
गहलोत के मंत्री राजेंद्र गुढ़ा की बर्खास्तगी क्यों?
गुढ़ा को विधानसभा में राजा हरीशचंद्र बनना पड़ गया भारी
बसपा से कांग्रेस में शामिल इकलौत विधायक थे जिन्हें मिला था मंत्री पद
गहलोत के करीबी माने जा रहे गुढ़ा की बयानबाजी से हर कोई था हतप्रभ
जयपुर। राजनीति में ऐसा होता ही रहता है। आज एक बार फिर मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को गहलोत सरकार के खिलाफ बोलना भारी पड़ गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया। दरअसल हुआ यूं था कि 15वीं विधानसभा के 8वें सत्र में मणिपुर में हुए वीडियो वायरल की घटना के पर बोलते हुए अपनी ही सरकार कोसा था।
गुढ़ा को किस बात की मिली सजा?
राजेंद्र गुढ़ा ने कहा था कि मणिपुर पर बयानबाजी बंद करे सरकार, पहले अपनी गिरेबां में झांक के देखे कि राजस्थान में कितने अपराध हो रहे हैं। महिलाएं और बेटियां यहां सुरक्षित नहीं हैं। हर रोज दुष्कर्म और हत्या की घटनाएं राजस्थान में सामने आ रही हैं। पहले सरकार को इन्हें रोकने के लिए काम करना चाहिए। बस फिर क्या था विधानसभा में पूरे विपक्ष ने टेबल थपथपाकर गुढ़ा की बातों का समर्थन किया और गुढ़ा की इस बहादुरी पर वाह-वाही तक कर दी। अब क्या था सीना चौड़ा कर राजेंद्र गुढ़ा बैठ गए अपनी सीट पर तभी मौका को तुरंत नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने लपक लिया और गहलोत सरकार को आईना दिखा दिया, कि देख लीजिए सरकार अब तो आपके मंत्री खुद भी कह रहे हैं कि प्रदेश में अपराध बेइंतहा बढ़ गया है।
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और अब अचानक राजेंद्र गुढ़ा की बर्खास्तगी की खबर से राजस्थान की राजनीति में मानो भूचाल सा आ गया है। सभी को पता तो था गुढ़ा के इस बयान पर वे बख्शे नहीं जाएंगे लेकिन इतनी जल्दी सरकार उन पर एक्शन ले लेगी ये किसी को नहीं पता था। खैर ये होना भी था क्योंकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ऐसे मामलों में पीछे नहीं रहते उन्हें तुरत दान महाकल्याण वाली आदत है। ऐसे में गुढ़ा की बर्खास्तगी तुंरत होनी ही थी
अभी भी गुढ़ा बाज नहीं आए बयानबाजी से
सरकार से कार्यमुक्त होते ही राजेंद्र गुढ़ा थमें नहीं उन्होंने फिर एक बयान जारी कर दिया कि मुझे सच बोलने की सजा दी जा रही है लेकिन मैं चुप नहीं रहूंगा। अगर महिलाओं के अत्याचार पर बोलना गुनाह है तो ये गुनाह मुझे सौ बार कबूल है। राजस्थान महिला अपराध में नम्बर वन पर है। मैं सच बोलने का अपना क्रम जारी रखूंगा, सच बोलना कभी बंद नहीं करूंगा।
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कौन हैं मंत्री राजेंद्र गुढ़ा?
राजस्थान के झुंझुनूं क्षेत्र के उदयपुरवाटी क्षेत्र से बहुजन समाजवादी पार्टी के विधायक हैं राजेंद्र गुढ़ा। गुढ़ा की अपने क्षेत्र में अच्छी पकड़ है, बेबाक प्रवृत्ति के गुढ़ा बसपा के अपने छह विधायकों के साथ कांग्रेस में शामिल हुए थे। गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल विस्तान में गुढ़ा को मंत्री का पोर्टफोलियो मिला। हालांकि बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों में से अकेले गुढ़ा को ही मंत्री पद दिया था जिससे उनके साथी विधायक नाराज भी थे। सूत्रों के अनुसार गुढ़ा ने ही भाजपा के अन्य विधायकों का कांग्रेस में शामिल होने के लिए सेतु का काम किया था और मुख्यमंत्री गहलोत बेहद करीबियों में गुढ़ा की गिनती होती रही है।
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बहरहाल इन दिनों राजेंद्र गुढ़ा के सचिन पायलट गुट से जुड़ने की खबरें चल रही हैं। उन्होंने कई बार सचिन पायलट के पक्ष में बयानबाजी भी की। लेकिन फिर कहीं न कहीं गहलोत उन्हें क्षमा करते रहे। फिलहाल बाजार में ये भी चर्चा है कि पायलट गुट के पक्ष में बयानबाजी से चल रही थी गहलोत से नाराजगी। हालांकि कांग्रेस ने विधानसभा में ये उनका निजी बयान बताते हुए कांग्रेस से इसे दूर रखा था लेकिन रात ढलते ढलते आखिर गुढ़ा को मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा ही दिया गया।
