वैदिक पंचांग से समझें कैसा हो सकता है आपका आज…?
वैदिक पंचांग
ज्योतिषी पूनम गौड़ के अनुसार आप का आज का दिन कैसे शुभ होगा?

सेलीब्रिटी ज्योतिष पूनम गौड़
(Vadic Panchang) दिनांक – 15 सितम्बर 2023
दिन – गुरुवार
विक्रम संवत – 2080 (गुजरात – 2079)
शक संवत – 1945
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद ॠतु
मास – भाद्रपद
पक्ष – कृष्ण
तिथि – अमावस्या 07:08 तक तत्पश्चात प्रथमा
नक्षत्र – उत्तराफाल्गुनी अहोरात्रि
योग – शुभ 03:40 (15सितम्बर) तक तत्पश्चात शुक्ल
राहुकाल – 10:50 से 12:22 बजे तक
सूर्योदय – 06:14
सूर्यास्त – 18:29
दिशाशूल – पश्चिम दिशा में
पंचक – 26 सितंबर 2023, 20:28 से 30 सितंबर 2023 को 21:08 तक
व्रत पर्व – देवकार्य अमावस्या
विश्वेश्वरैया जयन्ती
56वाँ अभियन्ता दिवस समारोह
18 सितंबर हरितालिका व्रत सोमवार
19 सितंबर श्रीसिद्धिविनायक गणेशचतुर्थी मंगलवार
20 सितंबर ऋषि पंचमी व्रत पूजा बुधवार
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💥 विशेष:- अमावस्या को स्त्री सहवास नहीं करना चाहिए तथा तिल का तेल खाना व लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खण्ड 27.29-38)
👉भारत में महानतम अभियन्ता एवं भारत रत्न श्री मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की याद में १५ सितंबर को उनके जन्मदिन पर विश्वेश्वरैया जयन्ती मनाईं जाती है।
👉इस दिन को अभियन्ता दिवस के रूप में भी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
👉आज के दिन अगर पश्चिम दिशा की ओर जाना हो तो घर से दूध पी कर निकलें, दिशा शूल नहीं लगेगा।
👉अमावस्या को पत्ते तोड़ने से, पेड़, पौधे व लता काटने अथवा कटवाने से ब्रह्महत्या के समान पाप लगता है। खेती का काम न करें।(विष्णु पुराण)
👉नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिये
👉घर में हर अमावस अथवा हर १५ दिन में पानी में खड़ा नमक (१ लीटर पानी में ५० ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें । इससे नेगेटिव एनेर्जी चली जाएगी।
👉धन-धान्य व सुख-संम्पदा के लिए हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें।
⭐सामग्री : १. काले तिल, २. जौं, ३. चावल, ४. गाय का घी, ५. चंदन पाउडर, ६. गूगल, ७. गुड़, ८. देशी कर्पूर, गौ चंदन या कण्डा।
⭐विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवनकुंड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये देवताओं की १-१ आहुति दें।
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आहुति मंत्र (Vadic PanchangPanchang)
१. ॐ कुल देवताभ्यो नमः
२. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः
३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः
४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः
५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः
👉स्कन्दपुराण के प्रभास खंड के अनुसार जो व्यक्ति अमावस्या को दूसरे का अन्न खाता है उसका महिने भर का पुण्य उस अन्न के स्वामी/दाता को मिल जाता है।
👉अमावस्या के दिन स्वधा नाम का जप करना चाहिए व घर के बच्चों को न डांटे, ऊंचा न बोलें।