
दीपावली पर यात्रियों की जेब पर डाका: निजी बसों ने वसूला दोगुना किराया, लंबी दूरी के यात्रियों को नहीं मिली बस
जयपुर से दिल्ली तक किराया 400 से बढ़कर 1000 रुपए तक पहुंचा
रोडवेज की कमी का फायदा उठाकर निजी बस ऑपरेटरों ने मनमानी की
कोटपुतली और अन्य रूटों के यात्रियों को घंटों इंतजार के बाद भी नहीं मिली बस
विजय श्रीवास्तव,
जयपुर,dusrikhabar.com। दीपावली जैसे बड़े त्योहार पर जहां बाजारों में खरीददारी की रौनक रही, वहीं यात्रियों को परिवहन व्यवस्था की अव्यवस्था ने परेशान कर दिया। जयपुर के सिंधी कैंप बस स्टैंड पर सोमवार को दिल्ली और कोटपुतली जाने वाले यात्रियों को घंटों इंतजार के बाद भी रोडवेज बस नहीं मिली। दूसरी ओर निजी बस संचालकों ने किराए में मनमानी बढ़ोतरी करते हुए यात्रियों की जेब पर गहरा बोझ डाल दिया।
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जयपुर से दिल्ली जाने वाली बसों का सामान्य किराया ₹400 से ₹500 होता है, लेकिन दीपावली के दिन यही किराया ₹800 से ₹1000 तक पहुंच गया। बस स्टैंड पर लंबी कतारें लगने के बावजूद यात्रियों को सीट नहीं मिली। कई बसों में मानक से अधिक सवारियां ठूंस-ठूंसकर भरी गईं। यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करनी पड़ी, जिससे सफर असुविधाजनक और जोखिम भरा रहा।
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महिलाओं के लिए अलग लाइन का अभाव:
बस स्टैंड पर व्यवस्था की खामियां साफ नजर आईं। महिला यात्रियों ने बताया कि टिकट विंडो पर महिलाओं के लिए अलग कतार नहीं थी, जिससे परेशानी बढ़ी। कोटपुतली की यात्री वर्मा ने बताया कि दीपावली के दिन उन्हें कोई सीधी बस नहीं मिली। प्रशासन और पुलिस की अनुपस्थिति में निजी बस संचालकों की मनमानी और बढ़ गई।
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रोडवेज बसों का न मिलना बड़ी समस्या बना:
दिल्ली जाने वाले यात्री पवन ने बताया कि वे सुबह 10:30 बजे से सिंधी कैंप पर बस का इंतजार कर रहे थे, लेकिन शाम 4 बजे तक कोई रोडवेज बस नहीं मिली। उन्होंने कहा कि “त्योहारों के समय रोडवेज के दावे केवल कागजों तक सीमित हैं।” बाहर खड़ी निजी बसें यात्रियों से ₹1000 प्रति सीट तक वसूल रही थीं। कई लोगों ने मजबूरी में महंगे किराए पर यात्रा की।
त्योहारों के मौसम में रोडवेज की सीमित सेवाएं और निजी बस संचालकों की मनमानी ने यात्रियों के लिए दीपावली की खुशी को परेशानी में बदल दिया। विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह की स्थिति हर वर्ष बनती है, लेकिन प्रशासनिक निगरानी की कमी से इसका कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पाता।
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Passengers traveling from Jaipur to Delhi on Diwali faced significant inconvenience. Due to a shortage of roadways buses at the Sindhi Camp bus stand, private bus operators increased fares from 400 to 1,000 rupees. Passengers were unable to find buses on several routes, including Kotputli.