नवरात्रि का दूसरा दिन आज, ब्रह्मचारिणी की पूजा से ये होगा लाभ

नवरात्रि का दूसरा दिन आज, ब्रह्मचारिणी की पूजा से ये होगा लाभ

ब्रह्मचारिणी की पूजा से मिलती है विजय

मां दुर्गा के नौ रूपों में से दूसरा रूप है मां ब्रह्मचारिणी

शिव को पाने के लिए मां के इस रूप ने बेलपत्र खाकर, निर्जला की उपासना, इसलिए कहलाईं ब्रह्मचारिणी

जयपुर। चैत्र नवरात्रि का बुधवार को दूसरा दिन है। इस दिन मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की उपासना की जाती है। ऐसा माना जाता है कि मां दुर्गा के इस रूप में विजय का वरदान है। यानि जो भी उपासक इस दिन मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी रूप की आराधना करती है उसे अपने हर काम में विजय प्राप्त होती है।
शास्त्रों में ऐसा लिखा है कि दुर्गा के दूसरे स्वरूप ने भगवान शिव को पाने के लिए निर्जल रहकर सिर्फ बेलपत्र खाकर भगवान शिव की आराधना की और भगवान शिव को प्राप्त किया। इसलिए मां दुर्गा के इस रूप की पूजा विजय का आशीर्वाद देने वाली मां ब्रह्मचारिणी रूप में की जाती है। 

दुर्गा के ब्रह्मचारिणी  रूप की पूजा-अर्चना 

  1. देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा  के समय सबसे पहले हाथों में एक फूल लेकर उनका ध्यान करें और प्रार्थना करें।
  2. इसके बाद देवी को पंचामृत स्नान कराएं, फिर अलग-अलग तरह के फूल,अक्षत, कुमकुम, सिन्दुर आदि चीजें मां को अर्पित करें।
  3. देवी को सफेद और सुगंधित फूल चढ़ाएं। इसके अलावा कमल का फूल भी देवी मां को चढ़ाएं। 

Read also:पूर्व DGP का पूर्व सीएम अशोक गहलोत पर गंभीर आरोप…!

इन दो मंत्रों से करें दुर्गा के इस रूप की उपासना।

1. या देवी सर्वभू‍तेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।

2. दधाना कर पद्माभ्याम अक्षमाला कमण्डलू ,देवी प्रसीदतु मई ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा।

इन मंत्रों के उच्चारण के बाद देवी मां को प्रसाद चढ़ाएं और आचमन करवाएं। प्रसाद के बाद पान सुपारी भेंट करें और प्रदक्षिणा करें। यानी 3 बार अपनी ही जगह खड़े होकर घूमें। प्रदक्षिणा के बाद घी व कपूर मिलाकर देवी की आरती करें। इन सबके बाद क्षमा प्रार्थना करें और प्रसाद बांट दें।

CATEGORIES
TAGS
Share This

COMMENTS

Wordpress (0)
Disqus (0 )

अपने सुझाव हम तक पहुंचाएं और पाएं आकर्षक उपहार

खबरों के साथ सीधे जुड़िए आपकी न्यूज वेबसाइट से हमारे मेल पर भेजिए आपकी सूचनाएं और सुझाव: dusrikhabarnews@gmail.com