
मदन पालीवाल, मिराज ग्रुप और 2 हजार करोड़ की जीएसटी चोरी प्रकरण…!
2 हजार करोड़ की जीएसटी चोरी प्रकरण…
मिराज ग्रुप चेयरमैन मदन पालीवाल और प्रकाशचंद्र पुरोहित को विशेष अदालत ने दी जमानत
क्या है पूरा प्रकरण, कैसे मिली जमानत, क्यों जारी हुआ था गैर जमानती वारंट ?
कौन हैं मदन पालीवाल ?

क्या है पूरा प्रकरण ?
कैसे मिली अदालत से जमानत ?
हाईकोर्ट की शरण में पहुंचे मिराज ग्रुप के चेयरमैन मदन पालीवाल और प्रकाशचंद्र पुरोहित के वकील ने कोर्ट में जमानत के लिए प्रार्थना पत्र लगाया। इस पर कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए पुलिस की पूछताछ में सहयोग करने, कोर्ट में जब भी बुलाया जाएगा हाजिर रहने और देश छोड़कर विदेश नहीं जाने की शर्त पर गैर जमानती वारंट को जमानती वारंट में बदल दिया। इस पर निचली अदालत ने मदन पालीवाल और प्रकाशचंद्र पुरोहित की सशर्त निजी मुचलके पर जमानत स्वीकार की।
कोर्ट ने क्यों जारी किया था गैर जमानती वारंट ?
प्रार्थियों के अधिवक्ता दीपक चौहान के जरिए दायर जमानत प्रार्थना पत्रों में कहा था कि मामले में उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों से उनका कोई भी संबंध नहीं है। इस मामले में उनके खिलाफ कोर्ट ने 3 अगस्त 2024 को प्रसंज्ञान लेकर गिरफ्तारी वारंट से तलब किया था। इस आदेश को उन्होंने चुनौती दी, लेकिन प्रार्थना पत्र कोर्ट ने खारिज कर दिया था।
कौन हैं मदन पालीवाल ?
राजस्थान के नाथद्वारा में जन्मे मदन पालीवाल एक साधारण से परिवार से ताल्लुक रखते हैं। जानकारों की मानें तो मदन पालीवाल के पिता मंदिर में लगे प्याऊ के घड़ाें में पानी भरा करते थे। पिता के एक पैर में तकलीफ होने के बाद भी उन्होंने अपने परिवार के भरण पोषण के लिए मेहनत की, कुएं से पानी भरकर वे घड़ों में डाला करते थे। इसके लिए उन्हें दर्जनों सीढि़यां चढ़कर मंदिर तक पानी पहुंचाना पड़ता था और इसके लिए उन्हें महीने की 10 रुपये सैलेरी मिलती थी।
मदन पालीवाल ने उधार के 200 रुपए से तम्बाकू के कारोबार की शुरुआत की जो आज लगभग 10 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। आपको बता दें कि 100 रुपए किस्त के नहीं देने पर उनसे कर्जा देने वालों ने साइकिल छीन ली। इसके बाद मदन पालीवाल ने थोक में तंबाकू खरीदा और उसमें चूना मिलाकर उसे खुद से मसलना और रगड़ना शुरू किया। इस तरह चूना और तंबाकू मिलाकर खैनी तैयार की, फिर इसे छोटे-छोटे पैकेट में भरकर दुकानों पर सप्लाई करना शुरू किया। किराए के कमरे में रहकर मदन ने तम्बाकू में चूना मिलाकर खैनी का कारोबार धीरे धीरे प्रतिदिन की कमाई 500 रुपए तक देने लगा। लेकिन तम्बाकू और चूने के दुष्प्रभाव के चलते उन्हें कई गंभीर बीमारियां हो गईं। लंबे समय तक मदन पालीवाल ने अस्पताल में उपचार लिया। उसके बाद तम्बाकू के कारोबार से पैसा कमाकर एक के बाद एक नए बिजनेस मदन पालीवाल ने शुरु किए।
आज मिराज समूह लगभग 10हजार करोड़ से अधिक का कारोबार हर साल करता है। मदन पालीवाल इसी समूह के चेयरमैन हैं। उनके पास भारत ही नहीं विदेशों में भी कई आलीशान बंगलें हैं। करोड़ों की देशी विदेशी कारों के मालिक हैं। कई सारे सिनेमाहॉल, रेस्टोरेंट होटल और इंटरनेशनल स्तर के क्रिकेट स्टेडियम सहित करीब समूह छह ट्रेंड्स में बिजनेस कर रहा है।
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