
सेवा से सशक्त होगी राजनीति, सहयोग ही हिंदू राष्ट्र की पहचान-डॉ. प्रवीण तोगड़िया
जयपुर में अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद अध्यक्ष का स्पष्ट संदेश—संख्या नहीं, संगठन और सेवा से बनेगा मजबूत हिंदू समाज
“हर गांव-मोहल्ले में सामूहिक हनुमान चालीसा से मजबूत होगा समाज”
“संख्या नहीं, संकल्प से बनेगा संगठित हिंदू राष्ट्र: डॉ. प्रवीण तोगड़िया”
जयपुर, dusrikhabar.com। अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में राजनीति, समाज और हिंदू राष्ट्र की अवधारणा को लेकर स्पष्ट और सशक्त संदेश दिया। उन्होंने कहा कि राजनीति का वास्तविक उद्देश्य सेवा से जुड़ना होना चाहिए और हिंदू राष्ट्र की सच्ची पहचान सहयोग और निस्वार्थ सेवा से बनती है। उनके अनुसार, समाज को मजबूत करने के लिए उपाधियों या पदवियों से अधिक आवश्यक निरंतर सेवा, संगठन और सकारात्मक विचार हैं।
read also:कैसा रहेगा आपका आज, क्या कहता है भाग्यांक? 15 दिसम्बर, सोमवार, 2025
एक हिंदू दूसरे हिंदू की निस्वार्थ सहायता करे: प्रवीण तोगड़िया
जयपुर में अपने संबोधन के दौरान डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि सेवा से सशक्त राजनीति ही समाज को सही दिशा दे सकती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि हिंदू राष्ट्र की परिभाषा केवल नारे या पदवियों तक सीमित नहीं हो सकती, बल्कि इसकी वास्तविक पहचान यह है कि एक हिंदू दूसरे हिंदू की निस्वार्थ सहायता करे। उन्होंने कहा कि पदवी या उपाधियों से समाज मजबूत नहीं होता, बल्कि निरंतर सेवा, संगठन और सकारात्मक सोच से ही सनातन की वास्तविक शक्ति खड़ी होती है।

read also:किसकी होगी सरदारी, किसने ली थी भजनलाल शर्मा के मुख्यमंत्री बनने की जिम्मेदारी…!
डॉ. तोगड़िया ने कहा कि कुछ वर्ष पहले “हिंदू हृदय सम्राट” जैसी उपाधियां केवल गिने-चुने व्यक्तित्वों के लिए प्रयुक्त होती थीं, लेकिन आज यदि हर गली-मोहल्ले में कोई हिंदुत्व के लिए खड़ा दिखाई देता है, तो इसे नकारात्मक दृष्टि से नहीं बल्कि सकारात्मक रूप में देखा जाना चाहिए। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे राजस्थान में पहले पानी की भारी किल्लत थी और अब घर-घर पानी पहुंच रहा है, उसी तरह यदि हर मोहल्ले में हिंदुत्व के लिए काम करने वाला व्यक्ति खड़ा है, तो यह समाज की मजबूती का संकेत है।
उपाधियां पा लेना जीवन में पर्याप्त नहीं
उन्होंने दो टूक कहा कि केवल उपाधियां धारण करना पर्याप्त नहीं है। सनातन और हिंदू धर्म के नाम पर बड़ी-बड़ी पदवियां लेने वालों को धरातल पर काम करना होगा। इसी उद्देश्य से उन्होंने संकल्प दिलाया कि हर गांव और हर मोहल्ले में शनि या मंगलवार की शाम को सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया जाए। डॉ. तोगड़िया ने परिवार और समाज के हित में 30 महत्वपूर्ण सूत्र भी बताए, जिनके पालन से परिवार रोग-मुक्त, चिंता-मुक्त रहेगा और उसे धन, यश, आरोग्य और सुरक्षा प्राप्त होगी।
read also:हार्डवेयर इनोवेशन का महाकुंभ: मणिपाल यूनिवर्सिटी में SIH का भव्य समापन
संगठित हिंदू समाज खड़ा करने की जरूरत
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि लक्ष्य ऐसा संगठित हिंदू समाज खड़ा करना है, जो संख्या से नहीं, बल्कि संगठन और संकल्प से मजबूत हो। उन्होंने इजराइल का उदाहरण देते हुए कहा कि उससे भी अधिक सशक्त और अनुशासित संगठनात्मक शक्ति भारत में खड़ी की जाएगी। यही उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद, राष्ट्रीय बजरंग दल, राष्ट्रीय महिला परिषद और ओजस्विनी जैसे संगठनों का है।
निरंतर सेवा और समाज को जोड़ने का कार्य ही सनातन की वास्तविक शक्ति
धर्मांतरण के मुद्दे पर डॉ. तोगड़िया ने कहा कि सेवा ही सबसे प्रभावी मार्ग है। उन्होंने राजस्थान में लागू धर्मांतरण कानून को सकारात्मक कदम बताते हुए कहा कि इससे राज्य में जबरन या प्रलोभन से होने वाले धर्मांतरण पर प्रभावी रोक लगेगी। इसके साथ ही, उन्होंने राजस्थान सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल के पूर्ण होने पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को बधाई दी और कहा कि निरंतर सेवा और समाज को जोड़ने का कार्य ही सनातन की वास्तविक शक्ति है।
read also: साउथ में बिना डबिंग ही ‘धुरंधर’ का भौकाल! जुटाई तेलुगू मास हीरो से ज्यादा भीड़
अपने राजस्थान प्रवास के दौरान डॉ. प्रवीण तोगड़िया जयपुर के गोल्यावास क्षेत्र में महेंद्र सक्सेना के निवास पर भी पहुंचे। वहां उन्होंने उनके पिता देवेंद्र कुमार सक्सेना की कुशलक्षेम पूछी और परिवारजनों से आत्मीय संवाद कर सामाजिक सरोकारों पर चर्चा की।
———-
#DrPravinTogadia, #HinduRashtra, #Sanatan, #InternationalHinduParishad, #ServiceBasedPolitics, #JaipurNews, #HinduUnity, Dr. Praveen Togadia, International Hindu Council, Hindu Nation, Politics Empowered by Service, Sanatan Dharma, Conversion Law Rajasthan, Hindu Organization,
