
गहलोत सरकार का कोविड पीड़ितों को संबल
गहलोत सरकार का कोविड पीड़ितों को संबल
अब तक 103करोड़ रुपए की दी सहायता
14,817 बच्चों-विधवाओं में को सहायता
विजय श्रीवास्तव,
जयपुर। प्रदेश में कोविड के शिकार हुए लोगों के परिजनों को राहत के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संवेदनशीलता दिखाते हुए अब तक कुल 103 करोड़ रुपए बतौर सहायता राशि जारी की है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ऐसे परिवारों को संबल दिया है जो या तो अपना सब कुछ खो चुके हैं या जो उनके पास बचा वो उनके जीवन यापन के लिए पर्याप्त नहीं था। ऐसे में मुख्यमंत्री ने प्रदेश के बारे में सोचते हुए इन परिवारों को जीवन जीने की राह दिखाई है। मुख्यमंत्री ने 103 करोड़ रुपए की सहायता राशि देकर इन परिवारों के मसीहा बन गए हैं।
मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्वीट कर लिखा है कि ‘संवेदनशील एवं मानवीय निर्णयों से प्रदेश में कोविड महामारी से पीड़ित परिवारों को नया जीवन मिल रहा है। कोविड (Covid 19) से अपनों की जान गवाने वाले परिवारों को सहृदयता पूर्वक संबल प्रदान किया जा रहा है। ऐसे परिवारों को आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक संबल प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना, कोरोना वारियर्स सहायता योजना एवं एसडीआरएफ मद से अनुग्रह सहायता जैसी महत्वपूर्ण योजनाएं राज्य में लागू की गई हैं। इन योजनाओं के माध्यम से हजारों परिवारों को राहत मिली है’।
मुख्यमंत्री ने लिखा है कि, ‘प्रदेश में 25 जून, 2021 से प्रारम्भ हुई मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना में अब तक 103 करोड़ रुपए से अधिक व्यय कर 14 हजार 817 बच्चों एवं विधवा महिलाओं को लाभान्वित किया गया है। योजना के तहत अब तक 182 अनाथ बच्चों को 1 करोड़ 91 लाख रुपए से अधिक, 5 हजार 640 विधवा महिलाओं के बच्चों को करीब 2 करोड़ 95 लाख एवं 8 हजार 995 विधवा महिलाओं को करीब 99 करोड़ रुपए की सहायता प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री ने अनाथ बच्चों को ऐसे दिया संबल
मुख्यमंत्री ने कहा है कि, ‘योजना में अनाथ बच्चों को तात्कालिक सहायता के रूप में एकमुश्त 1 लाख रुपए एवं 18 वर्ष की आयु तक 2500 रुपए प्रतिमाह तथा 2000 रुपए वार्षिक सहायता, साथ ही 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर 5 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी। इसी प्रकार शैक्षणिक सहायता के अन्तर्गत कक्षा 12 तक निःशुल्क शिक्षा, राजकीय आवासीय विद्यालय एवं छात्रावासों में प्राथमिकता से प्रवेश, कॉलेज में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को आवासीय सुविधा के लिए अम्बेडकर डीबीटी वाउचर योजना का लाभ और मुख्यमंत्री युवा संबल योजना में बेरोजगारी भत्ते का लाभ भी प्राथमिकता से दी जाएगी। विधवा महिला को 1 लाख रुपए की तात्कालिक सहायता के साथ ही 1500 रुपए प्रतिमाह पेंशन और विधवा के बच्चों को 18 वर्ष की आयु तक 1000 रुपए प्रतिमाह एवं 2000 रुपए वार्षिक दी जाएगी।
’18 कोरोना वॉरियर्स को दी गई 50-50 लाख की सहायता राशि’
मुख्यमंत्री गहलोत ने कोरोना वॉरियर्स राहत देने के बारे में बताते हुए कहा कि, ‘कोविड की पहली लहर के दौरान ही कोरोना वारियर्स के रूप में काम कर रहे संविदा तथा मानदेय कर्मचारी के संक्रमित होने एवं इलाज के दौरान मृत्यु होने पर उनके परिवारों को 50 लाख रुपए की सहायता प्रदान करने के लिए कोरोना वारियर्स सहायता योजना लागू की थी। जिसमें अब तक 18 व्यक्तियों को 50-50 लाख रुपए की सहायता राशि दी जा चुकी है।
वहीं 8633 मृतकों के आश्रितों को सरकार की ओर से 50-50हजार रुपए की राशि प्रति परिवार बतौर अनुग्रह राशि दी गई है।