स्टाम्प-टिकट घोटाला, राजस्थान में पकड़ा एक और “तेलगी”…!

स्टाम्प-टिकट घोटाला, राजस्थान में पकड़ा एक और “तेलगी”…!

बांसवाड़ा ट्रेजरी के कैशियर ने सरकार को लगाया 5.23 करोड़ का चूना
प्रिटिंग मशीन लगाकर छापे फर्जी स्टाम्प और टिकट
आरोपी नारायण लाल यादव सहित 3 आरोपी गिरफ्तार

विजय श्रीवास्तव।

बांसवाड़ा। (Abdul Kareem Tailgee) फिल्मी अंदाज में पहले तो ट्रेजरी से स्टाम्प-टिकट ( Stamp-Ticket Scam) चोरी की, फिर पेरेलल प्रिंटिंग मशीन लगाकर राजस्थान (Rajasthan) सरकार को करोड़ों का चूना लगाने वाले स्ट्रान्ग रूम इंचार्ज नारायणलाल यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। राजस्थान के बांसवाड़ा जिले से शुक्रवार को एक और अब्दुल करीम तेलगी की गिरफ्तारी हुई। पूर्व में हुए स्टाम्प-टिकट घोटाले की तर्ज पर आरोपी नारायणलाल यादव ने ट्रेजरी से स्टाम्प-टिकट चुराने और प्रिंटिंग मशीन लगाकर फर्जी स्टाम्प एवं टिकट प्रिंट कर सरकार को कितने का नुकसान पहुंचाया है इस बात का अभी तक न ही कोई खुलासा हो पाया है न ही अब तक अंदाजा ही लगाया पाया है।

Read also: विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर पत्रकारों को कर्नल राज्यवर्धन ने दी बधाई

6 साल से सरकार को लगा रहा था चूना

जानकार सूत्रों की मानें तो जिला ट्रेजरी से कुल 5,23,88,511 रुपए के स्टाम्प चुराए गए थे। मामले का खुलासा ऐसे हुआ कि जिला कोष अधिकारी हितेश गौड़ ने भौतिक सत्यापन कराया तो पता चला कि पिछले 6 साल से ट्रेजरी का स्ट्रॉन्ग रूम इंचार्ज (कैशियर) नारायणलाल यादव (55) ही स्टाम्प-टिकट चुराकर बाजार में सेल कर रहा था। मामले की जानकारी के बाद विभाग की ओर से 29 अप्रैल को कोतवाली थाने में इस बारे में मामला दर्ज कराया गया। मामला दर्ज होते ही पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी जिसमें आरोपी ने पुलिस के सामने कई कई चौंकाने वाले खुलासे किए। बांसवाड़ा पुलिस ने इस प्रकरण में आरोपी का साथ देने वाले दो अन्य लोगों को भी 2 मई को गिरफ्तार कर लिया है।

 

Read also: 3 IPS का तबादला, नाराज सरकार! बदले गए कार्यवाहक डीजी हेमंत प्रियदर्शी..!

घोटालों के मास्टर माइंड तेलगी से था प्रभावित…! 

बांसवाड़ा एसपी हर्षवर्धन की मानें तो बांसवाड़ा ट्रेजरी में शहर निवासी नारायणलाल यादव 2018 से स्ट्रॉन्ग रूम इंचार्ज के पद पर कार्य कर रहा है। तभी से नारायण ने ट्रेजरी से स्टाम्प व टिकट चुराना शुरू कर दिया था। स्टाम्प टिकट बेचने के लिए नारायण ने फिल्मी अंदाज में बांसवाड़ा की खांदू कॉलोनी निवासी आशीष जैन (45) नाम के वेंडर से साठगांठ की। आशीष कलेक्ट्रेट परिसर में कांउटर पर स्टाम्प-टिकट बेचता था। नारायण ट्रेजरी से स्टाम्प टिकट चुराता और वेंडर आशीष उन्हें बेचता जिसमें प्रोफिट में दोनों बराबर के साझेदार रहे। दोनों इस अवैध कमाई से शहर ही नहीं कई अन्य शहरों में भी करोड़ों की जमीनें खरीद लीं।
कुछ समय बाद जब कारोबार बढ़ने लगा तो तीसरा सासथी भरत कुमार भी गैंग में शामिल हो गया। जब पुलिस ने नारायण को पकड़ा तो अन्य दोनों सहयोगियों के नाम का खुलासा हुआ और दोनों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने बताया कि स्टाम्प के रुपए की रिकवरी के लिए आरोपियों की प्रॉपर्टी को भी अटैच किया जा सकता है।

 

Read also: “नाथ के द्वारे शिव” मिराज ग्रुप द्वारा स्थापित मूर्ति का मोरारी बापू ने ही क्यों…?

लालच इतना बढ़ा कि स्टाम्प प्रिंटिंग की मशीनें लगाईं

⁠बांसवाड़ा एसपी हर्षवर्धन ने मामले में खुलासा करते हुए बताया कि नारायण और आशीष को दौलत का ऐसा नशा चढ़ गया था कि चोरी के बाद उन्होंने 6 महीने पहले ही खुद की प्रिंटिंग प्रेस लगाने की साजिश रच डाली। नकली स्टाम्प-टिकट प्रिंट के लिए 2 प्रिंटर खरीद लिए और सीधे ही फर्जी रंगीन स्टाम्प-टिकट छापकर सीधे ग्राहकों को बेच रहे थे। ऐसा करने से आरोपियों का प्रोफिट दो गुना से अधिक हो गया। पुलिस को पूछताछ में अभी तक इस बात का सही सही अंदाजा नहीं लग पाया है कि आरोपियों ने प्रिंटिंग के जरिए सरकार का अब तक कितने करोड़ के राजस्व का चूना लगाया है।

Read also: ग्रेट इंडियन ट्रेवल बाजार-13 वां संस्करण बेहद अनूठा और यादगार होगा

इधर डिप्टी एसपी सूर्यवीरसिंह ने बताया कि वेंडर आशीष जैन और कैशियर भरत के घर की तलाशी में पुलिस ने आशीष के घर से प्रिंटर, 500 नकली टिकट बरामद किये हैं|

CATEGORIES
TAGS
Share This

COMMENTS

Wordpress (0)
Disqus (0 )

अपने सुझाव हम तक पहुंचाएं और पाएं आकर्षक उपहार

खबरों के साथ सीधे जुड़िए आपकी न्यूज वेबसाइट से हमारे मेल पर भेजिए आपकी सूचनाएं और सुझाव: dusrikhabarnews@gmail.com