
राजस्थान में पर्यटन की ऊंची उड़ान…पर्यटन सचिव रवि जैन ने दिया “विजन-पंख”…
पर्यटन शासन सचिव रवि जैन ने खींचा पर्यटन से विकास का खाका
उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी की हौसला अफजाई से पर्यटन इस साल होगा ऊंचाइयों पर…!
राजस्थान के पर्यटन स्थलों के विकास पर काम कर रही सरकार
राइजिंग राजस्थान में निवेशकों को हर तरह की सुविधा देने का सरकार ने किया वादा
“इंटरनेशनल आइफा अवॉर्ड्स” की मेजबानी से भी मिलेंगे प्रदेश को नए आयाम
विजय श्रीवास्तव।
जयपुर, (dusrikhabar.com)। पर्यटन की संभावनाओं के लिहाज से राजस्थान भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया में भी सिरमौर है। हाल ही में प्रदेश की राजधानी जयपुर में निवेशकों को लुभाने के लिए आयोजित किए गए राइजिंग राजस्थान समिट में भी पर्यटन पर गंभीर चर्चा हुई। राजस्थान के विकास और पर्यटन क्षेत्र की तरक्की की उम्मीदों को धरातल पर उतारने के लिए कई दृढ़ निश्चय किए गए। इन्हें साकार करने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उनके प्रशासनिक सिपहसालार और उनकी टीम के कुछ खास अद्भुत कार्य-कौशल की समझ रखने वाले नवरत्न अपनी-अपनी सामर्थ्य और योग्यता से जुट गए हैं। मुख्यमंत्री शर्मा ने अपने जन्मदिवस के मौके पर अपनी प्रशासनिक टीम के दम पर ये बात कही कि हमने जो राइजिंग राजस्थान समिट में लोगों से वादे किए हैं, उन्हें अगले चार साल में अपनी मेहनत, लगन और लोगों के विश्वास से पूरा करेंगे।
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IAS रवि जैन
सरकार के आला और सूझबूझ वाले अफसरों में शुमार शासन सचिव पर्यटन, कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग और जवाहर कला केंद्र के महानिदेशक रवि जैन भी ऐसी ही शख्सियत हैं, जो मुख्यमंत्री के नवरत्नों में शामिल हैं। उनकी योग्यता, कार्यकुशलता, चीजों को समझने और उस पर तुरंत सही और सटीक निर्णय लेने की क्षमता के कारण ही आज राजस्थान के ढाई सौ से अधिक आईएएस अफसरों में से वरिष्ठ अधिकारी रवि जैन और उनके कार्यों की प्रशंसा हो रही है।
दरअसल राइजिंग राजस्थान समिट के दौरान जैन ने पर्यटन विभाग में आगामी दिनों में नवाचारों को लेकर अपनी ऐसी प्रजेंटेशन प्रस्तुत की, जिसकी न सिर्फ केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी, बल्कि कॉन्क्लेव में मौजूद सैकड़ों निवेशकों, स्टेक होल्डर्स और डिस्कशन पैनल में शुमार विशेषज्ञों के साथ-साथ दर्शकों ने भी तालियों की गड़गड़ाहट से उनकी दूरदर्शी सोच की प्रशंसा की।
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राजस्थान के विकास की तस्वीर का खाका
दरअसल जैन ने राजस्थान में पर्यटन को बढ़ावा देने और पर्यटन में नवाचार के साथ राजस्थान में अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित कर यहां लाने का जो रोडमैप तैयार किया है, वह वाकई काबिले तारीफ है। शासन सचिव पर्यटन, जैन ने अपनी प्रजेंटेशन में ये भी बताया कि कैसे राजस्थान पर्यटन विभाग ने हैरिटेज के महत्व को सबसे पहले समझा और 1993 में सबसे पहले हैरिटेज प्रॉपर्टीज को होटल्स में कन्वर्ट कर पर्यटन को बढ़ावा देते हुए राजस्थान को विश्व पटल पर लाने के प्रयास को सफल बनाया।
आज राजस्थान की हैरिटेज प्रोपर्टीज यानी होटल्स, हवेलियों, रिसॉर्ट और किलों की आकर्षक छवि बनाकर पर्यटकों की संख्या और उनसे आने वाले राजस्व का पूरा खाका मौजूद मंत्रियों और पर्यटन विभाग में निवेश करने वाले निवेशकों के सामने रखा, तो पर्यटन के माध्यम से राजस्थान के विकास की तस्वीर मानों आंखों में उतर आई।
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पिछले साल आए 180 मिलियन पर्यटक
जैन ने बताया कि देश में कुल हैरिटेल होटल्स में से 68 फीसदी होटल्स केवल राजस्थान में हैं। वहीं 9 यूनेस्को हैरिटेज साइट्स, 6 बेहद प्रसिद्धि लिए हुए किले राजस्थान में हैं। राजस्थान अपने हैरिटेज और डेस्टिनेशन वेडिंग प्लेस के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध हो रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान दुनियाभर के पर्यटकों की पहली पसंद बनता जा रहा है। यही कारण है कि राजस्थान में पिछले वर्ष 180 मिलियन पर्यटन घूमने आए। दिल्ली-जयपुर-आगरा गोल्डन ट्रायंगल के चलते भी राजस्थान में पर्यटकों की जबरदस्त रुचि नजर आती है। दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में भी राजस्थान का बहुत बड़ा भाग अपनी हिस्सेदारी रखता है।
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इन्क्लूसिव ट्यूरिज्म प्रदेश की प्राथमिकता
जैन ने अपने प्रजेंटेशन में सेशन की थीम इन्क्लूसिव ट्यूरिज्म पर मौजूद लोगों का ध्यानाकर्षण किया। उन्होंने कहा कि पर्यटकों के लिए सभी को समान ट्रैवलिंग का मौका और पूरी सूचनाएं मिलें, ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि राजस्थान में सभी मॉन्यूमेंट्स में रैलिंग और व्हील चेयर की व्यवस्था पहले से ही है। जल्द ही हम दिव्यांगों के लिए ब्रेल लिपि की व्यवस्था कर रहे हैं, ताकि जो देख और सुन नहीं सकते वे ब्रेल लिपि से पढ़कर उस मॉन्यूमेंट की खूबसूरती का अहसास कर सकें। उन्होंने कहा कि राजस्थान में बर्फीले पहाड़ और समुद्र के अलावा सभी आकर्षण मौजूद हैं। यहां हैरिटेज, आध्यात्मिक, वाइल्डलाइफ, कल्चरल, एडवेंचर और क्राफ्ट ट्यूरिज्म है, जिसके लिए दुनियाभर के पर्यटक यहां आना पसंद करते हैं।
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जयपुर के पर्यटन में लगेंगे चार चांद
उन्होंने पर्यटकों को राजस्थान क्यों आना चाहिए और आगे पर्यटकों के लिए क्या खास होगा का जिक्र करते हुए कहा कि राजस्थान सरकार ने हाल ही में बजट में पर्यटन के लिए 5000 करोड़ का खर्च करने की घोषणा की थी, जिसके तहत पर्यटक स्थलों को डवलप किया जाएगा। साथ ही राजस्थान के 20 से अधिक मंदिरों का 300 करोड़ की लागत से उन्नयन किया जाएगा।
महाराणा प्रताप सर्किट भी बनाया जा रहा है। जलमहल और आमेर महल के उन्नयन और सर्किट विस्तार के लिए केंद्र सरकार से 145 करोड़ रुपए की स्वीकृति के लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को धन्यवाद देते हुए जयपुर के पर्यटन में चार चांद लगने की बात कही। स्वदेश दर्शन जो कि भारत सरकार की योजना में जोधपुर और बूंदी को जोड़ने के साथ कई सारे मंदिरों को जोड़ने की तैयारी चल रही है, ताकि राजस्थान आने वाले पर्यटकों को यहां कि कला-संस्कृति के साथ-साथ आध्यात्मिक पर्यटन से भी रूबरू कराया जा सके।
राजस्थान पर्यटन पॉलिसी का जिक्र
जैन ने हाल ही में जारी राजस्थान पर्यटन पॉलिसी का जिक्र करते हुए बताया कि नई पॉलिसी से कैसे राजस्थान में पर्यटकों के साथ-साथ पर्यटन इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि नई नीति में पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को फायदा देते हुए इलेक्ट्रिसिटी चार्ज, यूडी टेक्स में छूट के अलावा स्टाम्प ड्यूटी, लैंड यूज चेंज और कन्वर्जन में 100 फीसदी छूट का प्रावधान किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि जो भी निवेशक राजस्थान में 100 करोड़ से अधिक का इन्वेस्ट करेंगे, राजस्थान सरकार उन्हें जमीन भी मुहैया करवाने की प्लानिंग कर रही है। ये सभी निवेशकों के लिए एक बड़ा इन्सेंटिव होगा। सरकार की ओर से रूरल एवं एग्रो ट्यूरिज्म यूनिट को बढ़ावा देने के लिए अलग से पॉलिसी बनाई गई है।
आइफा अवॉर्ड्स की करेंगे मेजबानी
जैन ने कहा कि जैसे रिप्स के तहत अन्य सेक्टर्स में बिजनेस के लिए 25 करोड़ का इन्वेस्टमेंट चाहिए, वैसे ही ट्यूरिज्म इंडस्ट्री में केवल 10 करोड़ के निवेश पर ही निवेशक रिप्स के बेनिफिशरी बन सकेंगे। निवेशकों के लिए गेस्ट हाउस स्कीम्स, होम स्टे स्कीम्स हैं, जो आजकल के पर्यटक काफी पसंद करते हैं। फिल्म ट्यूरिज्म में हम राजस्थान में शूटिंग करने वाले निर्माताओं को बड़ा इन्सेंटिव देते हैं।
आइफा अवॉर्ड्स को लेकर शासन सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि मुम्बई के बाद राजस्थान पहला ऐसा राज्य है, जहां आइफा जैसा इंटरनेशनल इवेंट मार्च, 2025 में जयपुर में आयोजित होने जा रहा है। यह राजस्थान के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने उम्मीदें जताते हुए कहा कि इस अवॉर्ड फंक्शन के बाद राजस्थान के पर्यटन को नए आयाम और ऊंचाइयां मिलेंगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान के पर्यटन को और अधिक समृद्ध करने के लिए सरकार ने यह निर्णय लिया है कि प्रदेश में 20 हजार लोगों को गाइड, पार्टनर्स और ट्यूर ऑपरेटर्स के स्किल डवलपमेंट के लिए सरकार ट्रेनिंग करवाएगी।