राज्य सरकार की पहली वर्षगांठ पर राज्य स्तरीय किसान सम्मेलन
खुशहाल-समृद्ध किसान तो, विकसित होगा राजस्थान-मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा
मुख्यमंत्री ने 70 लाख से अधिक किसानों को मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत 700 करोड़ रूपये से अधिक की राशि का किया सीधा हस्तान्तरण
3 लाख 25 हजार पशुपालकों को मुख्यमंत्री ने 200 करोड़ रूपए की सहायता राशि का किया सीधा हस्तान्तरण
जयपुर,(dusrikhabar.com)। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Chief Minister Bhajanlal Sharma) ने कहा कि हमारा अन्नदाता किसान धरती माता का सच्चा सपूत है। जब किसान खुशहाल समृद्ध होगा तभी विकसित राजस्थान का सपना साकार होगा। हमारी सरकार किसान-पशुपालक के कल्याण के लिए कृतसंकल्पित होकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के एक साल पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रदेश के किसानों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए हमने आज किसान सम्मेलन आयोजित किया है। उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि जब भी किसानों के हित की बात आएगी, राज्य सरकार सदैव आपके साथ खड़ी मिलेगी।
मुख्यमंत्री शर्मा राज्य सरकार की पहली वर्षगांठ (first anniversary) के उपलक्ष्य पर ‘निभाई जिम्मेदारी-हर घर खुशहाली’ की थीम पर आयोजित हो रहे कार्यक्रमों के क्रम में शुक्रवार को अजमेर में आयोजित राज्यस्तरीय किसान सम्मेलन (State level farmers conference) को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं खुद एक किसान परिवार में जन्मा हूं। मैंने हल चलाया है और खेती का सारा काम किया है। मैं किसानों के दर्द को भली भांति समझता हूं। इसीलिए हमारी सरकार ने वर्ष 2027 तक किसानों को दिन में बिजली देने का लक्ष्य तय किया है।
प्रधानमंत्री के लिए किसानों का हित सबसे पहली प्राथमिकता—
शर्मा ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के लिए किसानों का हित सबसे पहली प्राथमिकता है। उनके मन में किसानों का भला करने की अद्भुत इच्छाशक्ति और संकल्प है। प्रधानमंत्री ने महान किसान नेता चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किया है, जो ये दर्शाता है कि वे किसानों के प्रति कितना सम्मान रखते हैं। शर्मा ने किसानों को किसान दिवस (23 दिसम्बर) की बधाई दी।
ईआरसीपी-ताजेवाला से किसानों को मिलेगा पर्याप्त पानी —
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने ईआरसीपी परियोजना (ERCP Project) का एमओयू कर इस पर तेजी से काम शुरू कर दिया है। शेखावाटी क्षेत्र में भी पानी की कमी को पूरा करने के लिए ताजेवाला से यमुना का पानी लाने के लिए लंबे समय से लंबित एमओयू पर भी हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही धौलपुर लिफ्ट परियोजना का भी शुभारंभ किया जाएगा।
किसान के सशक्तिकरण के लिए राज्य सरकार ले रही लगातार निर्णय—
शर्मा ने कहा कि राइजिंग समिट के दौरान कृषि क्षेत्र में 58 हजार करोड़ रुपये निवेश के ढाई हजार से अधिक एमओयू किए हैं। हमारी सरकार द्वारा 30 लाख किसानों को 20 हजार करोड़ रूपये का अल्पकालीन फसली ऋण का वितरण, 8 लाख मृदा स्वास्थ्य कार्ड, 26 हजार सोलर संयंत्रों की स्थापना, 31 स्थानों पर फूड पार्क के लिए भूमि आवंटन, 536 मोबाइल पशु चिकित्सा वाहन, गेहूं, मूंग, मूंगफली तथा सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीद, पीएम किसान समृद्धि केन्द्र की स्थापना जैसे निर्णय किए गए हैं। जिससे खुशहाल किसान, समृद्ध किसान के संकल्प को पूरा किया जा सकेगा। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी (Assembly Speaker Vasudev Devnani) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने चार जातियां बताई हैं, जो कि गरीब, किसान, युवा और महिला है। राज्य सरकार प्रदेश के किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
बजट घोषणाएं भी धरातल पर साकार हो रहीं – दिया कुमारी
उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी (Deputy Chief Minister Diya Kumari) ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राइजिंग राजस्थान का सफल आयोजन हुआ है, जिसमें 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू हुए हैं। अजमेर जिले में भी विकास को गति प्रदान करने के लिए 14000 हजार करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार एक-एक कर सभी संकल्पों को पूरा कर रही है। बजट घोषणाएं भी धरातल पर साकार हो रही हैं। जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत (Water Resources Minister Suresh Singh Rawat) ने कहा कि मुख्यमंत्री के दूरदर्शी विजन से प्रदेश के आमजन एवं किसानों की खुशहाली आई है। किसान आयोग अध्यक्ष सी.आर. चौधरी (C.R. Chowdhary) ने कहा कि मुख्यमंत्री ने राजस्थान के किसानों का सम्मान बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि की सौगात दी है।
मुख्यमंत्री ने किसान कल्याणकारी योजनाओं में किसानों को दिया आर्थिक संबल—
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 70 लाख से अधिक किसानों के बैंक खातों में मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि की दूसरी किश्त के रूप में 700 करोड़ से अधिक की राशि का सीधा हस्तान्तरण किया। वहीं, 15 हजार 983 किसानों को ड्रिप/फव्वारा संयंत्रों के लिए 29 करोड़ रूपये से अधिक, 14 हजार 200 से अधिक किसानों को फार्म पौण्ड, पाइपलाइन, तारबन्दी, डिग्गी निर्माण, कृषि यंत्र, जैविक खाद सहित विभिन्न कार्यों के लिए 96 करोड़ से अधिक की राशि व 8 हजार सोलर पंप स्थापना संवेदन के 80 करोड़ रुपये की राशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की।

मुख्यमंत्री शर्मा ने प्रदेश के 3 लाख 25 हजार पशुपालकों को 5 रूपए प्रति लीटर के आधार पर 200 करोड़ रूपए की सहायता राशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की गई। साथ ही, कृषि शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कृषि संकाय में अध्ययनरत 10 हजार 500 छात्राओं को 22 करोड़ रूपए प्रोत्साहन राशि का डीबीटी भी किया गया। उन्होंने केन्द्रीय प्रवर्तित ‘आत्मा’ योजना के तहत खेती में नवाचार कर रहे 10 प्रगतिशील किसानों का सम्मान किया। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार के उद्देश्य से युवाओं, महिलाओं और स्वयं सहायता समूहों को डेयरी बूथ, शॉप एजेन्सी, सरस कैफे और सरस पार्लर आवंटन पत्र सौंपे।
किसान कल्याणकारी नई योजनाओं का हुआ शुभारंभ
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना, ऊँट संरक्षण एवं विकास मिशन व 100 गौशालाओं में गौ काष्ठ मशीन उपलब्ध करवाने के कार्य का शुभारम्भ किया। उन्होंने 200 नए बल्क मिल्क कूलर्स, 1000 नए डेयरी बूथ को आवंटन पत्र, एक हजार नए दूध संकलन केन्द्रों की शुरूआत तथा गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के अन्तर्गत 20 हजार गोपालकों को 1 लाख रूपये तक का ब्याज मुक्त ऋण प्रदान किया। कार्यक्रम में 5 हजार वन मित्रों को सुरक्षा किट भी वितरित की गई।
मुख्यमंत्री ने किसानों से किया संवाद—
सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तारबंदी योजना, मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि, फॉर्म पौण्ड, फव्वारा अनुदान, स्प्रिंकर्ल्स अनुदान, सहित विभिन्न किसान कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी किसानों से संवाद किया। ऊंट पालक बीकानेर पेमाराम ने बताया कि अब उन्हें प्रति ऊंटनी 10 हजार सहित 4 ऊंटनी के 40 हजार रुपये सहायता राशि मिल रही है। उसके लिए राज्य सरकार का आभार।
सीएम भजनलाल ने 15 हजार किसानों को पीएम कुसुम-बी योजनान्तर्गत सोलर पम्प के लिए 300 करोड़ रूपये के अनुदान व ग्राम सेवा सहकारी समितियों में 150 पैक्स गोदाम निर्माण की 10 करोड़ रूपए की स्वीकृतियां प्रदान की। शर्मा ने काश्तकारों द्वारा अपना खाता पोर्टल पर सीमाज्ञान एवं आपसी सहमति विभाजन के ऑनलाईन आवेदन प्रस्तुत करने हेतु प्रकिया का शुभारंभ किया।
इस दौरान राजस्थान धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत, देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष ओमप्रकाश भडाणा, विधायक अनीता भदेल, शंकर सिंह रावत, शत्रुघ्न गौतम, विरेन्द्र सिंह, रामस्वरूप लाम्बा, जितेन्द्र गोठवाल, लादूलाल पीतलिया, अजय सिंह, रेवंतराम डांगा, लक्ष्मण राम, शासन सचिव पशुपालन समित शर्मा, शासन सचिव कृषि राजन विशाल, जनप्रतिनिधिगण, वरिष्ठ अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।