
छात्र संघ चुनाव पर सरकार का गलत फैसला- नवीन पालीवाल
प्रदेश के लगभग 6 लाख छात्रों को वोट डालने से वंचित करना उचित नहीं
जयपुर। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन पालीवाल ने प्रदेश सरकार द्वारा छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगाने के फैसले को गलत बताया। देश में कई नेता ऐसे हैं जो छात्र राजनीति से ही प्रदेश या देश की राजनीति में आए, खुद मुख्यमंत्री भी छात्र नेता रहे हैं उसके बावजूद भी प्रदेश सरकार का ये फैसला अचंभित करने वाला है। पढ़े लिखे लोगों की राजनीति में जरूरत है और उन्हीं पढ़े-लिखे युवाओं को चुनाव से रोकने के कारण हमारे समाज की बागडोर एक अनपढ़ व्यक्ति के हाथ में चली जाती है जिसका खामियाजा पूरा समाज सालों तक भुगतता है। प्रदेश सरकार को युवाओं और देश के हित के लिए अपना फैसला वापस लेना चाहिए।
प्रदेशभर के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने नई शिक्षा नीति- 2020 लागू करने के साथ ही यूनिवर्सिटी में चल रही एडमिशन प्रक्रिया का हवाला दिया है। चुनाव संपन्न कराना विश्वविद्याल प्रबंधन की जिम्मेदारी है । अपनी जिम्मेदारियों से भागने के लिए चुनाव पर रोक लगवाना सही नहीं है।
पढ़े- लिखे छात्रों को राजनीति से दूर रखना, नकारात्मक राजनीति को बढ़ावा देना है
आप के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल अक्सर कहते हैं कि सकारात्मक राजनीति के लिए पढ़े-लिखे युवाओं की सख्त ज़रूरत है और छात्रसंघ चुनाव ही युवा के मुख्य राजनीति में आने की पहली सीढ़ी माना जाता है। सरकार का ये फैसला किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। एक अनपढ़ के राजनीति में आने का दंश पूरा देश झेल रहा है, अब आम आदमी पार्टी ऐसा नहीं होने देगी।
छात्र संघ चुनाव पर लगी रोक को हटाए प्रदेश सरकार
नवीन पालीवाल ने कहा कि जब से आम आदमी पार्टी अस्तित्व में आई है तब से देश और प्रदेश में सकारात्मक राजनीति की एक उम्मीद जगी है, जिसे ये सियासी दल पचा नहीं पा रहे हैं इसीलिए युवाओं से राजनीति में आने का मौका छीनने का प्रयास कर रहे हैं। छात्रसंघ चुनाव पर लगी रोक को हटाकर युवाओं को उनका अधिकार वापस दिया जाए।