
अब नहीं रुकेगी प्रदेश में विकास की गति: गहलोत
गहलोत लगातार दे रहे विकास कार्यों की सौगात
भरतपुर में रेलवे ओवरब्रिज तो प्रदेश में नहर विकास कार्यों से सिंचाई को मजबूत करने के प्रयास
जयपुर। मुख्यमंत्री गहलोत पैर में चोट के बावजूद घर से लिख रहे प्रदेश के विकास की कहानी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान की विकास यात्रा को अनवरत जारी रखने के लिए 106.37 करोड़ की मंजरी प्रदान की। इससे न केवल रेलवे बल्कि एनीकट और नहर विकास कार्यों का गति मिलेगी और सिंचाई व्यवस्था मज़बूत होगी।
73.34 करोड़ रुपए की स्वीकृति
भरतपुर शहर में रीको रोड पर रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण होगा। इससे शहरवासियों को यातायात जाम की समस्या से राहत मिलेगी। गहलोत ने ओवरब्रिज निर्माण के लिए 73.34 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को मंजूरी दी। इससे रेलवे ओवरब्रिज से आवागमन में लगने वाले अतिरिक्त समय की बचत होगी।
– 33.03 करोड़ रुपए की लागत से होंगे 6 विकास कार्य
राज्य सरकार प्रदेश में उत्कृष्ट सिंचाई सुविधाएं विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय ले रही है और इसी क्रम में गहलोत ने एनीकट एवं नहरों के निर्माण एवं विकास कार्यों के लिए 33.03 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की। मुख्यमंत्री की स्वीकृति से इन क्षेत्रों में पेयजल एवं सिंचाई हेतु पर्याप्त जल उपलब्ध हो सकेगा।
इस धनराशि से सवाई माधोपुर जिले के ओलवाड़ा, करौली जिले के कोसोलाव व जहाज नाला तथा जयपुर जिले के बड़ा नाला (भानपुरा, माधोराजपुरा) व अचलपुरा (कोटखावदा) में एनीकट का निर्माण होगा। साथ ही, जयपुर जिले के चाकसू में चौरिया एनीकट मरम्मत एवं धौलपुर जिले के सरमथुरा में नहर विकास व विस्तार कार्य करवाए जाएंगे। गहलोत ने बजट 2023-24 में 2600 करोड़ रुपए की लागत से प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में सड़क एवं रेलवे ओवरब्रिज आदि के निर्माण के लिए घोषणा की थी।