
साइबर हेकाथॉन का समापन, राज्यपाल कलराज मिश्र-मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ का उद्बोधन
हेकाथॉन के समापन पर AI के सकारात्मक उपयोग पर दिया जोर
राज्यपाल कलराज मिश्र और मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ का हुआ संबोधन
18 विषय विशेषज्ञों ने 10 सेशन्स में रखी अपनी बात
साइबर चुनौतियों और समाधान पर आयोजित हुए सेशन्स
जयपुर। साइबर हैकथॉन में राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि कम्प्यूटर जनित अपराध रोके जाने के लिए पुलिस कोई ऐसा वैज्ञानिक तंत्र विकसित करे जिससे साइबर अपराधों को प्रभावी तरीके से रोका जा सके। राज्यपाल मिश्र ने साइबर अपराध रोके जाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सकारात्मक उपयोग की बात कही।
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हेकाथॉन के समापन में राज्यपाल का प्रभावी उद्बोधन
राज्यपाल मिश्र आज गुरूवार को राजस्थान इन्टरनेशन सेंटर में राजस्थान पुलिस की ओर से आयोजित पहले ‘साइबर सुरक्षा हैकाथॉन’ के समापन सत्र में संबोधन दे रहे थे। उन्होंने कहा साइबर अपराध विश्वभर में तेजी से बढ़ रहे हैं। वित्तीय और व्यक्ति की निजी गरिमा के हनन से जुड़ेे डीप फेक अपराधों के प्रति जागरुक करने के लिए भी व्यवस्थित रूप में निरंतर कार्य हो।
राज्यपाल ने कहा कि OTP लेकर बैंक से पैसे हड़पने, नेटबैंकिंग पर सेंध लगाकर खाते से राशि निकालने और ऐसे ही कई सारी धोखाधड़ियां के संबंध में शोध, अनुसंधान और कंप्यूटर आंकड़ों के विश्लेषण की शिक्षा को बढ़ावा देने की भी आवश्यकता जताई।
राजस्थान के सूचना और संचार प्रौद्योगिकी मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने इस अवसर पर कहा कि साइबर अटैक अच्छे और बुरे के बीच युद्ध है। एआई के लिए युवाओं की प्रतिभा को अवसर प्रदान करने और पुलिस को मजबूत सक्षम करने के लिए और अधिक प्रयास किए जाएं। उन्होंने राजस्थान पुलिस द्वारा साइबर अपराध जांच और भविष्य की कार्य योजना वैश्विक आवश्यकताओं के अनुरूप करने की आवश्यकता जताई।
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18 विषय विशेषज्ञों ने 10 सेशन में रखे विचार
गुरुवार को दो दिवसीय साइबर हैकाथॉन 1.0 का समापन हुआ। इससे पूर्व मुख्य ऑडिटोरियम एवं मिनी ऑडिटोरियम फर्स्ट में एक-एक घंटे के पांच पांच सेशन हुए। डीजी साइबर क्राइम, एससीआरबी एवं तकनीकी सेवाएं रविप्रकाश मेहरडा ने बताया कि गुरुवार को हुए 10 सेशन में 18 विषय विशेषज्ञों ने अपने विचार रखें और साइबर क्राइम की जटिलताओं, चुनौतियों, भविष्य में होने वाले खतरों आदि पर प्रकाश डालते हुए आवश्यक सुझाव दिए।
राजस्थान पुलिस हैकाथॉन 1.0 में जयपुर पुलिस की ओर से साइबर सेफ्टी, फॉरेंसिक एवं ट्रेफिक पुलिस से संबंधित इक्विपमेंट्स की स्टॉल लगाकर स्कूली बच्चों को जागरूक किया। इसके साथ ही निर्भया स्क्वाड ने महिलाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से आत्मरक्षा के गुर सिखाएं। pic.twitter.com/V8x2YqBVPW
— Jaipur Police (@jaipur_police) January 17, 2024
मुख्य ऑडिटोरियम में हुए पांच सेशन
पहला सत्र एक सफल स्टार्टअप के निर्माण में तकनीक का महत्व को डेटा ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के सह संस्थापक अजय डेटा ने संबोधित करते हुए इस बात पर प्रकाश डाला की रणनीतिक रूप से प्रौद्योगिकी का लाभ उठाकर स्टार्टअप को अभूतपूर्व ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सकता है।
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स्टार्टअप में ऊष्मायन और त्वरण विषय पर दूसरे सत्र में जीसीईसी ग्लोबल फाउंडेशन और ब्रेविटी के संस्थापक व एसोचैम स्टार्टअप काउंसलिंग राजस्थान के अध्यक्ष परेश गुप्ता, स्टार्टअप चौपाल के संस्थापक और सीईओ सुमित श्रीवास्तव, पर्यावरण सेवा उद्योग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरव शर्मा, अटल इनक्यूबेशन सेंटर बनस्थली विद्यापीठ की सहायक उपाध्यक्ष डॉ लतिका धुरिया एवं इनोवेर की निदेशक श्वेता चौधरी चर्चा करते हुए स्टार्टअप विकास को बढ़ावा देने और तेजी से ट्रैक करने की प्रमुख पहलुओं पर प्रकाश डाला
तीसरे सत्र सफल होने के लिए आवश्यक कौशल और काम कैसे शुरू करें विषय पर आईआईटी रुड़की से स्नातक दिव्या तेला को संबोधित कर व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीत के लिए एक रोड मेप पेश किया।
डेक्सटर कैपिटल और वेंचर्स के संस्थापक देवेंद्र अग्रवाल ने चौथे सत्र धन जुटाना विषय पर जटिलताओं पर काबू पाने और चतुर रणनीतिक निर्णय लेने के प्रति अपने विचार साझा किये।
पांचवा सत्र स्टार्टअप और अन्य संगठनों में प्रौद्योगिकी प्रगति के संबंध में था। स्टॉक्सहीरो के सह स्थापक कुश बीजल, ऑन ग्रिड में एसोसिएट निदेशक मुकुल सिरोही व रेंज पावर इंफ्रा के निदेशक पवन शर्मा ने वार्ता कर स्टार्टअप और स्थापित संगठनों के परिदृश्य को आकार देने वाले नवीनतम रुझानों और नवाचारों के बारे में बताया।
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मिनी ऑडिटोरियम में इन विषयों पर हुए पांच सेशन
छठे सत्र ड्रोन में झुंड और एआई प्रौद्योगिकी विषय पर बॉट लैब डायनेमिक्स की सह संस्थापक सरिता अहलावत फार्म ने स्वार्म व एआई प्रौद्योगिकी किस प्रकार ड्रोन अनुप्रयोगों के परिदृश्य को नया आकर दे रही है के बारे में बताया।
यातायात और पार्किंग समस्याओं के समाधान व स्मार्ट तरीका विषय पर सातवां सत्र था। मैकेनिकल इंजीनियर और केंद्रीय सशस्त्र बल में पूर्व डिप्टी कमांडेंट धनंजय भारद्वाज ने भीड़ और पार्किंग चुनौतियों को कम करने, टिकाऊ और कुशल परिवहन प्रणालियों को बढ़ावा देने के लिए स्मार्ट समाधान बताएं।
आठवें सत्र में क्रिप्टो करेंसी द्वारा सुगम धोखाधड़ी विषय पर क्रिस्टल ब्लॉकचेन के इंटेलिजेंस रिसर्चर रजत अहलावत ने क्रिप्टो संबंधित धोखाधड़ी के जटिल परिदृश्य पर प्रकाश डाला। क्रिप्टोकरंसी और धोखाधड़ी की गतिविधियों के बीच अंतर को समझने में चुनौतियों और संभावित समाधानों के बारे में बताया।
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नवें सत्र डीप फेक के नैतिक उपयोग, जेएएन और जेईएन एआई का अनुप्रयोग विषय पर Seisei.ai के फाउंडर सीईओ रजत चौधरी व एमएल प्रमुख जोरावर सिंह ने चर्चा कर इन शक्तिशाली प्रौद्योगियों के परिवर्तनकारी परिदृश्य को नेविगेट करने में जिम्मेदार अनुप्रयोगों, संभावित नुकसान और नैतिक ढांचे की अनिवार्यता पर विचार व्यक्त किये।
दसवां सत्र जनरल एआई और आधुनिक दुनिया में इसका उपयोग के बारे में था। सेलेबल टेक्नोलॉजीज के वरिष्ठ डेटा वैज्ञानिक जय सतीजा ने कैसे जेनरेशन अल्फा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का संलयन हमारे वर्तमान को आकार देता है और भविष्य की भविष्यवाणी करता है पर प्रकाश डाला।