केवल इतनी देर ही मनेगा रक्षा बंधन, भद्रा का राखी पर प्रभाव…!

केवल इतनी देर ही मनेगा रक्षा बंधन, भद्रा का राखी पर प्रभाव…!

राखी बंधवाने का श्रेष्ठ मुहूर्त क्या रहेगा

इस समय भद्रा का रहेगा समय इसलिए राखी बंधवाने का काम दोपहर .130 बजे के बाद

चंद्र के मकर राशि में होने के कारण भद्रा रहेंगी पाताल में, इसलिए धरती पर हाेंगे सभी शुभ कार्य

जयपुर, dusarihabar.com: आज प्रदेश सहित देशभर में रक्षा बंधन (Rakhi) का पर्व मनाया जा रहा है। आज के दिन बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांध कर उसकी लंबी उम्र की कामना करती है वहीं अपने भाई उसकी जीवनभर रक्षा करेगा ऐसा वचन लेती है। आज के दिन बहने अपने भाई के माथे पर रोली और कुमकुम का टीका लगाती हैं और हाथ पर राखी बांधती हैं।

अलग अलग मान्यताओं के अनुसार रक्षा बंधन के दिन बहनें अपने भाई को राखी बांधने के साथ साथ एक नारियल भी देती हैं। क्या आप जानते हैं बहने अपने भाई को नारियल क्यों देती हैं?, सावन पूर्णिमा तिथि कब है? कब बंधेगी राखी? कब शुरु होगा भद्रा का समय?  

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क्या है लोगों के मन में शंका 

आपको बता दें कि आज सोमवार यानि 19अगस्त को राखाी पर अमंगल रूपी भद्रा की छाया भी रहेगी। इसी कारण भाई को राखी बांधने का शुभ मुहूर्त को लेकर बहनों के मन बड़ी ही शंका है। आइए इन सभी सवालों के जवाब जानते हैं इस खबर में… 

भद्रा का समय और रक्षा बंधन पर असर, पाताल में रहेगी भद्रा (auspicious time of raksha bandhan) 

रक्षा बंधन पर भद्रा का असर हालांकि नहीं रहेगा फिर भी 19 अगस्त रात 2.21बजे से शुरू होकर दोपहर 1.30 बजे तक भद्रा की छाया रहेगी। रक्षा बंधन के दिन सुबह 9.51से 10.53 तक भी भद्रा पुंछ रहेगा और सुबह 10.53 से 12.37 बजे तक भद्रा मुख रहेगा और दोपहर 1.30 बजे ये समाप्त हो जाएगा।

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ज्योतिषाचार्यों की मानें तो भद्रा होते हुए भी रक्षा बंधन पर इस बार भद्रा का कोई प्रभाव नहीं रहेगा क्योंकि चंद्रमा के मकर राशि में होने के कारण भद्रा का निवास पाताल लोक में होगा तो कोई दोष नहीं है। इसलिए धरती पर कोई भी शुभकार्य बाधित नहीं होंगे। इसलिए सारे दिन में बहनें कभी भी अपने भाई को राखी बांध सकती हैँ। 

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कब है सावन पूर्णिमा तिथि 

ज्योतिषाचार्यों के की मानें तो 19अगस्त को देर रात 3.04 मिनट तक सवन की पूर्णिमा की शुरुआत होगी। जो 19 अगस्त की रात 11.55 बजे पूर्णिमा तिथि का समापन होगा। इस मौके पर उदया तिथि के आधार पर रक्षाबंधन 19 अगस्त दिन यानि सोमवार को ही मनाया जाएगा। 

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नारियल की कहानी

दरअसल हमारे शास्त्रों की मानें तो नारियल को पवित्र और सुख समृद्धि का प्रतीय माना जाता है। इसलिए बहन अपने भाई को नारियल देकर यह कामना करती हैं कि उसका भाई हमेशा सुखी रहे और उसका जीवन समृद्धि से भरा रहे।

 

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