
रंधावा को क्यों बचाने में लगे हैं गहलोत-पायलट?
मामले में भाजपा ने भी साध रखी है चुप्पी:AAP
पत्रकारों से भी सवाल जवाब पर क्यों किया दुर्व्यवहार, रंधावा मांगे माफी
जयपुर। आम आदमी पार्टी ने एक प्रेसवार्ता आयोजित कर कांग्रेस पर निशाना साधा। AAP के यूथ विंग सचिव आशीष गौतम ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर रंधावा को बचाने में लगे हैं। गौतम ने आम आदमी पार्टी द्वारा राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा पर लगाए गए गंभीर आरोपों के बारे में बताते हुए कहा गया है कि उन्होंने माफिया मुख्तार को रोपड़ जेल में सरकारी सुविधाएं प्रदान करके उन्हें संरक्षण दिया है। उन्होंने इसके साथ ही दावा किया है कि रंधावा ने पंजाब के जेल मंत्री रहते हुए मुख्तार अंसारी का केस लड़ने वाले वकील को भी सरकारी खर्चे पर हायर किया है। इसके अलावा पंजाब की कैप्टन सरकार ने उनके दो बेटों के नाम पर वक्फ बोर्ड की जमीनें भी करवाई हैं। यह बात बड़े शर्म की है।

सुखजिंदर रंधावा और सीएम अशोक गहलोत

आशीष गौतम AAP यूथ विंग सचिव
आशीष गौतम ने यह भी कहा कि रंधावा जैसे क्रिमिनल माइंडसेट वाले व्यक्ति को राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी बनाए जाने पर दुर्भाग्य है। लेकिन राजस्थान एक शांतिप्रिय राज्य है और यहाँ अपराधियों को संरक्षण देने वाले लोगों को जनता टिकने नहीं देगी। उन्होंने इसके साथ ही बताया कि पिछले दिनों पंजाब सरकार ने राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी और पंजाब के पूर्व जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा पर एक खुलासा किया था। इस खुलासे में बताया गया था कि जब यूपी की एमपी-एमएलए कोर्ट ने मुख्तार अंसारी को सजा सुनाई थी, तब पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने फर्जी एफआईआर दर्ज करवाकर उन्हें कस्टडी में ले लिया था। यूपी सरकार ने 25 बार पंजाब सरकार से मुख्तार की कस्टडी मांगी, लेकिन पंजाब सरकार ने तरह-तरह के बहाने बनाते रहे और मुख्तार अंसारी की कस्टडी नहीं दी। आगे बढ़ते हुए वकील को बचाने के लिए पंजाब की कैप्टन सरकार ने 55 लाख रुपए का एक वकील हायर किया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने मामले को झूठा ठहराया और पंजाब की सरकार को फटकार लगाई।
मुख्तार अंसारी की कस्टडी उप्र सरकार ने दी थी। जब पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकारबनी, तो वकील ने सरकार को अपना बिल भेजकर फीस मांगी, लेकिन सरकार ने इसे नहीं चुकाया। इसके बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कैप्टन अमरिंदर सिंह और पूर्व जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा को नोटिस भेजकर सफाई मांगी, लेकिन दोनों नेताओं ने मुख्तार अंसारी को पहचानने से इंकार कर दिया। आशीष गौतम ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है, इसलिए रंधावा पर सीएम गहलोत और सचिन पायलट बोलने की संभावना कम है, क्योंकि रंधावा का टिकट वितरण में महत्वपूर्ण योगदान होगा। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति पंजाब में अपराधियों को संरक्षण देता है, उसका राजस्थान में भी अपराधियों को संरक्षण देने का संभावना है। इसलिए आम आदमी पार्टी यूथ विंग ने फैसला लिया है कि रंधावा जहां भी जाएंगे, वहां उन्हें काले झंडे दिखाकर विरोध किया जाएगा।