SPG 2025: जयपुर में शुरू हुआ भारत का सबसे बड़ा भू-विज्ञान सम्मेलन, ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक पहल

SPG 2025: जयपुर में शुरू हुआ भारत का सबसे बड़ा भू-विज्ञान सम्मेलन, ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक पहल

“रॉक टू क्लाउड” थीम के साथ डिजिटल भूविज्ञान का नया युग शुरू

देश-विदेश के 700 से अधिक विशेषज्ञ और 10 से अधिक देशों की भागीदारी

ऊर्जा सुरक्षा, डीपवॉटर एक्सप्लोरेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर रहेगा फोकस

इस सेमिनार के अंत तक प्राइवेट कंपनियों में 6 से अधिक लोगों का प्लेसमेंट तय…

 

विजय श्रीवास्तव,

जयपुर, dusrikhabar.com। भारत की ऊर्जा सुरक्षा और भू-विज्ञान के भविष्य को नई दिशा देने वाला ऐतिहासिक आयोजन SPG 2025 – 15वां द्विवार्षिक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन एवं प्रदर्शनी जयपुर के नोवोटेल जयपुर कन्वेंशन सेंटर में शुरू हुआ। सोसाइटी ऑफ पेट्रोलियम जियोफिज़िसिस्ट्स (SPG) द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में देश-विश के सैकड़ों विशेषज्ञ, वैज्ञानिक और ऊर्जा क्षेत्र के अग्रणी पेशेवर शामिल हुए। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य है — आधुनिक तकनीकों, डेटा इनोवेशन और ऊर्जा अन्वेषण को सशक्त बनाना।

भारत की ऊर्जा सुरक्षा को नई गति देने वाला सम्मेलन

इस अवसर पर आयोजित कर्टन रेज़र प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया को संबोधित करते हुए एसपीजी के संरक्षक एवं ओएनजीसी (ONGC) के निदेशक (अन्वेषण)  ओ. पी. सिन्हा ने कहा कि यह सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब भारत अपने डीपवॉटर एक्सप्लोरेशन मिशन को नई दिशा दे रहा है। उन्होंने बताया कि “देश की ऊर्जा मांग 2040 तक लगभग दोगुनी होने की संभावना है। ऐसे में नए हाइड्रोकार्बन सीमांतों की खोज भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है। SPG 2025 इस दिशा में एक निर्णायक पहल है जो भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता (Energy Self-Reliance) को मजबूती देगा।”

डिजिटल युग में “रॉक टू क्लाउड” की नई परिभाषा

सम्मेलन की थीम ‘Rock to Cloud: Geo-Exploration Empowering Energy Evolution’ पर बोलते हुए सिन्हा ने कहा “यह विषय हमारे उद्योग में हो रहे रणनीतिक बदलाव को दर्शाता है, जहां हम पारंपरिक भूविज्ञान से आगे बढ़कर अब डिजिटल तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), क्लाउड कंप्यूटिंग और डेटा एनालिटिक्स की दिशा में अग्रसर हैं। इन तकनीकों ने भूमिगत संरचनाओं की सटीक समझ और कार्यकुशलता को कई गुना बढ़ा दिया है।” उन्होंने आगे कहा कि पिछले तीन दशकों से SPG सम्मेलन लगातार नए मानक स्थापित करता आया है, और SPG 2025 इस विरासत को डिजिटल भूविज्ञान के नए युग में आगे बढ़ाएगा।

SPG के डॉ एसके शर्मा ने बताया कि हमें खुशी है कि विभिन्न कंपिनयां यहां आए पार्टिसिपेंट के साथ हैं और एक पूरी प्रोसेस के बाद इस आयोजन से करीब करीब 6 लोगों को प्लेंसमेंट होना तय है।  

अंतरराष्ट्रीय सहयोग और तकनीकी साझेदारी

इस आयोजन में 10 से अधिक देशों के 700 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। सम्मेलन का आयोजन अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं — Society of Exploration Geophysicists (SEG) और European Association of Geoscientists & Engineers (EAGE) — के सहयोग से किया गया है। इसमें भारत की अग्रणी कंपनियां ONGC, ONGC Videsh, Oil India और वैश्विक ऊर्जा दिग्गज BP (UK) की भागीदारी इसे वैश्विक मंच प्रदान कर रही है।

प्रमुख तकनीकी कंपनियां जैसे Baker Hughes (USA), Shearwater (Norway), Sercel (France), Viridien (France, पूर्व में CGG), Emerson Aspentech (USA) और Beicip Franlab (France) अपनी नवीनतम तकनीकें और नवाचार प्रस्तुत कर रही हैं। साथ ही, Eliis (France), Geosoftware (Italy), Dig Science (Australia) और Solytics Partners (India) जैसी कंपनियाँ भूभौतिकीय डेटा विश्लेषण और डिजिटल समाधान के क्षेत्र में नई दिशा दे रही हैं।

शैक्षणिक जगत की मजबूत भागीदारी

भारत के शीर्ष शैक्षणिक संस्थान जैसे आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी मद्रास, आईआईटी रुड़की, आईआईटी धनबाद (ISM), कोचीन यूनिवर्सिटी, डिब्रूगढ़ यूनिवर्सिटी, आंध्र यूनिवर्सिटी, बीएचयू, पीडीईयू और जादवपुर यूनिवर्सिटी इस सम्मेलन में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इन संस्थानों के युवा वैज्ञानिक और शोधकर्ता पोस्टर प्रेजेंटेशन, पेपर डिस्कशन और इंटरएक्टिव सेशंस के माध्यम से उद्योग विशेषज्ञों से सीधे संवाद करेंगे।

एसपीजी इंडिया के अध्यक्ष रणवीर सिंह ने कहा “SPG 2025 को संपूर्ण अन्वेषण मूल्य श्रृंखला को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसमें गहरे समुद्री अन्वेषण, AI-आधारित सबसर्फेस मॉडलिंग और डिजिटल नवाचारों पर विशेष फोकस रहेगा। यह सम्मेलन अकादमिक और उद्योग के बीच सहयोग का सेतु बनेगा और नई प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करेगा।”

ऊर्जा आत्मनिर्भर भारत की दिशा में ठोस कदम

SPG 2025 सम्मेलन भारत के ऊर्जा अन्वेषण के भविष्य को दिशा देने वाला मंच बन चुका है। यहां आयोजित पैनल चर्चाएं, तकनीकी प्रस्तुतियां और एक्सहिबिशन भारत के ऊर्जा क्षेत्र में डिजिटल परिवर्तन (Digital Transformation) की संभावनाओं को उजागर करेंगी। “रॉक टू क्लाउड” की अवधारणा के अनुरूप यह आयोजन भौतिक भूविज्ञान से लेकर डेटा-आधारित अन्वेषण (Data-driven Exploration) तक की यात्रा को दर्शाता है।

गौरतलब है कि SPG 2025 केवल एक वैज्ञानिक सम्मेलन नहीं, बल्कि यह भारत की ऊर्जा प्रगति (Energy Progress) और तकनीकी नेतृत्व (Technological Leadership) की दिशा में एक ठोस कदम है — जो ऊर्जा आत्मनिर्भर भारत (Energy Independent India) के लक्ष्य को साकार करने में अहम भूमिका निभाएगा।

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