
आज सचिन पायलट का इशारा किसकी तरफ था…?
मेरे विरोधी-आलोचक मेरे सम्मान को मेरी कमजोरी न समझें-पायलट
गहलोत-पायलट की जोड़ी राजस्थान में बनाएगी इतिहास
भाजपा न सत्ता में न ही विपक्ष में हुई सफल
टोंक। @Sachin pilot को लंबे समय बाद एक बड़ी जिम्मेदारी मिली है तो वो भी उसे बखूबी निभाना चाहते हैं। इस बात का अंदाजा आज टोंक में उनके बयानों से और51 @Ashokgehlot51 के साथ धीरे धीरे मतभेद खत्म करने के उनकें संदेशों से लगाया जा सकता है।
हालांकि गहलोत ने भी विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत के लिए अपनी रणनीति बदल ली है। ऐसा इसलिए कहा जा सकता है कि करीब तीन साल तक पायलट के साथ तनातनी चलने के बाद राजेश पायलट को लेकर भाजपा के बयानों पर गहलोत ने पायलट का साथ दिया और उनके साथ भाजपा के खिलाफ खड़े हो गए हैं।
पायलट की पोस्ट में गहलोत की फोटो के क्या हैं मायने
आज सचिन पायलट ने भी अपनी पोस्ट में गहलोत का फोटो लगाकर दोनों के बीच चल रहे मतभेदों को दूर होने का संदेश दिया है। इसमें कितनी सत्यता है ये तो समय ही बताएगा कि दोनों के बीच बनी कड़वाहट की खाई कितनी पाटी जा चुकी है लेकिन एक बात तो तय मानी जा रही थी कि इस समय अगर गहलोत पायलट एक नहीं हुए तो राजस्थान में कांग्रेस की बड़ी हार तय थी।
कार्यकर्ता सम्मेलन टोंक में -सचिन पायलट#SachinPilot pic.twitter.com/6gvfqEJiQT
— DUSRIKHABAR NEWS (@dusrikhabar) August 21, 2023
पायलट के चेहरे पर दिखी नई ऊर्जा
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो कांग्रेस में CWC में सदस्य का पद मिलने के बाद जहां उनके समर्थकों में खुशी का माहौल है वहीं जैसे सचिन पायलट में भी नई ऊर्जा का संचार हुआ है। यही कारण है कि आज तीन साल बाद अपनी सभा में लोगों के साथ मुखातिब होते हुए सचिन पायलट के चेहरे पर एक बादशाह वाली मुस्कुराहट नजर आ रही थी। आज लंबे समय बाद उनके संबोधन में वो आत्म विश्वास नजर आ रहा था जिसकी पार्टी को लंबे समय ये जरूरत थी।
यह भी पढ़ें:गहलोत का एक और माइलस्टोन !
फिर जीत का जनता से मांगा आशीर्वाद
CWC सदस्य बनाए जाने के बाद मंगलवार को सचिन पायलट अपने विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे तो उनका समर्थकों ने एक राजा की तरह उनका स्वागत किया। सचिन पायलट में अपने करीब 16 मिनट के संबोधन में कई सारे मुद्दों पर बात की। पायलट ने विधानसभा चुनावों में जनता से एक बार फिर आशीर्वाद देकर कांग्रेस को सत्ता में लाने की बात कही, पायलट बोले- आने वाले कुछ समय में प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं, पांच साल पहले आपके आशीर्वाद से कांग्रेस सत्ता में आई और मैं इस क्षेत्र से रिकॉर्ड बहुमत से जीता। पिछले पांच सालों में कई चुनौतियां सामने आई जिसका सबने मिलकर सामन किया।
दलगत राजनीति से ऊपर उठकर आप सभी ने एक दूसरे का साथ दिया और बुरे समय से हम लोग निकल गए, अब चुनाव कुछ ही महीनों दूर हैं। आज के आपके उत्साह को देखकर मैं दावा करता हूं कि इस बार पिछली बार से अधिक वोटों से जीतकर हम विधानसभा जाएंगे।
यह भी पढ़ें:क्या सचिन पायलट की नई पारी की हुई शुरूआत
भाजपा के नेता शपथ के लिए सिलवाए बैठे हैं अचकन
पायलट ने भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि प्रधानमंत्री Modi के डबल इंजन की सरकार को दो बार उन्होंने फेल होते देखा है एक बार जब वे हिमाचल में थे और दूसरी बार जब वे कर्नाटक में उन्होंने दोनों राज्यों में डबल इंजन में से एक जन को फेल होते देखा है। पायलट ने ये भी कहा कि भाजपा मंदिर-मस्जिद और धर्म-जाति की राजनीति करती है।
उन्होंने कहा कि मुझे आश्चर्य होता है कि केंद्र की सत्ता में भाजपा है और राजस्थान में विपक्ष में भाजपा है लेकिन बड़ी बात ये है कि भाजपा केंद्र में सत्ता तो राजस्थान में विपक्ष में भी फेल साबित हुई है। पायलट बोले भाजपा के नेता मुंह धोकर बैठे हैं कि चुनाव में जीतकर उनकी सरकार आएगी, कुछ नेताओं ने तो शपथ लेने के लिए अचकन भी सिलवा ली है। किन्तु इस बार राजस्थान की जनता इतिहास बदलने वाली है। इस बार हम पिछली बार से अधिक बहुमत से राजस्थान में हम कांग्रेस की सरकार बनाएंगे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे जी, सोनिया गांधी जी , राहुल गांधी जी ने मेरे को कार्यसमिति में जो जिम्मेदारी दी है उसको मै विनम्रता से स्वीकार करता हू, हम सभी लोग मिलकर काम करेंगे, लोगों को आज कांग्रेस से उम्मीद है- @SachinPilot @cpjoshi #BreakingNews #TrendingNews @Rajendra4BJP pic.twitter.com/vof9P5dPI7
— DUSRIKHABAR NEWS (@dusrikhabar) August 22, 2023
यह भी पढ़ें:पायलट को निक्कमा-गद्दार कहकर अलग-थलग किया…!
पायलट की दो टूक, मेरे सम्मान को मेरी कमजोरी न समझे विरोधी
पायलट आज जिस आत्मविश्वास से लबरेज नजर आ रहे थे मानो लग रहा था कि पायलट को आगे होने वाला कुछ पहले ही नजर आ रहा हो। पायलट ने कहा- 2024 में अगर केंद्र में भाजपा की सरकार को हटाना है तो राजस्थान में कांग्रेस की सरकार की सरकार बनानी होगी। इस बार हम छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के साथ साथ राजस्थान में बहुमत की सरकार बनाएंगे।
यह भी पढ़ें:सचिन पायलट के पक्ष में गहलोत का बड़ा बयान
कांग्रेस का परिवार काफी बड़ा है, यहां कई तरह के लोग हैं और जितना बड़ा परिवार होगा लोगों के अलग अलग मत भी हो सकते हैं। पायलट ने यह भी का कि मैंने हमेशा अपने आलोचकों और विरोधियों का मान-सम्मान किया है, लेकिन मेरे इस व्यवहार को वो मेरी कमजोरी नहीं समझें।
बहरहाल पायलट ने अपने दो दिवसीय टोंक दौरे के पहले दिन ये बता दिया कि अब पार्टी में कोई भी मतभेद नहीं हैं। सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे और राजस्थान की जनता का रिवाज बदलने में कामयाब होंगे। लेकिन होगा क्या ये तो वक्त ही बताएगा।