30 जनवरी से हो रहा जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का आगाज, यूरोपीय संघ इस बार भी JLF का पार्टनर

30 जनवरी से हो रहा जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का आगाज, यूरोपीय संघ इस बार भी JLF का पार्टनर

गुरुवार, 30 जनवरी से होगा जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का आगाज

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के 18वें संस्करण का हो रहा आगाज 

15 से अधिक यूरोपीय संघ के प्रतिष्ठित लेखकर लेंगे JLF में भाग

यह साझेदारी साहित्य के चश्मे से यूरोप को देखने जैसा: संजॉय रॉय 

जयपुर,(dusrikhabar.com)। गुलाबी नगरी में 30 जनवरी से 3 फरवरी तक होने वाले जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के 18वें संस्करण में साझेदारी के लिए यूरोपीय संघ (ईयू) एक बार फिर तैयार है । यह साझेदारी यूरोपीय संघ और भारत के सांस्कृतिक व साहित्यिक संबंधों को मजबूत करती है और जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में यूरोपीय साहित्य की समृद्ध विविधता, सांस्कृतिक अनूठापन और भाषाई विरासत को प्रस्तुत करती है साहित्य, राजनीति, विज्ञान और कला के क्षेत्र की प्रमुख हस्तियों को एक साथ लाते हुए, यह आयोजन परस्पर विचार-विमर्श के लिए एक आदर्श मंच है।

JLF में यूरोपीय संघ की लेखक Ira Mukhoty,

JLF में यूरोपीय संघ की लेखक Jessica Traynor

JLF में यूरोपीय संघ की लेखक Daniil Tolstoy

यूरोपीय संघ के 15 से अधिक प्रतिष्ठित लेखक शामिल होंगे JLF में

यूरोपीय संघ के 15 से अधिक प्रतिष्ठित लेखक फेस्टिवल में भाग लेंगे, जिसमें यूरोपीय संघ साहित्य पुरस्कार (EUPL) 2024 की नामांकित लेखिका गैब्रिएला रूइवो शामिल हैं। फ्रांस से शेयेन ओलिवियर, फिलिप क्लोदेल और इरा मुखर्जी; आयरलैंड से कावेरी मधवन, जेसिका ट्रेनर और जेन ओलमायर; स्पेन से डेविड हर्नांडेज़ डे ला फुएंते, सैंटियागो ईनीगुएज़ डे ओन्ज़ोन्हो, फ्रांसेस्क मिरायेस और सैंटियागो रोंकाग्लिओलो; पुर्तगाल से ब्रूनो माशाएस; स्वीडन से दानियल टॉलस्टॉय; इटली से यारोस्लाव ट्रोफिमोव और लिविया मानेरा सम्बुई; नीदरलैंड्स से कादेर अब्दोलाह; ऑस्ट्रिया से टोनीओ शाचिंगर; पोलैंड से ज़िग्मुंट मिवोशेव्स्की; और जर्मनी से मार्क मोबियस, जेनी एर्पेनबेक और माइकल हॉफमैन विभिन्न सत्रों में भाग लेंगे, जहां वे यूरोप की विविधता और रचनात्मकता को दर्शाने वाली कहानियां और अनुभव साझा करेंगे।

इसके अलावा, यूरोपीय संघ के राजदूत हर्वे डेल्फिन और आयरलैंड के राजदूत केविन केली बतौर पैनलिस्ट फेस्टिवल का हिस्सा होंगे। इसके अलावा, यूरोपीय संघ के राजदूत महामहिम हर्वे डेल्फिन और आयरलैंड के राजदूत केविन केली भी पैनलिस्ट के रूप में फेस्टिवल का हिस्सा होंगे।

यूरोपीय संघ का प्रतिनिधिमंडल करेगा उद्घाटन समारोह की सह-मेजबानी

एक साझेदारी के रूप में, भारत में यूरोपीय संघ का प्रतिनिधिमंडल फेस्टिवल के उद्घाटन समारोह की सह-मेजबानी करेगा, जो भारत और यूरोप की साहित्यिक परंपराओं का संगम होगा। यह सहयोग भारत के साथ यूरोपीय संघ के पुराने संबंधों को और मजबूत करेगा, साथ ही वैश्विक साझेदारी को बढ़ावा देने में साहित्य और संस्कृति के योगदान को भी दर्शाएगा।

30 जनवरी को एक सत्र “बुक्स, आइडियाज एंड डिजिटल इकोसिस्टम” में भारत में यूरोपीय संघ के राजदूत, महामहिम हर्वे डेल्फिन, यूरोपीय संघ के लेखकों के साथ शामिल होंगे। साथ ही हार्पर कॉलिन्स के सीईओ ब्रायन मरे और टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक संजॉय के. रॉय इस सत्र का संचालन करेंगे। अकादमिक विद्वान और लेखिका मुकुलिका बनर्जी भी इस सत्र का हिस्सा होंगी।

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के साथ साझेदारी हमारे सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने का प्रयास

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के साथ लंबी साझेदारी के बारे में बात करते हुए, राजदूत डेल्फिन ने कहा, “यूरोपीय संघ के लिए, जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के साथ यह साझेदारी न सिर्फ भारतीय साहित्य के साथ साझा प्रेम का उत्सव है बल्कि यह समाज को प्रभावित करने, रचनात्मकता को बढ़ावा देने और हमारे सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने का प्रयास भी है।

भारतीय और यूरोपीय आवाज़ों को एक साथ लाकर, हम इस अनूठी पहल के जरिए संयुक्त कहानी कहने की परंपराओं की समृद्धि को प्रदर्शित कर रहे है। उन्होंने कहा, “हमें इस मजबूत साझेदारी को लोगों के बीच संवाद के माध्यम से और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। संस्कृति इसी का हिस्सा है जो साहित्यिक समझ और समानता के निर्माण का एक शक्तिशाली माध्यम है। 15 से अधिक यूरोपीय लेखक नए दृष्टिकोण,विचारों और कहानियों को साझा करने के लिए जयपुर में होंगे। हम भारत के साथ अपनी साझेदारी को बढ़ाने के लिए तत्पर हैं, और इस साल हम महोत्सव के साथ अपनी साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं।

टीमवर्क्स आर्ट्स के प्रबंध निदेशक संजॉय के रॉय

यह साझेदारी साहित्य के चश्मे से यूरोप को देखने जैसा: संजॉय रॉय 

टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक संजय के. रॉय ने कहा, “हम 18वें जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में यूरोपीय संघ के साथ साझेदारी करके खुश हैं। यूरोप के तमाम हिस्सों से आने वाले 35 से अधिक लेखकों के साथ,यह साहित्य के चश्मे से यूरोप को देखने जैसा है। यूरोपियन यूनियन प्राइज़ फॉर लिटरेचर (ईयूपीएल) की मेजबानी करना और 2024 के नामांकित गैब्रिएला रुइवो का फेस्टिवल में शामिल होना हमारे लिए सम्मान की बात है।

ईयूपीएल 2024 की नॉमिनी गैब्रिएला रुइवो एक प्रशंसित, पुरस्कृत पुर्तगाली लेखिका हैं। पहचान, स्मृति और मानव अनुभव जैसे विषयों पर शानदार लेखन के लिए जानी जाने वाली गैब्रिएला को दुनिया भर के पाठकों ने सराहा है। वह फेस्टिवल में टोनियो स्कैचिंगर और स्वाति चोपड़ा के साथ ‘द पोर्ट्रेट ऑफ लाइफ’ सत्र में शैलियों और सीमाओं पर अपनी यात्रा पर चर्चा भी करेंगी।

अपने विचार व्यक्त करते हुए, उन्होंने कहा, “मैं जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में भाग लेने के लिए उत्साहित हूँ, एक ऐसी जगह जहां साहित्य के माध्यम से दुनिया एक साथ आती है। मैं साथी लेखकों और पाठकों, प्रकाशकों और अनुवादकों के साथ सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए बिल्कुल तैयार हूं, यह देखना दिलचस्प होगा कि साहित्य रचनात्मकता और बदलाव को कैसे प्रेरित कर सकता है।“

राजस्थान के ऐतिहासिक शहर जयपुर में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल इस बार 30 जनवरी से 3 फरवरी 2025 तक होगा। दुनिया भर से हजारों साहित्य-प्रेमियों, लेखकों और सांस्कृति-कर्मियों को आकर्षित करते हुए, फेस्टिवल साहित्य, कला और संस्कृति पर वैश्विक चर्चाओं का केंद्र बनने के लिए तैयार है।

यूरोपीय संघ (EU) के बारे में

27 देशों वाला यूरोपीय संघ दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और जनसंख्या में चीन व भारत के बाद तीसरे स्थान पर है। हालांकि विविधता से परिपूर्ण, यूरोपीय संघ (इसके ‘सदस्य राज्य’) बनाने वाले सभी देश समान बुनियादी मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध हैं: शांति, लोकतंत्र, कानून और मानवाधिकारों के लिए सम्मान। उन्होंने संयुक्त संस्थानों की स्थापना की, जिससे संयुक्त हित के मामलों पर यूरोपीय स्तर पर लोकतांत्रिक तरीके से निर्णय किए जा सकें। एक फ्रंटियर-फ्री सिंगल मार्केट और एक एक मुद्रा (यूरो) बनाकर,(जिसे 20 सदस्य राज्यों द्वारा अपनाया गया है), यूरोपीय संघ ने व्यापार, रोजगार और स्थिरता को बढ़ावा दिया है।

यूरोपीय संघ-भारत संबंध

60 से अधिक वर्षों से, यूरोपीय संघ और भारत ने गरीबी कम करने, आपदाओं को रोकने, मानवाधिकारों की रक्षा करने, व्यापार का विस्तार करने और ऊर्जा, स्वास्थ्य, कृषि और आपसी हित के कई अन्य क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान को बढ़ावा दिया है। अधिक जानकारी के लिए इस वेबसाइट पर विज़िट करें : http://eeas.europa.eu/delegations/india

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के बारे में

‘दुनिया के सबसे बड़े साहित्यिक आयोजन’ के रूप में प्रसिद्ध, जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल विचारों का महासंगम है। पिछले 17 वर्षों में इसने लगभग 2000 वक्ताओं की मेजबानी की है और भारत और दुनिया भर से दस लाख से अधिक पुस्तक प्रेमियों का स्वागत किया है। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का 2025 संस्करण साहित्यिक विचारों को बढ़ावा देने और सबसे प्रासंगिक वैश्विक विषयों के साथ जुड़ने की अपनी परंपरा को जारी रखेगा। 

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