वैदिक पंचांग से जानिए कैसा रहेगा आपका आज…
*~ वैदिक पंचांग ~*
ज्योतिषी पूनम गौड़ के अनुसार आप का आज का दिन कैसे शुभ होगा?
जानिए वैदिक पंचांग से कुछ तरीके और उपाय।

ज्योतिष पूनम गौड़
दिनांक – 04 सितम्बर 2023
दिन – सोमवार
विक्रम संवत – 2080 (गुजरात – 2079)
शक संवत – 1945
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद ॠतु
मास – भाद्रपद
पक्ष – कृष्ण
तिथि – पंचमी 16:41 तक ततपश्चात षष्ठी
नक्षत्र – अश्विनी 09:25 तक तत्पश्चात भरणी
योग – ध्रुव 00:57(5 सितम्बर) तक तत्पश्चात व्यघात
राहुकाल – 07:36 से 09:11 बजे तक
सूर्योदय – 06:01
सूर्यास्त – 18:38
दिशाशूल – पूर्व दिशा में
पंचक – –
व्रत पर्व – नाग पंचमी (गुजराती कैलेंडर से)
पूजा मुहूर्त- 06:00 से 08:32
रांधड छठ (गुजराती कैलेंडर)
चन्द्रोदय – 21:33
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💥 विशेष:- पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खण्ड 27.29-34)
👉अगर आपको पूर्व दिशा में यात्रा करना अनिवार्य है तो आप दर्पण देख कर और दूध पी कर यात्रा करें। इससे दिशा शूल का दोष नहीं लगता।
👉अगर आज आपको किसी जरूरी बिज़नेस मीटिंग के लिए जाना हो तो पहले कुछ कदम दक्षिण दिशा की ओर रखें और फिर अपने रास्ते पर जाएं। सफलता मिलेगी।
👉 अगर आपके घर की उत्तर दिशा में टूटा फूटा सामान रखा है, या बाथरूम है या रसोई है तो इससे कैरियर में रुकावटें आतीं हैं। अतः अपने घर की उत्तर दिशा को साफ रखें।
👉नाग पंचमी पूजा मन्त्र:
सर्वे नागाः प्रीयन्तां मे ये केचित् पृथ्वीतले।
ये च हेलिमरीचिस्था येऽन्तरे दिवि संस्थिताः॥
ये नदीषु महानागा ये सरस्वतिगामिनः।
ये च वापीतडगेषु तेषु सर्वेषु वै नमः॥
अर्थात, इस जगत में विचरने वाले सभी नागों को हम नमन करते हैं।
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अनन्तं वासुकिं शेषं पद्मनाभं च कम्बलम्।
शङ्ख पालं धृतराष्ट्रं तक्षकं कालियं तथा॥
एतानि नव नामानि नागानां च महात्मनाम्।
सायङ्काले पठेन्नित्यं प्रातःकाले विशेषतः।
तस्य विषभयं नास्ति सर्वत्र विजयी भवेत्॥
अर्थात, अनन्त, वासुकी, शेष, पद्मनाभ, कम्बल, शंखपाल, धृतराष्ट्र, तक्षक व कालिया– इन ननों नामों को जो व्यक्ति प्रातः काल व सन्ध्या काल के समय पढ़ता व स्मरण करता है वो हर जगह विजयी होता है और उसको कोई भी हानि नहीं पहुंचा सकता