जादूगर गहलोत का तीसरा बजट पेश, शायरी में निपटाया विपक्ष-चहेतों को

जादूगर गहलोत का तीसरा बजट पेश, शायरी में निपटाया विपक्ष-चहेतों को

जादूगर गहलोत का तीसरा बजट पेश, शायरी में निपटाया विपक्ष-चहेतों को

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने कार्यकाल का आज बुधवार को तीसरा और ऐतिहासिक बजट पेश किया। विधानसभा में अध्यक्ष महोदय को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बजट भाषण की शुरूआत की। यह बजट भाषण ऐतिहासिक इसलिए कहा जाएगा क्योंकि मुख्यमंत्री ने बजट भाषण में अपने पिछले सारे समय के रिकॉर्ड्स तोड़ते हुए लगातार 2घंटे 47 मिनट तक अपना भाषण पढ़ा, वहीं केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के 2घंटे 40 मिनट के बजट भाषण के रिकॉर्ड को भी तोड़ा। इधर सियासत के जादूगर गहलोत ने एक बार भी अपनी बातों का जादू दिखाते हुए विपक्ष और अपनी पार्टी के लोगों पर भी निशाना साधा!

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की शायरी से आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि उनका ये शेर किसके लिए है उनका पहला शेर “पलट देते हैं हम मौजे-हवादिस अपनी जुर्रत से,,,, कि हमने आंधियों में भी अकसर चराग जलाए हैं” दूसरा शेर “सपने वो नहीं जो आप नींद में देखें,,,,, सपने वो हैं जो आपकी नींद ही उड़ा दें।” तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण शेर जिसमें उनका अंदाजे बयां कुछ इस तरह था कि “मेरे हौसलों में अभी जान बाकी है, ये तो दौड़भर थी अभी उड़ान बाकी है,,,,,मेरी सादगी से मेरे बारे में अंदाजा मत लगाना, ये तो शुरूआत भर थी अभी अंजाम बाकी है।” और अंत में उन्होंने कहा “निगाहों में मंजिल थी, गिरे और गिरकर संभलते रहे,,,,,हवाओं ने बहुत कोशिश की, मगर चराग आंधियों में भी जलते रहे” इस पंक्ति से बातों और सियासत के जादूगर ने विपक्ष सहित कुछ अपने चहेतों को लपेट लिया।
बजट भाषण के दौरान गहलोत ने बीच-बीच में चुटकियां लेते हुए सदन में मौजूद लोगों को गुदगुदाया। मुख्यमंत्री ने विपक्ष द्वारा बजट के लिए तालियां नहीं बजाने पर चुटकी लेते हुए यह कहकर माहौल खुशनुमा कर दिया कि कहीं तालियां नहीं बजाने के लिए भी व्हिप जारी हुआ है क्या? मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछली सरकार द्वारा बंद की गई कई योजनाओं के बारे में बताया तो पिछली वसुंधरा सरकार के कुछ प्रोजेक्टों की तारीफ भी की।

 


बजट भाषण में कुछ खास बातें
– मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसानों के लिए एक नई पहल की है। गहलोत ने कहा कि अगले साल से कृषि के लिए अलग से बजट पेश किया जाएगा। गहलोत ने किसानों के लिए मुख्यमंत्री कृषण साथी योजना का ऐलान किया साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत ने खेती की बिजली के लिए अलग से बिजली कंपनी बनाने का ऐलान किया।
– 100000 किसानों को स्प्रिंकलर- मिनी स्प्रिंकलर देने की घोषणा साथ ही 16 हजार करोड़ के ब्याज मुक्त फसली ऋण दिए जाने का मुख्यमंत्री ने किया ऐलान।
– सीएम गहलोत ने बजट में एक और सुखद बात ये की कि मुख्यमंत्री ने इस बजट में प्रदेश की जनता पर कोई नया टैक्स नहीं लगाया बल्कि टैक्स को लेकर अलग-अलग मदों में 910 करोड़ रूपए की रियायत भी दे डाली।
– सीएम ने बजट में बेराजगार युवाओं की नौकरी पर फोकस करते हुए आने वाले दो साल में 50हजार नौकरियां देने का वादा किया तो साथ ही प्रतियोगी परीक्षा देने के रोडवेज बसों में युवाओं के लिए निशुल्क सफर का लाभ देने की भी घोषणा की।
– प्रदेशवासियों के लिए यूनिवर्सल बीमा पॉलिसी प्लान की घोषणा, सामान्य परिवार को देने होंगे 850 रूपए गरीब परिवार होंगे निशुल्क कवर, राइट टू हैल्थ बिल लाने का ऐलान।
– मुख्यमंत्री द्वारा हाल ही में दिवंगत चार विधायकों के नाम पर उन्हीं के विधानसभा क्षेत्र में लड़कियों के लिए कॉलेज खोलने का ऐलान किया।
– मुख्यमंत्री ने बजट में दिल्ली की तर्ज पर विधायकों के लिए कॉन्स्टीट्यूशनल क्लब जयपुर के निर्माण करवाने की घोषणा की उन्होंने कहा इससे प्रदेश के नेताओं में चाहे वे पक्ष के हो या विपक्ष के आपसी सोहार्द्र बढ़ेगा।
– बजट भाषण में मुख्यमंत्री ने स्कूली लड़कियों की तरह ही सभी महिलाओं को सेनेट्री नैपकिन मुफ्त में उपलब्ध करवाने की घोषणा की।
– ट्रांसजेंडर के उत्थान के लिए 10 करोड़ का उत्थान कोष बनाने का ऐलान।
– मुख्यमंत्री की बजट घोषणाओं में एक बड़ा ऐलान यह भी रहा कि सीएम ने कोरोनाकाल में राज्य कर्मचारियों के काटे गए वेतन को जल्द ही लौटाने की घोषणा की। जिसके लिए 1600करोड़ रूपए जारी करने का ऐलान किया।
– बजट में डीएलसी दरों में 10% तक की कटौती की घोषणा की।
– 50 लाख तक के फ्लैट में 31 जून तक खरीद पर स्टाम्प ड्यूटी दो फीसदी घटाकर की 4%
– जैसलमेर में ढोला-मारू ट्यूरिस्ट कॉम्पलेक्स बनाने का ऐलान।
– जयपुर में आगरा रोड पर 113 हेक्टेयर जमीन पर चिल्ड्रन पार्क बनाने का ऐलान जो कि सेंट्रल पार्क की तर्ज पर विकसित किया जाएगा।
– फाइनेंसियल टेक्नोलॉजी पार्क की घोषणा।
– बजट में पांच साल के लिए नई सड़क नीति बनाने का ऐलान तो वहीं 27 नए स्टेट हाईवे भी बनाए जाएंगे।
– बजट में मुख्यमंत्री ने फिर ग्रामीण बस योजना की शुरूआत करने का ऐलान किया।
– मुख्यमंत्री ने फिल्म प्रोत्साहन नीति लाने का ऐलान किया वहीं राजस्थानी फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए जीएसटी में 100% छूट और राजस्थानी फिल्मों के लिए 25लाख रूपए की सहयोग राशि की घोषणा की।
– प्रदेश के सभी जिलों में 30 मार्च को राजस्थान उत्सव मनाने की घोषणा की।
– पर्यटन विकास कोष में 500 करोड़ का प्रावधान।
– पाक विस्थापितों के लिए आवासीय योजना का ऐलान।
– चिकित्सा एवं स्वास्थ्य से जुड़े विभागों के लिए 14हजार 533करोड़ 37लाख रूपए का प्रावधान किया गया।
– अगले चार साल में 15नवीन मेडिकल कॉलेज विकसित किए जाने की घोषणा जिसमें राज्य सरकार की 2000 करोड़ रूपए की भागीदारी होगी।
– एसएमएस अस्पताल जयपुर में जी+8 मंजिला नया आईपीडी भवन पर 28 करोड़ खर्च करेगी सरकार।
– अजमेर और जोधपुर में राजकीय होम्योपैथिक महाविद्यालय की घोषणा जिस पर करीब 18 करोड़ रूपए की आएगी लागत।
– कृषि विभाग के लिए 3हजार 420करोड़ और 6लाख रूपए का विभिन्न योजनाओं के लिए प्रावधान।
– सहकारिता के क्षेत्र में 8लाख से अधिक पहली बार सदस्य बने किसानों को 1800 करोड़ का फसली ऋण देने की घोषणा।
– सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता से सम्बद्ध विभागों के लिए 8हजार 500करोड़ 7लाख रूपए का प्रावधान किया।
– अल्पसंख्यक विभाग में कई विकास कार्यों के साथ-साथ राजस्थान वक्फ बोर्ड के लिए 5करोड़ रूपए का ग्रांट।
– युवा मामले एवं खेल विभाग के लिए ब्लॉक व जिला स्तर पर खेलों के आयोजन के लिए 5 करोड़ रूपए का ऐलान, संविदा पर विभिन्न खेलों के लिए लगेंगे 500 कोच, खिलाड़ियों के दैनिक भत्तों में वृद्धि और पदक जीतने पर खिलाड़ियों की ईनामी राशि में भी वृद्धि का ऐलान।
– जयपुर में खादी प्लाजा के लिए 10 करोड़ की राशि का ऐलान।
– शिक्षा विभाग के लिए 39हजार 524करोड़ 27लाख रूपए का प्रावधान।
– जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के लिए 8हजार 794करोड़ 51लाख रूपए का प्रावधान।
– ऊर्जा के लिए 18हजार 530करोड़ 75लाख रूपए का प्रावधान।
– सार्वजनिक निर्माण विभाग के लिए 6हजार 808करोड़ 63लाख रूपए का प्रावधान।
– कला एवं संस्कृति विभाग के तहत 22स्मारकों के पुनरुद्धार के लिए 22करोड़ 70लाख रूपए का प्रावधान।
– स्थानीय निकाय एवं नगरीय विकास के लिए जयपुर में सिविल लाइन फाटक पर 4लेन के आरओबी का होगा निर्माण, प्रताप नगर में 65हजार वर्गमीटर भूमि पर आवासन मंडल द्वारा कोचिंग हब का निर्माण सहित कई शहरों में कई अन्य कार्य।
– जल संसाधन विभाग के लिए 4हजार 557करोड़ 87लाख रूपए का प्रावधान।
बहरहाल मुख्यमंत्री गहलोत के तीसरे बजट के बारे में विषय विशेषज्ञों की राय है कि गहलोत ने मिला-जुला बजट पेश किया है। बजट से प्रदेश के लोगों को जहां बहुत अधिक राहत मिलती नजर नहीं आ रही है तो वहीं बजट से आमजन को कोई नुकसान भी नजर नहीं आ रहा है। मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रदेश के किसानों का जरूर बजट में विशेष ध्यान रखकर अगले साल से अलग से कृषि बजट का ऐलान जरूर किया है वहीं टैक्स नहीं बढ़ाकर प्रदेशवासियों को थोड़ी राहत जरूर दी है।

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