
‘डेढ़ लाख दो, वरना नौकरी छोड़ो’: अफसरों की प्रताड़ना से तंग आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का सुसाइड…
55 वर्षीय अंजुबाला ने जहर खाकर दी जान, वीडियो में बोली – ‘मैं मजबूर हूं, अफसरों ने जीना मुश्किल कर दिया’
बेटे को फोन कर बताया- “मैंने जहर खा लिया है”
अफसरों पर डेढ़ लाख की रिश्वत मांगने का आरोप
विधायक ताराचंद जैन पहुंचे अस्पताल, परिजनों ने दर्ज कराई शिकायत
धार्मिक भेदभाव और मानसिक उत्पीड़न की भी बात सामने आई
महिला की मौत नहीं सिस्टम पर सवाल
नवीन सक्सेना,
उदयपुर (dusrikhabar.com)। उदयपुर जिले के धानमंडी थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना सामने आई है जहाँ 55 साल की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अंजुबाला ने विभागीय अफसरों की प्रताड़ना से तंग आकर जहर खाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड से पहले महिला ने एक वीडियो बनाया जिसमें उसने कहा कि उसे लगातार मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है और नौकरी बचाने के लिए 1.5 लाख रुपए की डिमांड की जा रही थी।
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महिला के बेटे अनमोल ने बताया कि अधिकारी मां की जगह किसी और को नियुक्त करना चाहते थे और रिश्वत की मांग कर रहे थे। बेटे ने बताया कि मां ने आत्महत्या से पहले एक वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें अफसरों के नाम लेकर उन पर गंभीर आरोप लगाए गए। अंजुबाला ने यह कदम देहलीगेट हनुमान मंदिर के पास उठाया और सुसाइड से पहले बेटे को फोन कर इस बात की जानकारी भी दी। परिजन महिला को तत्काल जिला अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
बेटे को कॉल कर दी आखिरी सूचना
धानमंडी पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली इस घटना में मृतका के बेटे अनमोल दलाल ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 10 बजे उनकी मां ने उन्हें कॉल कर कहा कि उन्होंने जहर खा लिया है। बेटे और परिजन तुरंत मंदिर पहुंचे तो वहां अंजुबाला अचेत अवस्था में मिलीं। उन्हें उदयपुर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
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वीडियो में लगाए ये गंभीर आरोप
अंजुबाला द्वारा बनाए गए वीडियो में उन्होंने अपने विभाग के चार अधिकारियों अतिका अहमद, शारदा बंशीवाल, जया वीरवाल और दिनेश मीणा – पर मानसिक रूप से परेशान करने, नौकरी छीनने की धमकी देने और ₹1.5 लाख की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया।
वीडियो में क्या कहा अंजुबाला ने:
“मैं अब नहीं सह सकती। ये लोग मुझे लगातार मानसिक रूप से परेशान कर रहे हैं। बोलते हैं, नौकरी करनी है तो डेढ़ लाख दो। नहीं तो किसी और को रख लेंगे। मैं मजबूरी में ये कदम उठा रही हूं।”
अधिकारियों पर धार्मिक भेदभाव का भी आरोप
परिजनों का आरोप है कि अंजुबाला के साथ धार्मिक भेदभाव भी किया गया। उनके मुताबिक अधिकारियों ने उन्हें बार-बार अलग धर्म से होने का एहसास दिलाया और उनके प्रति पूर्वाग्रहपूर्ण व्यवहार किया।
परिजनों ने सुसाइड वीडियो पुलिस को सौंपते हुए कहा कि इस वीडियो में वह सब कुछ स्पष्ट है और यह अफसरों की भूमिका पर सीधा सवाल उठाता है।
विधायक पहुंचे हॉस्पिटल, जताया दुख
घटना की सूचना मिलने पर उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन भी जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने परिजनों से बात की और हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। विधायक जैन ने कहा: “यह एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। एक महिला कार्यकर्ता को अगर अपनी नौकरी के लिए इस हद तक जाना पड़े तो यह सिस्टम पर सवाल है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”
स्थानीय लोगों में रोष, भीड़ जमा हुई
महिला की आत्महत्या की खबर फैलते ही अस्पताल के बाहर स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोगों ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाइश दी और माहौल को शांत किया।
पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच शुरू
धानमंडी थाना पुलिस ने मृतका के बेटे की रिपोर्ट के आधार पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने महिला का वीडियो भी सबूत के रूप में जब्त किया है और अधिकारियों से पूछताछ शुरू कर दी गई है।
SHO धानमंडी का कहना है कि मामला बेहद संवेदनशील है और जांच वीडियो, कॉल डिटेल, और पारिवारिक बयान के आधार पर की जा रही है।
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यह केवल एक मौत नहीं, बल्कि सिस्टम पर एक सवाल है
इस घटना ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि एक महिला, जो 30 वर्षों से आंगनबाड़ी में कार्यरत थी, आखिर क्यों इतने दबाव में आ गई कि उसे जान देना पड़ा? यह मामला केवल एक आत्महत्या नहीं बल्कि व्यवस्था में फैले भ्रष्टाचार और महिला कर्मियों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।