडिशा की जिम्मेदारी
डॉ हरि बाबू कंभमपति के बारे में:
- मिजोरम गवर्नर, ओडिशा
- पूर्व सांसद
- 2021 से अब तक मिजोरम के राज्यपाल रहे
- आंध्र प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष
- 1999 में भाजपा से विधायक बने
- आंध्र प्रदेश में भाजपा विधायक दल के फ्लोर लीडर रहे
- आंध्र विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्र संघ के सचिव रहे
- इमरजेंसी के दौरान मीसा कानून के तहत गिरफ्तार हुए
- 1991 में बनी हिंदी फिल्म प्रहार में छोटी सी भूमिका निभाई

राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को सौंपा केरल के राज्यपाल का प्रभार
राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर केरल गवर्नर के बारे में :
- गोवा विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष
- हिमाचल प्रदेश, बिहार के भी राज्यपाल रह चुके
- गोवा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे
- राज्य भाजपा के महासचिव रहे
- इनके स्पीकर रहते गोवा विधानसभा देश की पहली
- पेपरलेस विधानसभा बनी