
छात्रसंघ चुनाव, नहीं तो होगा आंदोलन…!
छात्र नेताओं ने लगाया सरकार पर मनमानी का आरोप
चुनाव नहीं तो परिणाम भुगतने को तैयार रहे सरकार
जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनावों की गहमागहमी देखते हुए सरकार पर मनमानी का छात्र नेताओं ने आरोप लगाया है। शनिवार देर रात शिक्षा विभाग के तमाम आलाधिकारियों की बैठक में इस बात का निर्णय लिया गया कि इस वर्ष राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाए जाएंगे।
चुनाव पर बेन लगते ही देर रात से ही प्रदेशभर के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में इसका विरोध भी शुरू हो चुका है। पिछले कुछ दिनों से राजधानी में छात्रसंघ चुनावों को लेकर मीटिंगों का दौर चल रहा था। राजस्थान विश्वविद्यालय में तो छात्रनेताओं ने उग्र प्रदर्शन भी किया जिसके चलते पुलिस को बल प्रयोग भी करना पड़ा।
छात्रनेताओं की सरकार को चेतावनी
जयपुर में छात्र नेताओं ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सरकार ने जल्द से जल्द चुनावी फैसले पर दोबारा विचार नहीं किया और तारीखों की जल्द घोषणा नहीं की तो पूरे प्रदेश में छात्र उग्र आंदोलन करेंगे और इसके परिणाम सरकार को भुगतने होंगे।
गौरतलब है कि शनिवार देर शाम छात्रसंघ चुनावों पर उच्च शिक्षा विभाग ने एक बैठक का आयोजन किया जिसमें राजस्थानभर की यूनिवर्सिटीज के कुलपतियों ने नई शिक्षा नीति 2020 को लागू करने के साथ विश्वविद्यालयों में चल रही प्रवेश और रिजल्ट प्रक्रिया की बात करते हुए छात्रसंघ चुनाव छात्र हितों में रोकने का प्रस्ताव रखा। इस पर सभी की सहमति बनने पर छात्रसंघ चुनाव नहीं कराने का फैसला लिया गया।
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लिंगदोह कमेटी सिफारिशों को तोड़ा, चुनावों में पैसा-ताकत का इस्तेमाल
चुनावों पर रोक लगाने की घोषणा के साथ ही उच्च शिक्षा विभाग ने ये भी कहा कि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने यह भी तर्क रखा है कि छात्रसंघ चुनावों में छात्रनेता पैसा और ताकत का गलत प्रदर्शन और इस्तेमाल कर रहे हैं। जो कि सीधे तौर पर छात्रसंघ चुनावों के लिए बनी कमेटी लिंगदोह की सिफारिशों का सीधा उल्लंघन है। इस समय चुनावों से कॉलेजों में शिक्षा कार्य प्रभावित होंगे और सेमेस्टर सिस्टम लागू नहीं हो पाएगा।
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किन किन विश्वविद्यालयों में नहीं होंगे चुनाव
राजस्थान में इन सभी विश्वविद्यालयों में चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई। राजस्थान यूनिवर्सिटी, महर्षि दयानंद सरस्वती विवि-अजमेर, जेएनवीयू जोधपुर, एमएलएसयू उदयपुर, कोटा विवि कोटा, महाराजा गंगासिंह विवि बीकानेर, वर्धमान महावीर खुला विवि कोटा, राष्ट्रीय विधि विवि जोधपुर, पं दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विवि सीकर, महाराजा सूरजमल बृज विवि भरतपुर, मत्स्य विवि अलवर, गोविंद गुरु जनजातीय विवि बांसवाड़ा, हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जन संचार विवि जयपुर, डॉ भीमराव अंबेडकर विधि विवि जयपुर और एमबीएम विवि जोधपुर के साथ साथ राजस्थान के करीब 400 सरकारी और 500 से ज्यादा निजी कॉलेजों में भी छात्रसंघ चुनावों पर रोक लगाई गई हे।