
18 वर्ष का “युवा” हुआ “जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल” (JLF), 30जनवरी से 3फरवरी तक आयोजन
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल विचारों और कहानियों का एक सच्चा उत्सव: संजॉय के. रॉय
टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक संजॉय के. रॉय ने की JLF के 18वें संस्करण की घोषणा
30 जनवरी से 3 फरवरी तक जयपुर के होटल क्लार्क्स आमेर के सूर्य महल में होंगे साहित्यकारों के सत्र
जेएलएफ में नोबेल-बुकर पुरस्कार विजेताओं से लेकर, नीति-निर्माताओं और प्रसिद्ध लेखकों समेत लगभग 600 हस्तियां होंगी शामिल
विजय श्रीवास्तव,
जयपुर,(dusrikhabar.com)। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल, 30 जनवरी से 3 फरवरी 2025 तक होटल क्लार्क्स आमेर, जयपुर में अपने 18वें संस्करण के साथ शानदार वापसी के लिए पूरी तरह तैयार है। फेस्टिवल की आयोजक कंपनी टीमवर्क आर्ट्स ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर जेएलएफ के तयशुदा कार्यक्रमों की एक झलक पेश की।
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2025 विचारों, रचनात्मकता और सबके साथ का जश्न है, जो दुनिया भर में एक महत्वपूर्ण साहित्यिक घटना के रूप में एक मजबूत उपस्थिति दर्ज करेगा। इसके अतिरिक्त, डियाजियो के गोडावण को 18वें जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2025 का सेलिब्रेशन पार्टनर घोषित किया गया। (jaipur-literature-festival-jlf-turns-18-organized-from-30-january-to-3-february)
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जेएलएफ-2025, फोटो dusrikhabar.com
मुगल टेंट में विवादों के चलते फूड कोड की व्यवस्था सूर्य महल में होंगे विभिन्न सेशन
जयपुर लिट फेस्ट(JLF) में इस बार अलग अंदाज लिए लोगों के लिए यादगार बनने जा रहा है। डिग्गी पैलेस (Diggi palace) के बाद नए स्थान होटल क्लार्क्स आमेर में होने वाले जेएलएफ में मुगलटेंट(Mugal Tant) को लेकर लगातार पिछले दो वर्षों से हो रहे विवाद के बाद आयोजकों ने इस बार मुगलटेंट की जगह सूर्य महल(Surya Mahal) में सभी साहित्यकारों के सत्र करवाने की तैयारी कर ली हे। इस बार होटल के सूर्य महल को विशेष तौर से साहित्यकारों और यहां आने वाले साहित्य प्रेमियों की सोच के अनुसार तैयार करवाया है। वहीं इस बार से मुगल टेंट में यहां आने वाले मेहमानों के लिए फूड कोड की व्यवस्था की गई है।
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आपको बता दें कि उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह ने 2023 में जयपुर लिटरेचर फेस्ट में एक सत्र के दौरान मुगल टेंट का नाम रखे जाने पर आपत्ति दर्ज की थी। उन्होंने JLF में राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी के साथ एक सत्र में चर्चा की थी। तब उन्होंने कहा था कि हम दोनों मेवाड़ से हैं और ये सब जानते हैं कि मुगलों और मेवाड़ के बीच हमेशा दुश्मनी रही है। इसके बाद भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी मुगल टेंट के नाम पर आयोजकों को आपत्ति दर्ज करवाई थी।

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी और मेवाड़ राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह, (dusrikhabar)
मुख्य विषयों में “द फ्रैक्चर्ड वर्ल्ड” शामिल
टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक संजॉय के. रॉय ने बताया कि जयपुर में होने वाले इस साहित्यकारों के फेस्टिवल में इस वर्ष, फेस्टिवल की थीम उन कथाओं पर आधारित है जो हमारी दुनिया को आकार देती हैं और उन पुस्तकों का जश्न मनाती है जो कल्पना को नई उड़ान देती हैं। मुख्य विषयों में ‘द फ्रैक्चर्ड वर्ल्ड’ शामिल है, जिसमें वर्तमान वैश्विक-राजनीति, युद्ध और संघर्ष पर सत्र होंगे, साथ ही थिएटर, नृत्य, संगीत, कविता, सिनेमा, खेल, भोजन, जलवायु और कई अन्य विषयों पर भी सत्र होंगे। इन क्षेत्रों के प्रसिद्ध विशेषज्ञ संवाद को समृद्ध बनाने के लिए फेस्टिवल का हिस्सा होंगे।
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विभिन्न क्षेत्रों की 600 हस्तियां होंगी विभिन्न सेशन्स में शामिल
पत्रकारों को संबोधित करते हुए संजॉय ने कहा कि नोबेल-बुकर पुरस्कार विजेताओं से लेकर, नीति-निर्माताओं और प्रसिद्ध लेखकों समेत लगभग 600 हस्तियां इस बार फेस्टिवल में शामिल होंगी। नूपुर संस्थान के सहयोग से साइन लैंग्वेज और इन्टरप्रिटेशन सेशन्स इस बार भी फेस्टिवल का हिस्सा होंगे जो हर व्यक्ति तक विचारों को पहुंचाने की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। दक्षिण एशिया का अग्रणी प्रकाशन-सम्मेलन जयपुर बुक मार्क (JBM), अनुवाद, कहानी कहने के नए तरीकों और प्रकाशन के भविष्य में एआई की भूमिका को चर्चा के केंद्र में रखते हुए अपना 12वां वर्ष मनाएगा।
कन्हैया लाल सेठिया पुरस्कार होग प्रमुख आकर्षण
फेस्टिवल के 2025 संस्करण का एक प्रमुख आकर्षण है प्रतिष्ठित कन्हैया लाल सेठिया पुरस्कार, यह पुरस्कार कविता के क्षेत्र में प्रदान किया जाता है, जो इस बार हिंदी के प्रख्यात कवि बद्री नारायण को उनकी साहित्यिक प्रतिभा और समाज में परिवर्तन लाने वाली शक्ति के रूप में कविता को अपनी अभिव्यक्ति का माध्यम बनाकर, साहित्य के क्षेत्र में योगदान के लिए प्रदान किया जा रहा है। कवि बद्री नारायण को उनके प्रशंसित कविता संग्रह “तुमड़ी के शब्द” के लिए 2022 का साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला है। वे अपनी गहरी समाजशास्त्रीय दृष्टि से सम्पन्न, लोकधर्मी और विचारोत्तेजक कविताओं के लिए जाने जाते हैं। एक कवि, समाज-विज्ञानी और पब्लिक इंटलेक्चुअल के रूप में उनका योगदान साहित्यिक और अकादमिक दोनों क्षेत्रों में है।
JLF के 18वें संस्करण में पुरस्कार विजेता लेखकों की लंबी फेहरिस्त
पुरस्कार विजेता इतिहासकार और फेस्टिवल के सह-निदेशक विलियम डेलरिम्पल ने कहा, “दुनिया का सबसे बड़ा लिटरेचर फेस्टिवल,जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल, एक शानदार लाइनअप के साथ लौट रहा है, जिसमें पुरस्कार विजेता लेखकों की एक फेहरिस्त है। यह फेस्टिवल एक वैश्विक मंच है जहां दुनिया की कुछ सबसे प्रभावशाली आवाजें शामिल होने, प्रेरित करने और विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए एक साथ आती हैं। यह विविध सांस्कृतिक और बौद्धिक दृष्टिकोणों को जोड़ते हुए, जरूरी बातचीत को बढ़ावा देता है। यह न केवल साहित्य का जश्न मनाता है, बल्कि इस दुनिया में जो एक दूसरे के पास लगने के बावजूद एक-दूसरे से बहुत दूर है, ऐसी दुनिया में यह फेस्टिवल समझ और सहयोग के प्रकाशस्तंभ के रूप में भी कार्य करता है। हमें उम्मीद है कि आप सब वहाँ आएंगे, जहां हमारे ग्रह के महानतम लेखक साहित्य, विचार और संवाद के एक लाजवाब उत्सव के लिए एक साथ आते हैं”।
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जेएलएफ के कारण जनवरी में जयपुर होता है दुनिया में टॉप पर
पुरस्कार विजेता लेखिका और फेस्टिवल सह-निदेशक नमिता गोखले ने कहा, “जनवरी में जब दुनिया भर के लोग जयपुर आते हैं और इस तरह जयपुर भी पूरी दुनिया से जुड़ता है। गुलाबी शहर की शानदार विरासत, परंपरा और आधुनिक महानगरीय जीवन का मिश्रण इस फेस्टिवल की मूल प्रेरणा है। हम जयपुर के प्रतिभाशाली युवा लेखकों, कवियों के साथ-साथ पाबूजी का फड़ की पवित्र मौखिक कथा परंपराओं को मंच पर लाते हैं। हम बिश्नोई समुदाय के पर्यावरण-प्रेमी कार्यकर्ताओं को फेस्टिवल का हिस्सा बनाकर गौरवान्वित महसूस करते हैं। हम दुनिया भर की संस्कृतियों और महाद्वीपों से से प्राप्त की गई जरूरी बातें साझा करते हैं। अब चूंकि, दुनिया का सबसे बड़ा साहित्यिक महोत्सव फिर से शुरू हो रहा है तो हम इस ऐतिहासिक शहर और राजस्थान राज्य के उन लेखकों, विचारकों और सपने देखने वालों को उनकी गर्मजोशी और मेहमान नवाजी के लिए धन्यवाद कहते हैं जो हमारी दुनिया की नये सिरे से कल्पना करने में हमारी मदद करते हैं।”

टीमवर्क्स आर्ट्स के प्रबंध निदेशक संजॉय के रॉय
जेएलएफ बना विचारों-कहानियों का सच्चा उत्सव, इसकी सफलता का श्रेय जयपुर वासियों को: संजॉय के रॉय
संजॉय के. रॉय ने कहा, “पिछले 18 वर्षों में, जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल विचारों और कहानियों का एक सच्चा उत्सव बन गया है, और इसकी सफलता का सबसे बड़ा श्रेय जयपुर शहर और इसके नागरिकों को जाता है।
संजॉय ने बताया कि इस वर्ष प्रसिद्ध अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी, अमिताभ कांत, गीतकार जावेद अख्तर, स्वानंद किरकिरे, अभिनेता अमोल पालेकर, मानव कौल, निर्देशक इम्तियाज अली, बुकर पुरस्कार विजेता साहित्यकार गीतांजलि श्री, अभिनेत्री प्राजक्ता कोली, पूर्व क्रिकेटर मोहिंदर अमरनाथ, नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी, चिंतक गोपालकृष्ण गांधी, सुनील अमृत, सुसान जंग, टीना ब्राउन, एंड्रयू ओहागन, अनीता आनंद, अन्ना फंडर, समेत बड़ी संख्या में लेखक और साहित्यकार जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का हिस्सा बनेंगे। यह प्रतिभा, परंपरा और सहयोग का महासंगम है जो इसे एक बेमिसाल फेस्टिवल बनाता है।”
जेएलएफ से हम दुनिया के 400 मिलियन से अधिक लोगों तक पहुंचे: प्रीता सिंह
टीमवर्क आर्ट्स की अध्यक्ष प्रीता सिंह ने कहा, “जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के 18 अविश्वसनीय वर्षों का जश्न मनाते हुए, हम अपने सहयोगी -ब्रांड्स, राजदूतों, फाउंडेशनों और मीडिया के बहुमूल्य समर्थन और सहयोग के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं। साथ मिलकर, हम दुनिया के 400 मिलियन से अधिक लोगों तक पहुंचे हैं। यहां तक कि- कोविड की चुनौतियों के दौरान भी, हमारे सहयोगी दृढ़ता से हमारे साथ खड़े रहे, यूट्यूब और हॉटस्टार जैसे प्लेटफार्मों ने हमारी पहुंच सुनिश्चित की और मीडिया साझेदारी हमारी कहानियों को जम्मू-कश्मीर और नागालैंड जैसी जगहों तक ले गई।
हमसे जुड़े तमाम मीडिया हाउसों के सहयोग से जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल वास्तव में ‘साहित्य का महाकुंभ’ बन गया है, जो दुनिया के लिए विचारों और प्रेरणा का प्रतीक है।”
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टीमवर्क्स आर्ट्स के प्रबंध निदेशक संजोय रॉय और होटल क्लार्क्स आमेर के एमडी अपूर्व कुमार।
जेएलएफ बौद्धिक एकता का प्रतीक
क्लार्क्स ग्रुप ऑफ होटेल्स के मैनेजिंग डायरेक्टर अपूर्व कुमार ने कहा, “जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल सांस्कृतिक और बौद्धिक एकता का प्रतीक है, जिसकी प्रेरणा जयपुर की समृद्ध विरासत है। यह दुनिया को राजस्थान से जोड़कर, संवाद, समावेशिता और प्रगति को प्रोत्साहित करता है, जो क्लार्क्स ग्रुप ऑफ होटल्स के मिशन का भी मुख्य उद्देश्य है।” होटल क्लार्क्स आमेर, जयपुर में विचारों की इस शानदार मैराथन के लिए 30 जनवरी से 3 फरवरी, 2025 की तारीखों को अपने कैलेंडर में चिन्हित कर लीजिए।
जयपुर बुकमार्क और जयपुर म्यूजिक स्टेज जारी रहेंगे
फेस्टिवल के नियमित आयोजन जैसे कि जयपुर बुकमार्क और जयपुर म्यूजिक स्टेज जारी रहेंगे। जहां जयपुर बुकमार्क और इसकी बी2बी शाखा है, जो किताबों और प्रकाशन के व्यवसाय से संबंधित है, वहीं फेस्टिवल की पहली तीन शामों में आयोजित होने वाले जयपुर म्यूजिक स्टेज में विश्व के लोकप्रिय कलाकार लाइव प्रस्तुति देते हैं। इसके साथ ही हस्त निर्माण कला, फेस्टिवल बाजार, फेस्टिवल-स्टोर, फूड स्टॉल्स, कला प्रतिष्ठान, नेटवर्किंग कार्यक्रम समेत कई अन्य कार्यक्रम भी फेस्टिवल का हिस्सा होंगे।