क्या पूजा स्थान में पितरों के चित्र रखने चाहियें?

क्या पूजा स्थान में पितरों के चित्र रखने चाहियें?

क्या पूजा स्थान में पितरों के चित्र रखने चाहियें-जानते हैं ज्योतिष के अनुसा

जयपुर। क्या पूजा स्थान में पितरों के चित्र रखने चाहियें? पितृ पक्ष 29 तारीख से शुरू हो रहा है और हमारे मन में बहुत सारे प्रश्न इसको लेकर उठते हैं। हम ये भी सोचते हैं कि हम ऐसा क्या करें पितरों के लिए जो हमारे आगे के रास्ते खुल जाएं और हम तरक्की की राह पर चल पड़ें।

हम अपने पूर्वजों का आशीर्वाद कैसे प्राप्त करें। यहां पर मेरी कोशिश यही रहेगी कि आपको पितृ पक्ष को लेकर जितनी भी भ्रांतियां हैं वे समाप्त हो जाएं। इसके लिए आप हमसे पितृ पक्ष सम्बन्धित प्रश्न भी पूछ सकते हैं।

सनातन धर्म की एक विशेषता

हम हर जीव और निर्जीव को न केवल आदर देते हैं, अपितु पूजा भी करते हैं। हर किसी में गुण और अवगुन होते हैं और जब हम किसी की पूजा करते हैं तो हम उसके गुणोँ को अपनाते हैं और अवगुणों को अनदेखा करते हैं। पूजा हम सब के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, कोई मन से पूजा करता है, कोई कर्म से करता है तो कोई वचन से यानी श्लोकादि उच्चारण करके पूजा करता है। और हमने पूजा को ऋतुओं के अनुसार विभाजित किया है। जिसकी जिस तरह से आस्था होती है वह उसी तरह से पूजा करता है।

Read Also:पंचक क्या होते हैं?

हम किस देवी देवता की पूजा करते हैं

उसी के अनुसार उस देवी देवता की प्रिय वस्तुए भी रखते हैं। भगवान का जो पूजा स्थल बनता है, उस भगवान की पूजा में उचित एवं उत्तम सामग्री का प्रयोग में लाना, इसका भी ध्यान रखा जाता है। हम इस बात का भी ध्यान रखते हैं कि वहां कोई अशुद्ध वस्तु न आये। घर मे बने मन्दिर को हमेशा साफ एवं सुगंधित बनाए रखने के प्रयास किए जाते हैं।

आज के परिवेश में

देखें तो अज्ञानता के कारण लोग पूजा घर को सजाने के लिए हर प्रकार की वस्तुओं का प्रयोग करते हैं, जो उनके हिसाब से तो सही होती हैं लेकिन शास्त्रों के अनुसार वे अशुभ हैं। हिन्दू परिवारों के अमूमन पूजा घरों में आप भगवान की मूर्तियों के अलावा कुछ तस्वीरें भी पाएंगे।

ये तस्वीरें देवी देवता की भी होती हैं और इसके अलावा जो लोग संत महात्मा पर विश्वास करते हैं, वे उनकी तस्वीर भी पूजा घर में लगाते हैं। लेकिन इसके अलावा कुछ लोग अपने स्वर्गवासी पूर्वज या फिर परिजनों की तस्वीर भी पूजा घर में लगाते हैं।

ऐसा कभी ना करें

शास्त्रों एक अनुसार कभी भी पूजा घर में स्वर्गवासी हो चुके व्यक्ति की कोई भी वस्तु या तस्वीर तो बिलकुल भी नहीं होनी चाहिए। यह शास्त्रों की दृष्टि में अशुभ है। इससे आपकी पूजा बेकार होती है और घर परिवार पर संकट भी आते हैं। हमलोग अपने स्वर्गवासी परिजनों को बेहद प्रेम करते हैं, स्वाभाविक है उनकी आत्मीयता भुलाई नहीं जा सकती। उनके आशीर्वाद से ही हम फल फूल रहें हैं।

Read Also:संग्रहालय-स्मारकों में प्रवेश निशुल्क…!

तभी तो उनके चले जाने के बाद उन्हें सम्मान देने हेतु मंदिर में उनकी तस्वीर लगाते हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा नहीं करना चाहिए। ना केवल पूजा घर में अन्य मूर्तियों के साथ, वरन् पूजा घर की दीवारों पर भी मृत परिजनों की तस्वीर नहीं होनी चाहिए। वास्तु के अनुसार घर का पूजा स्थल हमें उत्तर पूर्व दिशा में होना चाहिए।

यदि इसमें नहीं तो आप केवल उत्तर या पूर्व दिशा भी चुन सकते हैं, किंतु उत्तर पूर्व दिशा पूजा घर के लिए सर्वश्रेष्ठ मानी गई है। वास्तु शास्त्र में मृतक परिवार के लोगों की तस्वीर कभी भी इन तीन दिशाओं में नहीं लगानी चाहिए।

मृत परिजनों की तस्वीर कहाँ लगाएं 

घर की दक्षिण, दक्षिण पश्चिम एवं पश्चिम दिशा ही चुनी जानी चाहिए। यदि इसके अलावा किसी अन्य दिशा में मृत परिजनों की तस्वीर लगाई जाए तो यह घर में नकारात्मक ऊर्जा को लेकर आता है। जो सबसे पहले परिवार के लोगों की मानसिक अवस्था पर अटैक करता है।

अब जब पूजा स्थल उत्तर पूर्व दिशा में विराजमान हो, तो यहां मृत परिजन की तस्वीर लगाना बिलकुल भी सही नहीं है। यह घर वालों के लिए ही बुरा सिद्ध हो सकता है। लेकिन ना केवल वास्तु शास्त्र में वरन् देवी देवता से जुड़ी मान्यताओं में भी देव मूर्तियों के साथ परिवार के सदस्यों की तस्वीर लगाना गलत है।

Read Also:So blessed to finally be Mr and Mrs!

लोग अपने माता पिता या अपने से बड़ों को भगवान से भी अधिक प्रेम करते हैं

उन्हें मानते हैं, उनकी यादें उनसे गहराई से उनके अंतर्मन से जुड़ी होने के कारण वे उनकी पूजा करना आरंभ कर देते हैं। उनकी तस्वीर को पूजा घर में स्थापित कर रोज़ाना उनकी पूजा करते हैं,लेकिन ऐसा कहा गया है कि कोई भी आम मनुष्य़ देवी-देवताओं से ऊपर नहीं हो सकता। अपने पूर्वजों को भरपूर सम्मान दें।

लेकिन ध्यान रखें भगवान का स्थान हमेशा उच्च है और उच्चतम ही रहेगा। इसलिए उनकी बराबरी में ज़िंदा या फिर मर चुके परिवार के लोगों की तस्वीर रखकर पूजा नहीं करनी चाहिए।

यदि कोई मन से परिवार के किसी सदस्य या अपने गुरु की तस्वीर पूजा घर में रखना भी चाहे, तो उसे भगवान की मूर्ति या तस्वीर से नीच ही रखें। देवी देवता की तस्वीर के बिलकुल बराबर कदापि ना रखें, यह भी केवल मान्यता ही है, वास्तु शास्त्र के अनुसार तो पूजा घर में मृत परिजनों की तस्वीर रखनी ही नहीं चाहिए।

पूनम गौड़ से ज्योतिषीय सलाह लेने के लिए 8826026945 पर व्हाट्सएप्प करें।

CATEGORIES
TAGS
Share This

COMMENTS

Wordpress (0)
Disqus (0 )

अपने सुझाव हम तक पहुंचाएं और पाएं आकर्षक उपहार

खबरों के साथ सीधे जुड़िए आपकी न्यूज वेबसाइट से हमारे मेल पर भेजिए आपकी सूचनाएं और सुझाव: dusrikhabarnews@gmail.com