गीतों भरी स्वरांजलि पार्श्व गायक मुकेश को समर्पित

गीतों भरी स्वरांजलि पार्श्व गायक मुकेश को समर्पित

पार्श्व गायक मुकेश को अजयमेरू प्रेस क्लब ने दी गीतों भरी स्वरांजलि

जयपुर,dusrikhabar.com मुकेश चंद माथुर, जिन्हें सिर्फ “मुकेश” हिंदी सिनेमा के प्रमुख पार्श्व गायकों में से एक थे। उनकी आवाज़ बहुत मधुर और कर्णप्रिय थी। उन्होंने अपने गायन के माध्यम से दर्द और भावनाओं को जीवंत किया और भारत ही नहीं विश्व में भी अपने गीतों से छा गए। मुकेश की आवाज़ ने उन्हें भारतीय सिनेमा के गायकों की श्रेणी में एक अद्वितीय स्थान पर पहुंचा दिया।
अजयमेरु प्रेस क्लब के स्वरांजलि कार्यक्रम में भारतीय फिल्म जगत के महान पार्श्व गायक मुकेश को गीतों भरी स्वरांजलि दी गई। मुकेश की 48वीं पुण्यतिथि पर क्लब के सदस्यों ने मुकेश के गीतों की प्रस्तुति से समां बांध दिया।

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खूबसूरत गीतों का गुलदस्ता

शुरुआत हुई डॉ अशोक मित्तल द्वारा गाये “आ लौट के आजा मेरे मीत” गीत से। रामगोपाल सोनी ने  मैं पल दो पल का शायर हूँ,  क्लब के महासचिव सत्यनारायण जाला ने “एक दिन बिक जाएगा माटी के मोल”, अरविंद शुक्ला ने झूमते अंदाज़ में तन मन धन सब है तेरा, सैय्यद मोहम्मद सलीम ने खुशी की वो रात आ गई, कृष्णगोपाल पाराशर ने बरखा रानी ज़रा जम के बरसो,  अनिल गुप्ता ने “चाँद सी महबूबा हो मेरी कब ऎसा मैंने सोचा था”, शरद कुमार शर्मा ने “तुम जो हमारे मीत न होते”, सुरेशचंद्र श्रीचंदानी ने ज्योत से ज्योत जलाते चलो,  गणेश चौधरी ने “तौबा ये मतवाली चाल” गीत की प्रस्तुति दी। 
इधर फरहाद सागर व आभा शुक्ला ने ड्यूएट गीत सावन का महीना पवन करे सोर, सूर्यप्रकाश गाँधी ने मस्ती भरे अंदाज़ में बोल राधा बोल संगम होगा के नहीं, मुकेश परिहार ने “जिन्हें हम भूलना चाहें, अमित टण्डन ने मदभरे अंदाज़ में चल मेरे दिल लहरा के चल जैसे यादगार गीतों की प्रस्तुति से मुकेश को पुष्पांजलि दी। वहीं क्लब अध्यक्ष राजेंद्र गुंजल ने ये मेरा दीवानापन है या मुहब्बत का सुरूर तथा संस्थापक अध्यक्ष डॉ. रमेश अग्रवाल ने आंसू भरी हैं ये जीवन की राहें गीत सुनाए।

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प्रेस क्लब के सदस्यों द्वारा गीतों की प्रस्तुति

इसी कड़ी में प्रताप सिंह सनकत के गीत मांझी नैया ढूंढे किनारा गीत ने तालियां बटोरीं, तो रमेश सोनी के गीत दिल जलता है तो जलने दे, एबीएल माथुर के चले जाना ज़रा ठहरो किसी का दम निकलता है, फरहाद सागर के गीत मैं ना भूलूंगा, हेमंत कुमार शर्मा के चांद को क्या मालूम तथा गुरजेन्द्र सिंह विर्दी के गीत जाने कहाँ गए वो दिन को भी भरपूर सराहना मिली।
इनके अलावा विशिष्ट अतिथि सावन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के निदेशक हरीश शर्मा द्वारा बांसुरी पर प्रस्तुत किया गया मुकेश का गीत तौबा ये मतवाली चाल आकर्षण रहा, वहीं लोक नर्तक अशोक कुमार शर्मा की टीम ने गीत बहना ओ बहना तेरी डोली मैं सजाऊंगा पर नृत्य कर कार्यक्रम को एक अलग रंग प्रदान किया। गीतों की प्रस्तुति  अजयमेरु प्रेस क्लब की सांस्कृतिक आयोजन समिति के सदस्यों ने गाया।

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गीतों भारी शाम में सभागार खचाखच

इससे पहले पूर्व अध्यक्ष डॉ रमेश अग्रवाल , अध्यक्ष राजेन्द्र गुंजल , पूर्व अध्यक्ष नरेन्द्र चौहान , डाॅ.अशोक मित्तल , बालमुकंद चौरसिया ने मुकेश जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की । संचालन करते पूर्व अध्यक्ष प्रताप सिंह सनकत और वरिष्ठ पत्रकार अमित टंडन ने मुकेश के जीवन से जुड़े अनेक किस्से सुना कर कार्यक्रम को रोचक बनाया। इससे पूर्व डॉ. रमेश अग्रवाल ने मुकेश के व्यक्तिव पर अपने विचार रखे और अध्यक्ष राजेंद्र गुंजल ने क्लब की गतिविधियों की जानकारी दी।
इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व महानगर संघचालक सुनील दत्त जैन, वरिष्ठ चिकित्सक एवं मशहूर पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. प्रमोद दाधीच, वरिष्ठ कार्डियोलोजिस्ट डॉ.विवेक माथुर और सावन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के निदेशक हरीश शर्मा का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया गया । पूर्व जिला प्रमुख पुखराज पहाड़िया , वरिष्ठ पत्रकार एवं क्लब के पूर्व अध्यक्ष नरेन्द्र चौहान , सीए अजीत अग्रवाल सहित अनेक गणमान्य लोग तथा क्लब सदस्य व उनके परिजन उपस्थित थे। हमेशा की तरह सभागार खचाखच भरा था ।
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