
एमएनआईटी जयपुर में सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2025 का आयोजन
MNIT जयपुर में सतर्कता जागरूकता सप्ताह पर परिसंवाद का आयोजन
विशेषज्ञों बोले- भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिए सामूहिक उत्तरदायित्व जरूरी
“सतर्कता: हमारी साझा जिम्मेदारी” विषय पर विशेषज्ञों ने रखे विचार
डॉ. मालिनी अग्रवाल, राजदीपक रस्तोगी और डॉ. शैलेन्द्र झा बने पैनलिस्ट
संस्थान निदेशक प्रो. एन.पी. पाढ़ी ने कहा – सतर्कता हर नागरिक का नैतिक कर्तव्य है
जयपुर,dusrikhabar.com। मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनआईटी जयपुर) में सतर्कता जागरूकता सप्ताह–2025 के तहत “सतर्कता: हमारी साझा जिम्मेदारी” विषय पर एक प्रभावशाली परिसंवाद (पैनल डिस्कशन) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त भारत के निर्माण के लिए सामूहिक जिम्मेदारी और नागरिक भागीदारी अनिवार्य है।
read also:कैसा रहेगा आपका आज, क्या कहता है भाग्यांक? 5 नवम्बर, बुधवार, 2025…
एमएनआईटी जयपुर में आयोजित हुआ सतर्कता परिसंवाद
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. एन.पी. पाढ़ी, निदेशक, एमएनआईटी जयपुर ने की। इस अवसर पर डॉ. मालिनी अग्रवाल (आईपीएस), महानिदेशक एवं कमांडेंट जनरल, होमगार्ड्स राजस्थान सरकार; वरिष्ठ अधिवक्ता राजदीपक रस्तोगी (राजस्थान उच्च न्यायालय); और डॉ. शैलेन्द्र झा, पूर्व निदेशक, राज्य एफ.एस.एल. राजस्थान एवं साइबर क्राइम विशेषज्ञ (गृह मंत्रालय) बतौर पैनलिस्ट उपस्थित रहे। परिसंवाद का संचालन पुनीत शर्मा ने किया।
read also:जयपुर में प्रियंका हॉस्पिटल एंड कार्डियक सेंटर का भव्य उद्घाटन…

सामूहिक सतर्कता से बनेगा भ्रष्टाचार मुक्त भारत
विशेषज्ञों ने अपने विचार रखते हुए कहा कि सतर्कता केवल एक प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि यह सामूहिक नैतिक जिम्मेदारी है। वक्ताओं ने कहा कि शासन व्यवस्था में पारदर्शिता, ईमानदारी और जवाबदेही से ही सुशासन और राष्ट्र निर्माण संभव है। डॉ. मालिनी अग्रवाल ने कहा कि “नागरिकों की भागीदारी और संस्थागत ईमानदारी—दोनों मिलकर ही एक सतर्क समाज की नींव रखते हैं।”
read also:“एक स्वास्थ्य” पर गीतांजलि मेडिकल कॉलेज में जागरूकता रैली…
डिजिटल युग में साइबर सतर्कता की आवश्यकता
डॉ. शैलेन्द्र झा ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि “साइबर सतर्कता और डिजिटल जागरूकता आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है।” उन्होंने युवाओं से कहा कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर सतर्क रहना और डिजिटल नैतिकता अपनाना ही भविष्य के सुरक्षित भारत की कुंजी है।
विधिक दृष्टिकोण से भी जरूरी है सतर्कता
वरिष्ठ अधिवक्ता राजदीपक रस्तोगी ने कानूनी पहलू पर प्रकाश डालते हुए कहा कि व्यक्तिगत जीवन में सतर्कता की आदत विकसित करना और भ्रष्टाचार निरोधक तंत्र को प्रभावी बनाना समाज की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
निदेशक ने किया आह्वान – सतर्कता हर नागरिक का कर्तव्य
प्रो. एन.पी. पाढ़ी ने अपने संबोधन में कहा, “सतर्कता केवल शासन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि यह प्रत्येक नागरिक का नैतिक कर्तव्य है।” उन्होंने छात्रों और शिक्षकों से अपील की कि वे अपने जीवन में ईमानदारी और पारदर्शिता को अपनाएं।
कार्यक्रम का समापन और सम्मान समारोह
कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का सम्मान मुख्य सतर्कता अधिकारी प्रो. विजय जनयानी ने किया। संचालन सहायक कुलसचिव (सतर्कता) डॉ. वरुण त्यागी ने किया। कार्यक्रम में एमएनआईटी के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे, जिन्होंने भ्रष्टाचार मुक्त भारत के संकल्प को दोहराया।
—————-
MNIT Jaipur, Vigilance Awareness Week, Corruption Free India, Prof. N.P. Padhy, Dr. Malini Agarwal, Rajdeepak Rastogi, Dr. Shailendra Jha, Cyber Vigilance, Collective Responsibility, Awareness Symposium, #MNITJaipur, #VigilanceAwarenessWeek, #CorruptionFreeIndia, #CyberAwareness, #Integrity, #Transparency, #JaipurNews, #EducationNews,
