
21अगस्त को भारत बंद, जयपुर सहित 5जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद… सु्प्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध
आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने किया सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध…!
SC-ST आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने संबंधी फैसले का विरोध
21 अगस्त को आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के तत्वावधान में भारत बंद की घोषणा
जयपुर सहित पांच जिलों में स्कूल कॉलेज रहेंगे बंद, रोडवेज बसों का संचालन भी हो सकता बाधित
जयपुर, dusrikhabar.com: 21 अगस्त बुधवार को आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर भारत बंद का ऐलान किया गया है। एससी/एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश विरोध में भारत बंद की घोषणा की गई है। इस बंद को बसपा और कांग्रेस सहित कई अन्य दलों ने समर्थन देने की घोषणा की है।
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राजस्थान के पांच जिलों में कलेक्टर्स ने दिए स्कूल-कॉलेज बंद रखने का आदेश
बुधवार को भारत बंद का समर्थन कई दलित संगठन भी करेंगे। ऐसे में स्कूल और कॉलेजों के बच्चों के जाम फंसने की स्थिति के मद्देनजर जयपुर, भरतपुर, दौसा, सवाईमाधोपुर और डीग जिले में कलेक्टर्स ने सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों-कॉलेजों को बंद रखने के आदेश जारी कर दिए हैं। वहीं पुलिस और प्रशासन भी अलर्ट मोड पर रहेगा। पुलिस महकमे ने किसी भी तरह के तनाव की स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है।
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क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को एससी/एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर बनाने की अनुमति दे दी है। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि जिन्हें सही में आरक्षण की जरूरत है उन्हें आरक्षण में प्राथमिकता मिलनी चाहिए ।
सुप्रीम कोर्ट ने क्या दिया इस पर फैसला?
सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी आरक्षण को लेकर अपने फैसले में कहा था कि ”सभी एससी और एसटी जातियां और जनजातियां एक समान वर्ग नहीं हैं। इनमें कुछ जातियां अधिक पिछड़ी हो सकती हैं। उदाहरण के लिए – सीवर की सफाई और बुनकर का काम करने वाले। ये दोनों जातियां एससी में आती हैं, लेकिन इस जाति के लोग बाकियों से अधिक पिछड़े रहते हैं। इन लोगों के उत्थान के लिए राज्य सरकारें एससी-एसटी आरक्षण का वर्गीकरण कर अलग से कोटा निर्धारित कर सकती है। ऐसा करना संविधान के आर्टिकल-341 के खिलाफ नहीं होगा।”
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सुप्रीम कोर्ट वापस ले आदेश
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले लेकर देशभर में बड़े पैमाने पर बहस शुरू हो गई है। जिन संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया है उनकी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला वापस ले।
भारत बंद से ये जरूरी सेवाएं नहीं रहेंगी बाधित
21अगस्त को भारत बंद के दौरान हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ कि कौन कौन सी सेवाएं चालू रहेंगी, कौन सी सेवाएं बंद रहेंगी। लेकिन आशंका है कि इस दौरान सार्वजनक परिवहन सेवाओं, स्कूल-कॉलेजों, शहर के बाजारों पर इसका असर पड़ सकता है। साथ ही कुछ प्राइवेट ऑफिस भी बंद रखे जा सकते हैं।
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