
पुराने जमाने में शहरों और गांवों की बसावट भी नदियों और प्राकृतिक जल स्त्रोतों के किनारे हुआ करती थी ताकि शुद्ध और जीवित पानी पीने के लिए मनुष्य को मिल सके। आज की बात करें तो हम ज्यादातर stil water यानी dad water या रुका हुआ पानी पी रहे हैं जो पानी हमारे शरीर के रक्त में आसानी से नहीं घुल पाता, क्योंकि इसका मॉलिक्यूल (अणु) काफी बड़ा होता है। सामान्यतः हम जो पानी पीते हैं उसका 20 से 25% हिस्सा ही हमारा शरीर ग्रहण कर पाता है। जबकि live water का 90 प्रतिशत हिस्सा हमारा शरीर ग्रहण कर लेता है। दरअसल पानी हमारे पोषक तत्वों का पाचन करने और उन्हें ग्रहण करने में भी मदद करता है। इसलिए पानी का शुद्ध होना और उसके अणु का सरल होना बहुत जरूरी है, नहीं तो वह पानी हमारे रक्त में मिक्स नहीं हो पाएगा और उसके लाभ भी हमें नहीं मिल पाएंगे।
क्या है live water/ जीवित पानी?
वैज्ञानिकों और बड़े-बड़े ऋषि मुनियों तथा योगाचार्य ने भी इस बात की सलाह दी है कि मनुष्य को जीवित पानी यानी लाइव वाटर का सेवन करना चाहिए। दरअसल आज हम ऐसे पानी के बारे में बात कर रहे हैं जिसमें एक विशेष प्रक्रिया द्वारा पानी का इलेक्ट्रोलाईसिस किया जाता है, यानी पानी को हल्का बनाया जाता है। उसके बाद पानी का अणु टूटकर छोटा हो जाता है। यह पानी हमारे शरीर में रक्त के साथ मिलकर पोषक तत्वों को भी रक्त में मिला देता है। हमारे शरीर के अंदर बहुत सारे अम्ल भी बनते हैं जो हमें नुकसान पहुंचाते हैं, और कई बीमारियों का कारण भी बनते हैं। इसलिए हमारे शरीर में अल्कलाइन होनी चाहिए ताकि हम स्वस्थ रह सकें। जीवित पानी या live water जिसे हम कह रहे हैं वह इलेक्ट्रोलाईसिस से बना है। यह पानी एक्टिव हाइड्रोजन और एंटी ऑक्सिडेंट से भरपूर होता है और
इसका मॉलिक्यूल यानी अणु छोटा होने के कारण यह पानी हमारे रक्त में आसानी से मिल जाता है, जिसमें पोषक तत्व भी होते हैं और यह जटिल चीजों को भी सरल करके अपने अंदर समाहित कर लेता है।
वर्षों के शोध से आए चौकाने वाले परिणाम
यह तकनीक जापान की है, जहां पानी को लेकर एक कंपनी ने शोध किया, जिसमें उसने गंगोत्री और आबे जमजम जैसे पानी में नेचुरल पोषक तत्वों की प्रचुर मात्रा में होने की बात कही जो कि हमारे पानी को जीवित बनाता है। जापान में एक ऐसी तकनीक का इजाद किया जिससे पानी को ताजा शुद्ध और लाइव वॉटर बनाया जा सके। इस तकनीक को विकसित कर जापान में करीब 20 वर्षों तक हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों पर इसका प्रयोग किया गया जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए। लोगों के खाने-पीने की क्षमता बढ़ी, उनका पाचन तंत्र और मजबूत हुआ। सबसे बड़ी बात यह कि इस पानी के उपयोग से उनके शरीर की गंदगी ना सिर्फ शरीर से बाहर निकली बल्कि मरीजों की हीलिंग पावर भी बढ़ने लगी (गौरतलब है कि मनुष्य में खुद से सही होने की शक्ति होती है जो शरीर में आपके खाने पीने से बनती और बिगड़ती है)। इसके बाद जापान में इस पानी का और इस पद्धति का महत्व बढ़ गया। अब यही तकनीक भारत सहित कई देशों में लोग इस्तेमाल कर खुद को स्वस्थ बना रहे हैं। भारत में जीवित पानी कि यह तकनीक 2016 में आई और बेंगलुरु में कम्पनी का हेड क्वार्टर बनाया गया। यह तकनीक क्योंकि जापान की पेटेंट है इसलिए वहां की सिर्फ एक कंपनी ही इसका उत्पादन करती है और वहीं से दुनिया भर में इस मशीन की सप्लाई होती है।
मेडिकेटेड पानी के हैं अपने लाभ
जो लोग हेल्दी लाइफ जीना चाहते हैं, स्वस्थ रहना चाहते हैं या जिन्हें पता है कि हमारा शरीर 70% पानी से बना है वो लोग आज live water पी रहे हैं। इस पानी की कुछ खास बातों के कारण इसे कई सर्टिफिकेट मेडिकल के क्षेत्र में मिल चुके हैं। दुनिया में नामचीन और मशहूर 6500 डॉक्टरों द्वारा live water को रिकमंड किया गया है। Live water से डायबिटीज, मोटापा, शुगर, कांस्टिपेशन, अस्थमा और कैंसर जैसी करीब 20 बीमारियों को सही करने में मदद मिली है। क्योंकि यह पानी शरीर की हीलिंग पावर को बढ़ा देता है और दवाओं की जगह आपके शरीर की पावर ही आप को स्वस्थ बनाने लगती है।
दुनिया भर में सेलिब्रिटीज पीते हैं लाइव वाटर
Live water के गुणों को समझते हुए दुनिया भर में हजारों सेलिब्रिटी आज इस पानी का उपयोग कर खुद को स्वस्थ बना रहें हैं। इनमें कई पूर्व और वर्तमान राष्ट्रपति, मंत्री, खिलाड़ी, डॉक्टर्स, फिल्म कलाकार, इंजीनियर, संत महात्मा, उद्योगपति और प्रशासनिक अफसर शामिल हैं। इनमें प्रमुख रूप से बिल गेट्स, डोनाल्ड ट्रंप, जेनिफर लोपाज, मेडोना, जॉन मेयर और बराक ओबामा इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं भारत में ज्यादातर फिल्म कलाकार जैसे अमिताभ बच्चन, लता मंगेशकर,शिल्पा शेट्टी, रजनीकांत, रितिक रोशन, शाहरुख खान,अनिल कपूर, श्री श्री रविशंकर, टीना अंबानी, नीता अंबानी साथ ही राजस्थान में भी कुछ नामचीन डॉक्टर, उद्योगपति और मंत्रियों के अलावा प्रशासनिक अधिकारी भी live water का इस्तेमाल कर खुद को स्वस्थ बना रहे हैं।