
राकेश टिकैत फिर करेंगे आंदोलन!
योगी पीएम बनें और मोदी राष्ट्रपति बनें, मेरी शुभकामनाएं: टिकैत
मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री किसी एक पार्टी के लिए काम नहीं करेंगे: टिकैत
विजय श्रीवास्तव,
दिल्ली। किसानों के नए मसीहा बने राकेश टिकैत अब कौनसा पैतरा चल रहे हैं पता नहीं? टिकैत ने उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को प्रदेश की राजनीति से अगल करते हुए देश का प्रधानमंत्री बनने की शुभकामनाएं दे डाली, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए एक टीवी चैनल के सार्वजनिक मंच से राष्ट्रपति बनने की बात कही।
गौरतलब है कि राकेश टिकैत एक मीडिया हाउस के मंच पर अपने विचार प्रकट कर रहे थे। पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक पर उन्होंने भाजपा और कांग्रेस दोनों ही राजनैतिक दलों को राजनीति नहीं करने की सलाह दी थी, वहीं टिकैत से योगी आदित्यनाथ के फिर से यूपी के मुख्यमंत्री बनने को लेकर सवाल पूछा गया था तब किसान नेता राकेश टिकैत ने तपाक से एंकर के सवाल का जवाब देते हुए कहा योगी जी को तो अब प्रधानमंत्री बन जाना चाहिए और प्रधानमंत्री मोदी का क्या होगा? सवाल के जवाब में टिकैत बोले उन्हें राष्ट्रपति बन जाना चाहिए। तो राष्ट्रपति कहां जाएंगे? के सवाल पर बोले अब समय ही कितना रह गया है उनके कार्यकाल में।
टिकैत ने योगी को यूपी की राजनीति से अलग करने की बात क्यों कही इसके पीछे का राज तो वो ही बता सकते हैं लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि टिकैत बाले-बाले जिस दल का समर्थन कर रहे हैं उसी के लिए योगी की मुख्यमंत्री की सीट खाली करवाना चाहते हैं। हालांकि जानकार बताते हैं कि सक्रिय रूप से राजनीति में आने की बात पर उनके राजनीति में नहीं आने की बात सामने आई थी, उन्होंने कहा था अभी राजनीति में आने में 20-30 साल लगेंगे अपने लिए तो ये ही ठीक है सड़क की राजनीति। लेकिन इन दिनों जिस तरह से टिकैत सार्वजनिक मंचों पर बयानबाजी कर रहे हैं लगता है कि वो जल्द ही किसी पार्टी के बैनर तले पंजाब या यूपी में किसी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते नजर आएंगे।
मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री किसी एक पार्टी के लिए काम नहीं करेंगे
आगामी राजनीति कदम की ओर इशारा करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि आने वाले समय कोई भी मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री किसी एक पार्टी के लिए काम नहीं करेगा ये ही हमारे आंदोलन का मुद्दा होगा। किसी भी मंच पर एक पार्टी का झंडा नहीं होगा वहां राष्ट्रीय ध्वज लगाना होगा। क्योंकी ये लोग पूरे प्रदेश और देश का प्रतिनिधित्व करते हैं।
टिकैत ने ये भी कहा कि अगर आंदोलन नहीं होगा तो सरकारें ठीक से काम नहीं करेंगी। गौरतलब है कि केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ और किसानों के मुद्दों पर टिकैत ने आंदोलन किया जिसका सीधा-सीधा नुकसान केंद्र और यूपी की योगी सरकार को हुआ है वहीं अखिलेश से मिलने से टिकैत ने इनकार किया तो क्या ये इशारा है कि अंदरखाने टिकैत कांग्रेस को सपोर्ट कर रहे हैं।
बहरहाल इस चुनावी बहस का परिणाम जो भी निकले लेकिन राजनीति में कब क्या होगा? ये कहना नामुमकिन होता है। वो अलग बात है कि किसी का अंदाज सटीक साबित हो जाता है और किसी के अंदाज सिर्फ अंदाज ही रह जाते हैं। अब देखना ये होगा कि टिकैत क्या अपनी चुनाव नहीं लड़ने की बात पर अड़े रहते हैं या फिर किसी राजनीतिक दल का दामन थाम राष्ट्रीय नेता से किसी एक पार्टी की विधानसभा सीट तक ही खुद को समेट लेंगे।
फोटो: सौजन्य सोशल मीडिया