वैदिक पंचांग और आपका आज…नवमी
वैदिक पंचांग
पंचांग (Panchang) ज्योतिषी पूनम गौड़ के अनुसार कैसे शुभ होगा?
जानिए वैदिक पंचांग से पितृपक्ष के तरीके और उपाय (वैदिक पंचांग)
दिनांक – 8 अक्टूबर 2023
दिन – रविवार
विक्रम संवत – 2080 (गुजरात – 2079)
शक संवत – 1945
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद ॠतु
मास – आश्विन
पक्ष – कृष्ण
तिथि – नवमी 10:12 तक तत्पश्चात दशमी
नक्षत्र – पुष्य 02:45 (9अक्टूबर) तक तत्पश्चात अश्लेषा
योग – सिद्ध पूर्णरात्री
राहुकाल – 16:30 – 18:00 बजे तक
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दिन की शुरुआत (नवमी)
सूर्यास्त – 18:00
दिशाशूल – पश्चिम दिशा में
रवि पुष्य योग – 06:17 से 02:45 (9 अक्टूबर) तक
सर्वार्थ सिद्धि योग – 06:17 से 02:45 (9 अक्टूबर) तक
व्रत पर्व – दशमी श्राद्ध 8 अक्टूबर रविवार
एकादशी श्राद्ध 9 अक्टूबर सोमवार
एकादशी व्रत 10 अक्टूबर मंगलवार
द्वादशी श्रद्धा 11 अक्टूबर बुधवार, सन्यासियों का श्राद्ध
त्रयोदशी श्राद्ध 12 अक्टूबर गुरुवार
चतुर्दशी श्राद्ध 13 अक्टूबर शुक्रवार, अकाल मृत्यु को प्राप्त हुए लोगों का श्राद्ध
सर्वपितृ अमावस्या 14 अक्टूबर शनिवार, सर्व पितृ अमावस्या
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वैदिक पंचांग के अनुसार कब क्या करना चाहिए
💥 विशेष:- नवमी को लौकी खाना गौ मांस खाने के समान होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्री कृष्ण खण्ड:75.90)
सूर्यास्त के बाद कोई भी तिल युक्त पदार्थ नहीं खाना चाहिए। (मनु स्मृति: 4.75)
👉श्राद्ध के दिन और व्रत के दिन स्त्री सहवास तथा तिल का तेल खाना व लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
👉सभी नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र को सबसे श्रेष्ठ माना गया है। पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि देव हैं और रविवार के देवता सूर्य देव हैं। इसलिए जब पुष्य नक्षत्र रविवार को आता है तो रवि पुष्य योग बनता है। इस दिन किए गए हर कार्य का उत्तम फल प्राप्त होता है
👉 इस दिन किये गए उपायों से धन-संपत्ति बढ़ती है और अन्य कई कार्य हैं जो पूर्ण होते हैं। यह सभी कार्यों के लिए शुभ व श्रेष्ठ मुहूर्त होता है।
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रवि पुष्य योग में किये जाने वाले उपाय (नवमी)
1. इस दिन साधना करने से उसमें निश्चित ही सफलता प्राप्त होती है।
2. कार्य की गुणवत्ता एवं उसके प्रभाव में वृद्धि होती है।
3. धन वैभव में वृद्धि होती है।
4. यंत्र सिद्धि के लिए यह शुभ दिन होता है।
5. जन्मकुंडली में स्थित सूर्य के दुष्प्रभाव दूर होते हैं।
6. सूर्य का आशीर्वाद पाने के लिए इस दिन सुर्ख लाल वस्त्र पहनना शुभ होता है।
7. जीवन में आर्थिक समृद्धि आती है।
8. रविवार के दिन गाय को गुड़ खिलाने से आर्थिक लाभ होता है।
9. रविवार के दिन मंदिर में दीपक जलाने से कार्य में आने वाली बाधा समाप्त होती है।
10. तांबे के लोटे में जल में दूध, लाल पुष्प और लाल चंदन डालकर सूर्य को अर्घ्य देने से शत्रु कमजोर होते हैं।
11. यदि रवि पुष्य नक्षत्र पर मोती शंख में जल भरकर लक्ष्मी जी की मूर्ति के पास रखा जाए तो अन्नपूर्णा देवी अत्यंत खुश होती हैं।
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12. रवि पुष्य योग के समय माँ लक्ष्मी जी के धन प्राप्ति के मंत्र का जप कमलगट्टे की माला के साथ १०८ बार करें। आपके लिए धन के द्वार खुल जाएंगे।
13. माँ लक्ष्मी को कमल पुष्प अत्यंत प्रिय है अत: उनकी पंचोपचार पूजा विधि या षोडशोपचार पूजा में कमल पुष्प और सफ़ेद मिठाई अर्पित करें।
15. इस शुभ मुहूर्त में यदि आप धन संचय करने वाली तिजोरी में अपामार्ग की जड़ रखेंगे तो यह तिजोरी आपके लिए भाग्यशाली और धन खींचने का साधन बन सकती है।
16. विष्णुसहस्रनाम स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।
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